पतंजलि का पैकेजिंग मॉडल कैसे बन रहा है उद्योग में गेम-चेंजर? जानिए

पतंजलि आयुर्वेद का दावा है कि कंपनी ने भारतीय FMCG (फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स) उद्योग में अपनी अनूठी पहचान बनाई है और इसका एक बड़ा कारण है इसकी टिकाऊ पैकेजिंग रणनीति. पतंजलि ने बताया कि पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए कंपनी ने ऐसी पैकेजिंग को अपनाया है जो न केवल आकर्षक है, बल्कि पर्यावरण के लिए भी अनुकूल है. कंपनी ने अपने उत्पादों के लिए ‘न्यू एज डिज़ाइन’ पेश किया है, जिसका उद्देश्य आधुनिकता के साथ पर्यावरण संरक्षण को जोड़ना है.
पैकेजिंग में प्राकृतिक-बायोडिग्रेडेबल सामग्री का इस्तेमाल- पतंजलि
पतंजलि का कहना है, ”उत्पादों की पैकेजिंग में प्राकृतिक और बायोडिग्रेडेबल सामग्री का उपयोग किया जाता है, जैसे कि कम्पोस्टेबल पैकेजिंग, कागज-आधारित सामग्री और बायोप्लास्टिक. ये सामग्रियां उपयोग के बाद आसानी से विघटित हो जाती हैं, जिससे पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव कम होता है. उदाहरण के लिए, कंपनी बांस के कंटेनरों का उपयोग करती है, जो तेजी से बढ़ने वाला और टिकाऊ संसाधन है. यह न केवल पर्यावरण को लाभ पहुंचाता है, बल्कि ग्राहकों को पर्यावरण के प्रति जागरूक ब्रांड के रूप में पतंजलि की ओर आकर्षित भी करता है.”
पतंजलि ने बताया, ”पैकेजिंग रणनीति लागत प्रभावी भी है. कंपनी ने ऐसी सामग्रियों का चयन किया है जो न केवल पर्यावरण के लिए बेहतर हैं, बल्कि उत्पादन लागत को भी कम रखती हैं. यह रणनीति उन्हें ग्रामीण और अर्ध-शहरी बाजारों में प्रतिस्पर्धी कीमतों पर उत्पाद उपलब्ध कराने में मदद करती है. इससे न केवल कंपनी की पहुंच बढ़ती है, बल्कि यह उपभोक्ताओं को सस्ते और पर्यावरण-अनुकूल उत्पादों की पेशकश करता है.”
FMCG कंपनियों के लिए प्रेरणा है हमारा मॉडल- पतंजलि
पतंजलि का दावा है, ”यह मॉडल अन्य FMCG कंपनियों के लिए एक प्रेरणा है. आज के समय में जब उपभोक्ता पर्यावरण के प्रति जागरूक हो रहे हैं, पतंजलि का यह दृष्टिकोण उन्हें बाजार में अलग पहचान देता है. उनकी पैकेजिंग रणनीति न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देती है, बल्कि उनकी ब्रांड छवि को भी मजबूत करती है. उपभोक्ता अब पतंजलि को एक आधुनिक, विश्वसनीय और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार कंपनी के रूप में देखते हैं.”
पतंजलि का कहना है, ”कंपनी ने यह भी सुनिश्चित किया है कि उनकी पैकेजिंग रीसाइक्लिंग के लिए उपयुक्त हो. उनकी पैकेजिंग में उपयोग होने वाली सामग्रियां पूरी तरह से रीसाइक्लेबल हैं, जो कचरे को कम करने में मदद करती हैं. इसके अलावा, कंपनी ने अपने आपूर्ति श्रृंखला में स्थानीय किसानों और छोटे उद्यमियों को शामिल किया है, जो ‘मेक इन इंडिया’ और आत्मनिर्भर भारत के मिशन को समर्थन देता है.”