Karwa Chauth 2025: अखंड सौभाग्य के लिए हरतालिका तीज के बाद अब कौन सा व्रत रखेंगी सुहागिनें

हिंदू धर्म में पत्नी द्वारा पति के लिए रखे जाने वाले व्रत-उपवासों के पीछे दृढ़ संकल्प और विश्वास होता है. जैसे सावित्री ने अपनी तपस्या और विश्वास से मृत पति सत्यवान के प्राण यमराज से वापस ले आई, तो वहीं माता पार्वती ने कठोर तप से पति के रूप में शिव को पाया. इसलिए ये परंपराएं और मान्यताएं सदियों से चली आ रही हैं कि, पत्नी के व्रत रखने से पति की रक्षा होती है और दांपत्य जीवन में खुशियां रहती हैं.
पति की लंबी आयु और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए विवाहत महिलाएं वट सावित्री, हरियाली तीज, कजरी तीज जैसे कई तरह के व्रत रखती हैं. इन व्रतों के माध्यम से महिलाएं भगवान से पति की लंबी आयु का वरदान मांगती हैं और उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करती हैं. हाल ही में 26 अगस्त 2025 को हरतालिका तीज का व्रत रखा गया. अब इसके बाद अक्टूबर में करवा चौथ का व्रत रखा जाएया.
अखंड सौभाग्य के लिए कब रखा जाएगा करवा चौथ व्रत
सुहागिन स्त्रियों द्वारा करवा चौथ का व्रत हर साल कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है. इस साल करवा चौथ का व्रत शुक्रवार 10 अक्टूबर को रखा जाएगा. इस दिन सूर्योदय से लेकर चंद्रोदय तक निर्जला व्रत रखने का महत्व है. आइये जानते हैं करवा चौथ पर चंद्रोदय का समय और इस दिन क्या करना चाहिए.
चंद्रोदय का समय (Karwa Chauth 2025 Moonrise Time) | 10 अक्टूबर रात करीब 08 बजकर 13 मिनट पर |
करवा चौथ पर महिलाओं को क्या करना चाहिए
- करवा चौथ के दिन महिलाओं को अच्छी तरह सजना चाहिए और सभी सुहाग की चीजें पहनकर तैयार होना चाहिए.
- पूजा में करवा माता को भी सुहाग से जुड़ी चीजें जैसे-चुनरी, बिंदी, चूड़ी, सिंदूर,आलता आदि अर्पित करनी चाहिए.
- करवा चौथ की पूजा में करवा चौथ की कथा जरूर सुनें.
- करवा चौथ के दिन चंद्रमा दर्शन और पूजन भी जरूर करें.
- चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद चांद को छलनी से देखकर उसी छलनी से पति का मुख देखना चाहिए.
- करवा चौथ का व्रत पति के हाथ से पानी पीकर और मीठा खाकर खोलें.
ये भी पढ़ें: Karwa Chauth 2025: अखंड सौभाग्य का पर्व करवा चौथ कब, अभी से नोट कर लें पूजा की सामग्री और विधि
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.