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Delhi Police Arrest Two Shooters in Firing Incident at YouTuber Elvish Yadav’s Gurugram Home |…

गुरुग्राम में 17 अगस्त को एल्विश यादव के मकान पर ताबड़तोड़ फायरिंग करने के आरोपी शूटर

गुरुग्राम में यूट्यूबर एल्विश यादव के घर पर हुई फायरिंग मामले में दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो और शूटरों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान फरीदाबाद के गौरव और आदित्य के रूप में हुई है, जो दिल्ली के शाहबाद इलाक

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पुलिस सूत्रों के मुताबिक दोनों आरोपी कुख्यात गैंगस्टर हिमांशु भाऊ के लिए काम करते थे और उससे अमेरिका में रहते हुए सिग्नल एप के माध्यम से संपर्क में थे। बता दें कि 17 अगस्त को एल्विश यादव के घर पर 24 राउंड फायरिंग हुई थी, जिसमें दरवाजों, खिड़कियों और छत की सीलिंग तक पर गोलियों के निशान मिले थे। एल्विश यादव के घर पर फायरिंग के लिए गौरव और आदित्य को 50-50 हजार रुपए मिले थे।

मर्डर करने के लिए दिल्ली पहुंचे उत्तरी दिल्ली जिला पुलिस की स्पेशल सेल को इनपुट मिला कि एल्विश यादव के घर फायरिंग की घटना में शामिल दो आरोपी दिल्ली में एक व्यक्ति का मर्डर करने आए हैं। इस इनपुट के आधार पर इंस्पेक्टर पूरन पंत, इंस्पेक्टर रवि तुषीर और इंस्पेक्टर ब्रह्म प्रकाश के नेतृत्व में स्पेशल सेल की एक टीम ने एसीपी (एनआर) राहुल कुमार सिंह की देखरेख में खेड़ा नहर, शाहबाद डेयरी, रोहिणी के पास जाल बिछाया। इसी दौरान दो युवक आते दिखाई दिए, तो पुलिस ने इन्हें रोक लिया, लेकिन ये भागने लगे।

गुरुग्राम में एल्विश के घर फायरिंग करते बदमाश और इनसेट में एल्विश।

पुलिस पर फायरिंग का प्रयास पुलिस ने इन्हें रूकने को कहा, लेकिन चेतावनी दिए जाने के बावजूद एक युवक ने पिस्तौल निकाली और गोली चलाने की कोशिश की। पुलिस टीम ने दोनों को काबू कर लिया, जिससे कोई हताहत होने से बच गया। आरोपियों की पहचान गौरव सिंह उर्फ ​​निक्का (22 वर्ष) और आदित्य तिवारी (19 वर्ष) के रूप में बताई गई। दोनों फरीदाबाद के निवासी हैं और नीरज फरीदपुरिया-हिमांशु भाऊ के निर्देश पर दिल्ली आए थे। फायरिंग के लिए धन और हथियार का इंतजाम किया स्पेशल सैल के डीसीपी अमित कौशिक ने बताया कि पूछताछ के दौरान दोनों ने गैंगस्टर नीरज फरीदपुरिया-हिमांशु भाऊ गिरोह के निर्देशों पर काम करने की बात स्वीकार की है। इन्होंने गुरुग्राम हमले के लिए धन, हथियार और रसद का इंतजाम किया था। पुलिस ने इनमें एक पिस्तौल, चार कारतूस और एक मोबाइल बरामद किया है। स्पेशल सैल पुलिस थाने में 25/27 शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। गिरोह के अन्य सदस्यों और हैंडलर्स की पहचान के लिए आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।

एल्विश के घर फायरिंग के बाद नेपाल जाना था पुलिस पूछताछ में पता चला कि एल्विश के घर पर फायरिंग के बाद शूटरों ने शुरुआत में भारत-नेपाल सीमा की ओर भागने का प्रयास किया था, लेकिन गिरोह के सरगना ने उन्हें दिल्ली में एक नए काम के लिए वापस लौटने का निर्देश दिया। जिसके बाद ये दिल्ली आ गए।

आपराधिक रिकॉर्ड:

गौरव सिंह उर्फ ​​निक्का • फरीदाबाद निवासी। • 10वीं कक्षा तक पढ़ा। • राजस्थान में एक मूर्ति तोड़ने की घटना में पूर्व में शामिल (2024) आदित्य तिवारी • फरीदाबाद निवासी (स्थायी पता: तैमूर जिला, बिहार)। • फरीदाबाद से बीसीए कर रहा है। • कोई पूर्व आपराधिक इतिहास नहीं। गैंगस्टर नेटवर्क से जुड़ा मामला पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई थी और इस मामले में पहले ही दो आरोपी पकड़े जा चुके हैं। हालांकि फायरिंग की इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। एल्विश यादव गुरुग्राम का लोकप्रिय यूट्यूबर है, जो अपने वीडियो कंटेंट के कारण युवाओं के बीच खासा मशहूर है। यह मामला अब साफ तौर पर गैंगस्टर नेटवर्क और यूट्यूबर को डराने की साजिश से जुड़ा नजर आ रहा है।

एल्विश के घर फायरिंग का टास्क अमेरिका में बैठे हिमांशु भाऊ ने अपने गैंग के शूटरों को एल्विश यादव के घर पर फायरिंग का टास्क दिया था। गौरव और आदित्य को इस काम को पूरा करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। इस जिम्मेदारी को उन्होंने बखूबी निभाया भी। इसके वारदात के बाद एल्विश के घर पर पुलिस सिक्योरिटी दी गई है। हालांकि एल्विश को 22 अगस्त को घर आना था, लेकिन वह अभी तक घर नहीं लौटा है।

गुरुग्राम में घर पर फायरिंग के बाद घटना के बारे में जानकारी देते एल्विश यादव के पिता रामअवतार यादव।

सिग्नल एप पर करते हैं बात पुलिस सूत्रों के अनुसार हिमांश भाऊ अमेरिकन Signal ऐप पर बात करते थे। यह एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन का उपयोग करता है, जिसका अर्थ है कि आपके मैसेज को केवल आप और प्राप्तकर्ता ही पढ़ सकते हैं। Signal टेक्स्ट, वॉयस मैसेज, फ़ोटो, वीडियो और फाइलें भेजने के साथ-साथ वॉयस और वीडियो कॉल के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। Signal अपनी मजबूत सेफ्टी और प्राइवेसी के कारण उन लोगों और संगठनों के बीच एक लोकप्रिय विकल्प बन गया है जो अपने डेटा को निगरानी, छेड़छाड़ और हैकिंग से बचाना चाहते हैं।

इस मामले में दो आरोपी पहले पकड़े जा चुके एल्विश के घर पर फायरिंग के मामले में दो आरोपी पहले ही पकड़े जा चुके हैं। इसमें फरीदाबाद के ईशांत को मुठभेड़ के बाद पुलिस ने अरेस्ट किया था। वहीं रेपिडो बाइक ड्राइवर जतिन (उम्र 24 वर्ष) निवासी पर्वतीय कॉलोनी, जिला फरीदाबाद को गिरफ्तार किया था। पुलिस पूछताछ में पता चला कि आरोपी जतिन गुरुग्राम में पिछले 02 महीने से रेपिडो बाइक पर सवारी ढोने का काम करता है। इसने अपने अन्य साथियों के कहने पर वारदात को अंजाम देने के लिए अपनी बाद अपने साथियों उपलब्ध करवाई थी, जिसका प्रयोग करके इसके इसके अन्य साथियों ने एल्विश के घर पर फायरिंग की थी। फायरिंग के वक्त घर पर नहीं था एल्विश 17 अगस्त को सुबह 5.30 बजे सेक्टर 57 स्थित एल्विश के घर पर गोलियां चली थी। फायरिंग के बाद एक CCTV फुटेज सामने आया था। जिसमें चेहरा ढके और हेलमेट पहने 2 युवक भागते दिखे थे। उन्होंने एल्विश के घर के बाहर खड़े होकर ताबड़तोड़ फायरिंग की। ये गोलियां घर की बालकनी, दीवारों-खिड़कियों और दरवाजों पर लगीं। हमले के वक्त एल्विश घर पर नहीं था। उनकी मां सुषमा यादव, पिता रामअवतार और केयरटेकर ही घर पर थे।

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