अपराध

थाने से लौटा और कर ली खुदकुशी! मरने से पहले पैंट पर कातिलों के नाम लिख गया दिलीप, दो सिपाहियों…

उत्तर प्रदेश में एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी के रिश्तेदारों और दो पुलिस कांस्टेबलों की कथित पिटाई और पैसे की माँग से निराश और क्रोधित होकर आत्महत्या कर ली और एक अजीबोगरीब तरह से पैंट पर एक नोट छोड़ गया – जो उसने अपनी सफेद पतलून पर नीली स्याही से लिखा था। फर्रुखाबाद के छेदा नगला इलाके की एक महिला ने सोमवार को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि उसके पति दिलीप राजपूत ने शराब पीकर उसकी पिटाई की। सुसाइड नोट और पुलिस शिकायत के अनुसार, जब दिलीप अपने पिता के साथ थाने पहुँचा, तो कांस्टेबल यशवंत यादव ने कथित तौर पर उससे मामला “सुलझाने” के लिए 50,000 रुपये मांगे। दिलीप ने इनकार कर दिया और उसकी पिटाई कर दी गई।

इसे भी पढ़ें: Prabhasakshi NewsRoom: पाकिस्तानी साजिशों को भारत की काउंटर-ड्रोन तकनीक ने किया था नाकाम, CDS Anil Chauhan ने दी नई और बड़ी जानकारी

 

व्यक्ति के परिजन के विरोध प्रदर्शन के बाद इस मामले में दो पुलिसकर्मियों समेत पांच लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि घटना में कथित रूप से शामिल दोनों पुलिसकर्मियों का तबादला कर दिया गया है।
यह घटना मऊ दरवाजा थाना क्षेत्र के छेद्दांगला गुतासी गांव में हुई।
मृतक दिलीप के पिता रामरहीस ने पुलिस को बताया कि दिलीप का अपनी पत्नी नीरज के साथ विवाद था और नीरज ने स्थानीय पुलिस से संपर्क किया था।

इसे भी पढ़ें: गाजियाबाद में नौवीं कक्षा की छात्रा से उसके घर में चार नाबालिगों ने किया दुष्कर्म

 

सोमवार को दिलीप को स्थानीय हथियापुर पुलिस चौकी बुलाया गया था।
रामरहीस ने आरोप लगाया कि कांस्टेबल यशवंत यादव ने दिलीप को छोड़ने के बदले 50 हजार रुपये की मांग की और इसके बाद महेश उपाध्याय नामक कांस्टेबल दिलीप को अंदर ले गया जहां उसने कथित तौर पर रजनीश राजपूत नाम के शख्स के कहने पर उसकी पिटाई की।
यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो पाया कि क्या राजपूत रामरहीस का रिश्तेदार था या वह इस मामले में क्यों शामिल था।
मृतक के पिता ने आरोप लगाया कि बाद में कांस्टेबल उपाध्याय ने मामले को ‘‘सुलटाने’’ करने के लिए परिवार से 40,000 रुपये लिए और इसके बाद वह अपने बेटे को घर ले आया।

उन्होंने कहा कि दिलीप ने उसी रात अपने कमरे में साड़ी से फांसी लगाकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली।
रामरहीस के मुताबिक, दिलीप ने जो पैंट पहनी थी उस पर एक संदेश लिखा हुआ था। दिलीप के परिवार ने कहा कि मंगलवार तड़के लगभग पांच बजे उसका शव फांसी से लटका मिला।
जब पुलिस ने कमरे से शव निकालने का प्रयास किया, तो परिवार ने इसका विरोध किया और आपराधिक मामला दर्ज किए जाने की मांग की।
अपर पुलिस अधीक्षक संजय सिंह, निरीक्षक चंद्रिका प्रसाद और थाना प्रभारी बलराज भाटी स्थिति को शांत करने के लिए मौके पर पहुंचे।

सांसद मुकेश राजपूत के भतीजे राहुल राजपूत भी परिवार से मिलने पहुंचे और पुलिस कार्रवाई की मांग की।
एक अधिकारी ने बताया कि हंगामे के बाद दिलीप के ससुर बनवारी लाल, साले राजू और रजनेश राजपूत के साथ-साथ हथियापुर चौकी के कांस्टेबल यशवंत यादव और महेश उपाध्याय के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई।

अपर पुलिस अधीक्षक संजय सिंह ने बताया कि 40,000 रुपये लेने और युवक के साथ मारपीट करने के आरोपी दोनों पुलिसकर्मियों को पुलिस अधीक्षक आरती सिंह ने निलंबित कर दिया है।
उन्होंने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button