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मर्द और औरतों के लिए कितना अलग होता है एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर? एक्सपर्ट से जान लें हकीकत

शादी एक ऐसा रिश्ता है जो भरोसे और प्यार पर टिका होता है. लेकिन जब इस रिश्ते में कमी आने लगती है तो कई बार लोग बाहर सहारा ढूंढने लगते हैं. इसे ही एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर कहा जाता है. दिलचस्प बात यह है कि मर्द और औरत इस मामले में अलग-अलग वजहों से ऐसे रिश्तों की ओर बढ़ते हैं. चलिए आपको बताते हैं कि दोनों के अफेयर में क्या अंतर होता है और यह किन वजहों के चलते होता है. 

पुरुष क्यों करते हैं एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर?

  • रिलेशनशिप एक्सपर्ट्स मानते हैं कि ज्यादातर पुरुष फिजिकल अट्रैक्शन और न्यूनेस की तलाश में अफेयर की ओर बढ़ते हैं.
  • कई बार उन्हें लगता है कि उनकी शादीशुदा जिंदगी मोनोटोनस हो गई है.
  • कुछ मर्दों के लिए अफेयर एक तरह का ईगो बूस्ट या एक्साइटमेंट देने वाला एक्सपीरियंस होता है.
  • रिसर्च यह भी बताती है कि पुरुषों में अफेयर की सबसे बड़ी वजह फिजिकल सैटिस्फैक्शन होती है.

पुरुषों के लिए यह अक्सर सिर्फ अट्रैक्शन या एडवेंचर तक सीमित रहता है. कई बार वो इसे सीरियस रिश्ता नहीं मानते. लेकिन यह कदम उनकी शादीशुदा जिंदगी को गहराई से प्रभावित करता है.

महिलाएं क्यों बढ़ती हैं इस तरफ?

  • महिलाओं के लिए यह मामला थोड़ा अलग होता है. एक्सपर्ट्स कहते हैं कि औरतें ज्यादातर तब अफेयर की तरफ खिंचती हैं जब उन्हें लगता है कि उनकी फीलिंग्स और इमोशन्स को पार्टनर समझ नहीं रहा.
  • उन्हें किसी ऐसे इंसान की तलाश होती है जो उन्हें इमोशनल सपोर्ट दे सके.
  • शादीशुदा रिश्ते में अगर कम्युनिकेशन की कमी हो जाए या पार्टनर केयर न करे, तो महिलाएं बाहर अटेंशन और प्यार तलाशने लगती हैं.
  • यानी औरतों के लिए अफेयर सिर्फ फिजिकल अट्रैक्शन नहीं, बल्कि केयर और अंडरस्टैंडिंग से भी जुड़ा होता है.

कई बार महिलाएं सालों तक रिश्ते में उपेक्षा झेलने के बाद किसी ऐसे इंसान की ओर खिंच जाती हैं जो उन्हें सुन सके, सराह सके और उनकी अहमियत समझ सके. इसलिए उनके अफेयर ज्यादातर  इमोशनल जुड़ाव से जुड़े होते हैं.

एक्सपर्ट की राय

साइकोलॉजिस्ट डॉक्टर अभिषेक सौरभ का मानना है कि एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर को सिर्फ “चीटिंग” कहकर इग्नोर नहीं किया जा सकता. इसके पीछे कई पर्सनल और सोशल रीजन छिपे होते हैं.

  • पुरुषों के लिए अफेयर ज्यादातर टेम्पररी अट्रैक्शन या एक्साइटमेंट की वजह से होता है.
  • महिलाओं के लिए यह शादीशुदा रिश्ते में अधूरी इमोशनल जरूरतों को पूरा करने का तरीका बन जाता है.

डॉ. सौरभ कहते हैं कि ऐसे मामलों में सिर्फ दोष देना सही हल नहीं है. असली ज़रूरत है रिश्ते में खुलकर बातचीत करने की. जब कपल्स अपनी परेशानियां शेयर करते हैं और एक-दूसरे की जरूरतों को समझने की कोशिश करते हैं तो हालात काफी हद तक सुधर सकते हैं.

फैमिली पर असर

चाहे अफेयर मर्द करे या औरत, उसका सबसे ज्यादा असर रिश्तों और फैमिली पर पड़ता है. एक बार ट्रस्ट टूट जाए तो उसे वापस पाना मुश्किल हो जाता है. बच्चों पर भी इसका नेगेटिव इम्पैक्ट देखा जाता है. कई बार बच्चे अपने पैरेंट्स के बीच झगड़े देखकर खुद भी इमोशनल स्ट्रेस झेलते हैं. मर्द और औरत के लिए अफेयर की वजहें अलग हो सकती हैं, लेकिन नतीजा एक ही है. रिश्ता कमजोर होना और ट्रस्ट का टूट जाना. एक्सपर्ट्स मानते हैं कि अगर शादीशुदा जिंदगी में प्रॉब्लम्स हैं तो उन्हें कम्युनिकेशन और काउंसलिंग से सॉल्व करना चाहिए, न कि अफेयर से. अफेयर शायद कुछ वक्त की खुशी दे, लेकिन इसका असर लंबे समय तक रहता है और रिश्ते को तोड़ भी सकता है.

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Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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