Himachal Shashi Pal selected National Teacher Award | Shamror School | Solan | हिमाचल के शशिपाल…

हिमाचल प्रदेश के सोलन जिला के गवर्नमेंट मॉडल सेंटर प्राइमरी स्कूल शमरोर में तैनात जूनियर बेसिक टीचर (JBT) शशि पॉल नेशनल टीचर अवॉर्ड 2025 के लिए चुने गए हैं। राज्य सरकार ने इस साल 3 टीचरों का पैनल इस अवॉर्ड के लिए केंद्र सरकार को भेजा था। मगर इस बार य
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38 वर्षीय शशि पाल ने 14 साल के टीचिंग करियर में कई ऐसी पहल की, जिसकी वजह से उनका चयन इस अवॉर्ड के लिए हुआ। शशि पाल सोलन जिला के रामशहर के रहने वाले हैं।
नेशनल टीचर अवॉर्ड को चयनित शशि पॉल स्कूल में पढ़ाते हुए।
शशि पाल ने दैनिक भास्कर से बातचीत में बताया 11 अगस्त, 2011 को उन्होंने सोलन नियारी प्राइमरी स्कूल से अपने टीचिंग करियर की शुरुआत की। तब से लेकर वह प्रयास करते आए हैं कि उनका कोई बच्चा पढ़ाई में पीछे न छूटे।
पॉल ने बताया, सरकारी सेवा में आने के बाद उन्होंने छात्रों को ऑनलाइन ट्रेनिंग शुरू की। अब तक करीब 5 हजार बच्चों को वह ट्रेनिंग दे चुके हैं। उनके करीब 250 बच्चे जवाहर नवोदय विद्यालय, सैनिक स्कूल, लॉरेंस स्कूल और अन्य प्रतिष्ठित स्कूलों में चयनित हो चुके हैं।
नेशनल टीचर अवॉर्ड के लिए चयनित शशि पॉल स्कूल में बच्चों को पढ़ाते हुए।
एक स्टूडेंट को 18 लाख की स्कॉलरशिप मिली
शशि पॉल ने बताया, उन्होंने आकांशी ठाकुर को भी ट्रेनिंग दी और 18 लाख रुपए की स्कॉलरशिप प्राप्त की। अब आकांशी ठाकुर देश के मशहूर लॉरेंस स्कूल सनावर में शिक्षा ग्रहण कर रही है, जिसकी सालाना फीस 16 लाख रुपए है।
24 छात्रों को 1.8 लाख की छात्रवृति
पॉल ने बताया, उनके एक अन्य स्टूडेंट समीर सिंह को 1.8 लाख रुपए की छात्रवृत्ति मिली, जिससे उन्हें अपनी शिक्षा जारी रखने में मदद मिली। उनके पढ़ाए 24 छात्रों ने 1.8 लाख रुपए की छात्रवृत्ति हासिल की है।
शमरोर स्कूल में जेबीटी शशि पॉल स्कूल में बच्चों को पढ़ाते हुए।
5 अप्रैल, 2020 से गूगल मीट से ट्रेनिंग शुरू
शशि पाल ने बताया कि उन्होंने कोरोना काल में 5 अप्रैल, 2020 को व्हाट्सएप और गूगल मीट के माध्यम से मुफॉत ऑनलाइन कक्षाएं शुरू कीं। पांचवीं कक्षा के छात्रों को वह कोचिंग देते हैं। उनके 211 छात्रों का चयन जवाहर नवोदय विद्यालय (JNV) की प्रवेश परीक्षाओं में हो चुका है।
जिला के सर्वश्रेष्ठ टीचर का पुरस्कार जीत चुके
पॉल को इससे पहले जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (DIET) सोलन से सर्वश्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार (2022) और गणतंत्र दिवस पर ज़िला सर्वश्रेष्ठ शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका हैं।