donald Trump said I stopped 4 out of 7 wars with tariff threat | ट्रम्प बोले-मैंने 7 में से 4…

वॉशिंगटन डीसी11 मिनट पहले
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अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एकबार फिर से भारत-पाकिस्तान युद्ध रुकवाने का दावा किया- फाइल
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल में 7 संभावित युद्ध रोके, जिनमें से 4 युद्ध सिर्फ टैरिफ (आर्थिक शुल्क) और व्यापारिक दबाव डालकर टाले गए।
ट्रम्प ने कहा- अगर आप (युद्ध वाले देश) लड़ाई कर सबको मारना चाहते हैं, तो ठीक है, लेकिन जब आप हमारे साथ व्यापार करेंगे तो आपको 100% टैरिफ चुकाना होगा। यह सुनकर सबने हार मान ली।
उन्होंने कहा कि अमेरिका ने ट्रिलियन डॉलर की कमाई टैरिफ से की और इसी रणनीति से युद्ध भी रोके। ट्रम्प से पहले अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने कहा था कि भारत पर लगाए सेकेंडरी टैरिफ भी वॉशिंगटन की उसी रणनीति का हिस्सा हैं, जिसके जरिए रूस पर दबाव बनाया जा रहा है।
वेंस ने कहा कि ट्रम्प प्रशासन ने रूस की तेल अर्थव्यवस्था से मुनाफा रोकने के लिए भारत जैसे देशों पर टैरिफ लगाए। अगर रूस हत्याएं रोक दे तो उसे दुनिया की अर्थव्यवस्था में फिर से शामिल किया जा सकता है, लेकिन जब तक वह युद्ध जारी रखेगा, उसे अलग-थलग किया जाएगा।
रूस पर और भी दबाव की तैयारी
वेंस ने कहा कि अमेरिका के पास अभी भी कई पत्ते खेलने बाकी हैं। सिर्फ प्रतिबंध से रूस युद्धविराम पर नहीं आएगा, लेकिन आर्थिक दबाव सही तरह से डाला जाए तो रूस को बातचीत की मेज तक लाया जा सकता है। अमेरिका ने चीन पर भी 54% टैरिफ लगाया है, ताकि रूस का सबसे बड़ा खरीदार भी दबाव में आए।
उन्होंने कहा कि अगर रूस के साथ प्रगति होती है तो कुछ देशों पर टैरिफ घटाए जा सकते हैं, और जरूरत पड़ी तो और बढ़ाए जाएंगे। अमेरिका यूक्रेन को ऐसी सुरक्षा गारंटी दे रहा है, जिससे दोबारा रूस हमला न कर सके। अमेरिका रूस और यूक्रेन दोनों से बातचीत की कोशिश कर रहा है ताकि बीच का रास्ता निकले और युद्ध रुक सके।
अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने 1989 में झंडा जलाने को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता माना था।
ट्रम्प का आदेश- अमेरिका का झंडा जलाया तो जेल होगी
इधर, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने सोमवार को दो एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन किए। पहले ऑर्डर में बिना पैसे जमा किए आरोपियों को रिहा करने (कैशलेस बेल) की व्यवस्था खत्म की गई। वहीं, दूसरे में अमेरिकी झंडा जलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का प्रावधान किया गया है।
ट्रम्प के एग्जीक्यूटिव ऑर्डर के मुताबिक, अमेरिकी झंडा जलाने वालों को जेल में डालने और अगर वे इमिग्रेंट (विदेशी नागरिक) हैं, तो उन्हें देश से निकालने की बात कही गई है।
अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने 1989 में 5-4 के फैसले से कहा था कि झंडा जलाना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के तहत आता है, लेकिन ट्रम्प ने अटॉर्नी जनरल पाम बोंडी से कहा है कि वे ऐसा मामला खोजें, जिससे इस फैसले को चुनौती दी जा सके।
व्हाइट हाउस के एक अधिकारी के मुताबिक, 2 महीने पहले लॉस एंजिलिस में प्रदर्शनकारियों ने अमेरिकी झंडे जलाकर, मेक्सिकन झंडे लहराए थे, जिससे ट्रम्प नाराज हो गए थे। पूरी खबर पढ़ें…
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