Lawyers and civil servants returned to work after 7 days | 7 दिन बाद काम पर लौटे वकील और…

दौसा में तहसीलदार और वकीलों के बीच हुए विवाद का 7 दिन बाद पटाक्षेप हो गया।
दौसा जिले के लालसोट तहसील कार्यालय परिसर में 19 अगस्त को तहसीलदार अमितेश मीणा और वकीलों के बीच हुए विवाद का 7 दिन बाद सोमवार देर शाम को पटाक्षेप हो गया। वार्ता में कई अलग-अलग मुद्दों पर बनी सहमति के बाद कलेक्टर देवेन्द्र कुमार ने आदेश जारी कर राहुवास
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कलेक्टर द्वारा जारी आदेश में बताया है- प्रशासनिक कारणों से तहसीलदार लालसोट के पद का अतिरिक्त चार्ज महेशचंद्र शर्मा तहसीलदार राहुवास को दिया जाकर निर्देशित किया जाता है कि वे आगामी आदेशों तक अपने पद के साथ-साथ तहसीलदार लालसोट के पद के सभी कार्य वित्तिय शक्तियों सहित सम्पादित करेंगे।
सोमवार को वकीलों ने कलेक्ट्रेट के सामने विरोध प्रदर्शन किया था
वार्ता में सहमति, आज काम पर लौटेंगे तहसीलदार और वकीलों के बीच पिछले 7 दिन से चल रहे विवाद को लेकर कलेक्टर देवेंद्र कुमार और एसपी सागर राणा ने दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थता करते हुए वार्ता की। जहां दोनों पक्षों की मांगों पर सहमति बनी। जिसके बाद कलेक्टर ने कहा कि घटना को लेकर वार्ता के दौरान तहसीलदार लालसोट ने खेद प्रकट किया। दोनों पक्षों द्वारा दर्ज करवाई गई एफआईआर की उच्च स्तरीय जांच करवाकर दोनों पक्षों को संतुष्ट किया जाएगा। ऐसे में दोनों पक्षों द्वारा घटनाक्रम के बाद से ही कार्य बहिष्कार किया जा रहा था, वह गतिरोध दूर हुआ और मंगलवार से फिर से काम पर लौटेंगे।
राजस्वकर्मी भी कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठे हुए थे
वार्ता के दौरान राजस्थान बार काउंसिल के सदस्य डॉ. महेश शर्मा, राजस्थान तहसीलदार सेवा परिषद के प्रदेशाध्यक्ष दिनेश शर्मा, राजस्थान पटवार संघ के प्रदेशाध्यक्ष नरेंद्र कविया, दौसा जिला बार के अध्यक्ष कुंज बिहारी शर्मा, लालसोट बार के अध्यक्ष प्रेम स्वरूप लामडा सहित सिकराय, महवा, बांदीकुई बार के अध्यक्ष, पदाधिकारी और अन्य अधिवक्ता मौजूद रहे। विवाद में सुलह होने के बाद आज से राजस्व और न्यायिक कार्य सुचारू रूप से होने से लोगों को राहत मिलेगी।