रिटायरमेंट को लेकर क्या है BCCI का नियम? कैसे कोई इंडियन क्रिकेटर लेता है संन्यास

साल 2025 में एक-एक करके कई सारे भारतीय दिग्गज क्रिकेटर संन्यास ले चुके हैं. विराट कोहली और रोहित शर्मा टेस्ट से रिटायर हो चुके हैं, वरुण एरोन और पीयूष चावला भी रिटायरमेंट ले चुके हैं. हाल ही में चेतेश्वर पुजारा ने भी अपने क्रिकेट करियर को अलविदा कह दिया है. अक्सर लोगों के मन में सवाल आता होगा कि क्या खिलाड़ी अचानक रिटायरमेंट की घोषणा कर देते हैं, या संन्यास लेने की भी कोई प्रक्रिया होती है.
क्रिकेटर कैसे लेते हैं संन्यास?
जब भी कोई भारतीय क्रिकेटर संन्यास लेता है, उसे पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को इसकी जानकारी देनी होती है. इसके अलावा खिलाड़ी को टीम मैनेजमेंट और हेड कोच को भी अपने फैसले से आगाह करवाना होता है. कई मौकों पर क्रिकेटर सीधे चीफ सेलेक्टर से संपर्क करके बताते हैं कि उन्होंने संन्यास लेने का मन बना लिया है. हालांकि ऐसा जरूरी नहीं है कि खिलाड़ी को चीफ सेलेक्टर को ही यह जानकारी देनी हो. लेकिन बोर्ड को इस बात की जानकारी देना जरूरी होता है.
क्रिकेटर का रिटायर होने का फैसला पूरी तरह पर्सनल होता है. कोई भी कोच, स्टाफ मेंबर या BCCI का अधिकारी खिलाड़ियों को संन्यास लेने पर मजबूर नहीं कर सकता. खिलाड़ी कई तरह से अपने संन्यास की घोषणा कर सकते हैं. चेतेश्वर पुजारा ने हाल ही में सोशल मीडिया के माध्यम से रिटायरमेंट की जानकारी दी थी. उनसे पहले रोहित शर्मा और विराट कोहली ने भी टेस्ट से संन्यास की घोषणा सोशल मीडिया पर की थी.
इसके अलावा खिलाड़ी किसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी संन्यास का एलान कर सकते हैं. रविचंद्रन अश्विन ने ऑस्ट्रेलियाई टूर के दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी रिटायरमेंट की पुष्टि की थी.
यह भी पढ़ें:
‘मेरा काम आसान करने के लिए…’ विराट कोहली ने चेतेश्वर पुजारा के संन्यास पर लिखा इमोशनल पोस्ट
T20I Records: टी20 इंटरनेशनल करियर में कभी बिना खाता खोले नहीं हुए आउट, जानिए कौन हैं ये खिलाड़ी?