देखते ही मार दो गोली… धुबरी में दुर्गा पूजा तक जारी हुआ ये आदेश, CM हिमंता बिस्वा सरमा ने…

असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने मंगलवार (26 अगस्त, 2025) को एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि धुबरी में सांप्रदायिक हिंसा के बाद 13 जून से लागू आदेश ‘रात में देखते ही गोली मारना’ दुर्गा पूजा के दौरान भी जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि धुबरी में सनातन धर्म के लोग अल्पसंख्यक हैं और कट्टरपंथियों से उनकी सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता है.
कोकराझार में एक कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए सीएम शर्मा ने कहा, ‘देखते ही गोली मारने के आदेश वापस नहीं लिए गए हैं और ये दुर्गा पूजा तक जारी रहेंगे. धुबरी में कोई अशांति या हिंसा की घटना नहीं है, लेकिन फिर भी ये आदेश जारी रहेंगे.’
धुबरी का दौरा करते हुए सीएम ने दिया था आदेश
उन्होंने कहा कि धुबरी में अशांति फैलाने वाले किसी भी शख्स को छोड़ा नहीं जाएगा और उसे इसका गंभीर परिणाम भुगतना होगा. सरमा ने जोर देते हुए कहा कि राज्य सरकार असम में कानून-व्यवस्था बनाए रखने और सभी सांप्रदायिक ताकतों को हराने के लिए पूरी तरह तैयार है.
बता दें कि असम मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने 13 जून को धुबरी का दौरा किया था और घोषणा की थी कि बांग्लादेश की सीमा से लगे धुबरी में रात में देखते ही गोली मारने के आदेश लागू रहेंगे, क्योंकि एक सांप्रदायिक समूह अशांति फैलाने की कोशिश कर रहा है, जिसे सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी. इस आदेश के 10 दिन बाद सीएम ने फिर से क्षेत्र का दौरा किया और बताया कि 13 जून से अब तक 150 से अधिक असामाजिक तत्व गिरफ्तार हो चुके हैं, जिसमें 11 अपराधी राज्य से बाहर के थे और उनके खिलाफ मामला दर्ज हो चुका है.
जानें क्या थी धुबरी की घटना?
दरअसल बकरीद के अगले दिन असम जिला मुख्यालय स्थित हनुमान मंदिर के सामने एक गाय की खोपड़ी मिली, जिसके बाद हिंदू और मुस्लिम समुदायों में बहस छिड़ गई. अगले दिन फिर मंदिर के सामने एक गाय का सिर रखा गया और फिर पत्थरबाजी की वारदात हुई.
इसे लेकर असम सीएम ने कहा कि बकरीद के दिन कई जगहों पर कथित तौर पर अवैध रूप से मवेशियों का वध किया गया और मांस के कुछ हिस्से असम के कुछ इलाकों में फेंके गए. उन्होंने कहा कि ऐसे अपराधियों को असम सरकार दंड जरूर देगी.
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