यौन दुराचार के आरोपों के बीच विधायक राहुल ममकूटाथिल को बड़ा झटका, कांग्रेस ने पार्टी से किया…

यौन दुराचार के कई आरोपों का सामना कर रहे कांग्रेस नेता और पलक्कड़ के विधायक राहुल ममकूटाथिल को सोमवार (25 अगस्त, 2025) को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया. केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के प्रमुख सनी जोसेफ ने यह जानकारी दी.
केपीसीसी प्रमुख ने हालांकि ममकूटाथिल के विधायक पद से इस्तीफे की राजनीतिक विरोधियों की मांग को खारिज कर दिया. जोसेफ ने यह भी कहा कि विधायक ने औपचारिक शिकायत या मामला दर्ज होने का इंतजार किए बिना युवा कांग्रेस की केरल इकाई का अध्यक्ष पद छोड़कर एक ‘मिसाल’ कायम की है.
राहुल ममकूटाथिल के खिलाफ आरोप गंभीर
इरिट्टी स्थित अपने आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता में जोसेफ ने निलंबन की अवधि के बारे में कुछ नहीं बताया. जोसेफ ने कहा कि कांग्रेस राहुल ममकूटाथिल के खिलाफ आरोपों को गंभीर मानती है. उन्होंने कहा कि केरल में कांग्रेस नेतृत्व ने इस संबंध में विपक्ष के नेता वी.डी. सतीशन, केपीसीसी के पूर्व प्रमुखों और राज्य की अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) कार्यसमिति के सदस्यों सहित विभिन्न नेताओं के साथ कई बार विचार-विमर्श किया और इस मामले में सर्वसम्मति से निर्णय लिया.
जोसेफ ने कहा, ‘पार्टी को इस संबंध में अब तक कोई शिकायत नहीं मिली है. कोई कानूनी शिकायत भी नहीं की गई है. कहीं भी कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है.’ उन्होंने कहा कि इसलिए राजनीतिक विरोधियों की ओर से ममकूटाथिल के विधायक पद से इस्तीफे की मांग का कोई औचित्य या तर्क नहीं है.
‘केरल की राजनीति में ऐसी मिसाल पेश नहीं’
केपीसीसी प्रमुख ने कहा, ‘उन्हें ऐसी मांग करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है. केरल की राजनीति में किसी ने ऐसी मिसाल पेश नहीं की है.’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस महिलाओं की गरिमा और सुरक्षा को सर्वोच्च महत्व देती है. फैसले की घोषणा के बाद सनी जोसेफ ने जल्दी से प्रेस वार्ता समाप्त कर दी.
उन्होंने संवाददाताओं की ओर से किए गए किसी भी प्रश्न का उत्तर देने से इनकार कर दिया. उनसे यह भी सवाल किया गया था कि क्या पार्टी इन आरोपों के साथ ममकूटाथिल का समर्थन करने वाले पार्टी कार्यकर्ताओं की ओर से पार्टी विधायक उमा थॉमस को साइबर धमकी दिए जाने की जांच कर रही है.
विरोध के बाद राहुल ममकूटाथिल ने दिया इस्तीफा
मलयालम अभिनेत्री रिनी एन. जॉर्ज की ओर से एक राजनीतिक दल के युवा नेता पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाये जाने और उसके बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की युवा शाखा डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) की तरफ से प्रदर्शन करने के बाद ममकूटाथिल ने हाल में युवा कांग्रेस की केरल इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था.
इसके बाद, कई महिलाओं और एक ट्रांसजेंडर व्यक्ति ने उन पर इसी तरह के आरोप लगाए. आम चुनाव में पार्टी नेता और तत्कालीन विधायक शफी परम्बिल के वटकारा से लोकसभा सदस्य चुने जाने के बाद ममकूटाथिल पिछले साल नवंबर में पलक्कड़ सीट पर हुए उपचुनाव में विधायक चुने गए थे.
पार्टी कर रहा कड़ी जांच, होगी कार्रवाई
विधानसभा में विपक्ष के नेता वी.डी. सतीसन, रमेश चेन्निथला और केपीसीसी के पूर्व प्रमुख के. सुधाकरन सहित वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने नेतृत्व के फैसले का स्वागत किया. हालांकि, सत्तारूढ़ माकपा के प्रदेश सचिव एम वी गोविंदन, वी शिवनकुट्टी, पी. राजीव, एमबी राजेश जैसे मंत्री, एलडीएफ संयोजक टीपी रामकृष्णन आदि ने इस मुद्दे पर कांग्रेस की आलोचना जारी रखी.
तिरुवल्ला में पत्रकारों से बात करते हुए, सतीशन ने कहा कि यह पहली बार है कि कोई राजनीतिक दल इस मुद्दे पर दृढ़ संकल्प के साथ कड़ी कार्रवाई कर रहा है. उन्होंने कहा, ‘पार्टी ने साहसपूर्वक ऐसा निर्णय लिया है, जो केरल की राजनीति में किसी अन्य राजनीतिक दल ने पहले कभी नहीं लिया.’
24 घंटे के भीतर ही दिया इस्तीफा
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हालांकि, पार्टी को अभी तक औपचारिक शिकायत नहीं मिली है, लेकिन उन्होंने 24 घंटे के भीतर ही युवा कांग्रेस की केरल इकाई के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया और वरिष्ठ नेताओं से परामर्श के बाद अब उन्हें पार्टी की सदस्यता से निलंबित कर दिया गया है.
हालांकि, एम.वी. गोविंदन ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेतृत्व ममकूटाथिल से विधायक पद से इस्तीफा देने के लिए सख्ती से नहीं कह रहा है, क्योंकि उन्हें डर है कि अगर उनके खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई की गई तो विधायक पार्टी के भीतर चल रही गतिविधियों के बारे में खुलकर बोल सकते हैं. इसलिए वे निलंबन के जरिए इस मुद्दे को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें:- ‘सीमा पर तनाव तो मैदान पर…’, एशिया कप में भारत-पाकिस्तान के मैच को लेकर कांग्रेस का BCCI को पत्र