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स्वतंत्रता दिवस में ऑपरेशन सिंदूर को सम्मान, मिल रहे हैं वीरता मेडल, राष्ट्रपति मुर्मु करेंगी…

स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर देश की सशस्त्र सेनाओं की सुप्रीम कमांडर यानी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से ऑपरेशन सिंदूर के नायकों के वीरता मेडल की घोषणा की जाएगी. गृह मंत्रालय ने भी ऑपरेशन सिंदूर में हिस्सा लेने वाले केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों के बहादुर जवानों के लिए वीरता मेडल का ऐलान कर दिया है. गृहमंत्रालय की जारी लिस्ट के मुताबिक, ऑपरेशन सिंदूर के नायकों के नाम इस बार का अवॉर्ड रहेगा, जबकि 1000 से ज्यादा जवानों को अलग-अलग सम्मान से सम्मानित किया गया है.

ऑपरेशन सिंदूर के लिए वॉर टाइम गैलेंट्री अवॉर्ड

15 अगस्त की पूर्व संध्या यानि गुरुवार (14 जुलाई, 2025) को ऑपरेशन सिंदूर के लिए वॉर टाइम गैलेंट्री अवॉर्ड दिया जा सकता है, यानी युद्धकाल में दिए जाने वाले वीरता पुरस्कार (परमवीर चक्र, महावीर चक्र इत्यादि) से सम्मानित किया जा सकता है.

वॉर टाइम गेलेंट्री अवॉर्ड सबसे बड़ा पुरस्कार है. इससे पहले गलवान के समय में दूसरा सबसे बड़ा मेडल, महावीर चक्र दिया गया था. वहीं कारगिल में आखिरी बार सबसे बड़ा परमवीर चक्र दिया गया था. कारगिल की जंग के बाद गलवान में वीरगति को प्राप्त हुए कर्नल संतोष बाबू को साल 2020-2021 में मरणोपरांत महावीर चक्र से सम्मानित किया गया था.

ऑपरेशन सिंदूर के लिए बीएसएफ को 16 पदक

बीएसएफ की ओर से जारी बयान के मुताबिक, ‘बीएसएफ को वीरता के लिए 16 पदक मिले हैं. ऑपरेशन सिंदूर में बहादुर सीमा प्रहरियों की ओर से अदम्य साहस को उचित पुरस्कृत किया गया है. इसके अलावा बीएसएफ के अधिकारियों और कर्मियों को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक से 5 और सराहनीय सेवा के लिए 46 पदक दिए गए हैं.’

कौन-कौन से अवॉर्ड नायकों को मिलने की संभावना?

वॉरटाइम गैलेंट्री अवॉर्ड का सबसे बड़ा पुरस्कार होता है, जिसमें परम वीर चक्र, महावीर चक्र, वीर चक्र और सेना मेडल शामिल होते हैं. इस श्रेणी में नंबर एक पर है परमवीर चक्र. उसके बाद महावीर चक्र है और फिर तीसरा सबसे बड़ा वॉरटाइम अवॉर्ड है वीर चक्र. माना जा रहा है कि पाकिस्तान के परास्त करने वाले पायलट्स और ऑपरेशन सिंदूर के बाद हिंदुस्तान का सिर पूरी दुनिया में ऊंचा उठाने वाले वॉर नायकों को ये दिया जाएगा.

इनके अलावा पीस टाइम में सबसे बड़ा अवॉर्ड अशोक चक्र दिया जाता है. फिर कीर्ति और शौर्य चक्र से बहादुर सैनिकों को नवाजा जाता है. कारगिल युद्ध के बाद पहली बार ऐसा होगा, जब वॉरटाइम का गैलेंट्री अवॉर्ड दिया जा सकता है. इसके बाद आर्मी में सेना मेडल, एयरफोर्स के लिए वायुसेना मेडल, नेवी के लिए नौसेना मेडल और कोस्ट गार्ड के लिए तटरक्षक मेडल दिया जाता है.

बीएसएफ के वीर जवान

1. सब-इंस्पेक्टर व्यास देव और कांस्टेबल सुद्दी रभा
इन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के एक मोर्टार फायर में घायल होने के बावजूद फॉरवर्ड लोकेशन पर तैनात साथियों को गोला-बारूद पहुंचाया. ऐसे में उनकी ओर से सप्लाई किए गए गोला-बारूद से पाकिस्तानी सेना की चौकियों को जबरदस्त नुकसान पहुंचाया गया.

2. असिस्टेंट कमांडेंट अभिषेक श्रीवास्तव , कॉन्सटेबल भूपिंदर बाजपेयी, हेड कॉन्सटेबल बृज मोहन सिंह, कॉन्सटेबल दीपेश्वर बर्मन, कॉन्सटेबल  राजन कुमार, कॉन्सटेबल बसबराज शिवप्पा

3. डिप्टी कमांडेंट रविंद्र राठौर, इंस्पेक्टर देवी लाल, हेड कॉन्सटेबल साहिब सिंह, कॉन्सटेबल कन्वराज सिंह.

4. असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर उदय वीर सिंह

5. एएसआई राजप्पा बीटी, कॉन्सटेबल मनोहर जलक्सो

6. असिस्टेंट कमांडेंट आलोक नेगी

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