घर पर बनाएं केमिकल फ्री मेहंदी, जलन और भद्दी स्किन से मिल जाएगा छुटकारा

DIY Mehndi for Hands and Feet: भारत में मेहंदी केवल सजावट का साधन ही नहीं, बल्कि परंपरा और संस्कृति का प्रतीक भी है. शादियों, त्योहारों और खास मौकों पर हाथों और पैरों में मेहंदी रचाने की प्रथा सदियों से चली आ रही है. लेकिन आजकल मार्केट में मिलने वाली रेडीमेड मेहंदी में मिलाए जाते हैं ऐसे केमिकल्स जो स्किन पर जलन, खुजली और भद्दे निशान छोड़ सकते हैं. यही वजह है कि आजकल लोग केमिकल फ्री नैचुरल मेहंदी को अपनाने लगे हैं, जिसे आप घर पर ही आसानी से बना सकती हैं.
घर पर ऐसे बनाएं नैचुरल मेहंदी
अगर आप स्किन को सुरक्षित और खूबसूरत रखना चाहती हैं तो घर पर ही नैचुरल मेहंदी तैयार करें.
- मेहंदी की पत्तियां या पाउड
- चाय का पानी या कॉफी
- नींबू का रस
- लौंग का तेल या नीलगिरी का तेल
- मेहंदी पाउडर को छान लें ताकि उसमें डंठल न रहें
- इसमें चाय का पानी, नींबू का रस और थोड़ा-सा तेल डालकर पेस्ट बना लें
- इस पेस्ट को रातभर ढककर रखें ताकि रंग गहरा हो सके
- अगले दिन इसे कोन में भरकर इस्तेमाल करें
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नैचुरल मेहंदी से मिलने वाले फायदे
- केमिकल-फ्री और सुरक्षित – स्किन पर कोई जलन या खुजली नहीं होती
- लंबा टिकने वाला रंग – घर पर बनी मेहंदी लंबे समय तक टिकती है
- स्किन और बालों के लिए फायदेमंद – नैचुरल मेहंदी ठंडक देती है और त्वचा को पोषण पहुंचाती है
- खूबसूरती में निखार – हाथ-पैर और बाल दोनों ही नैचुरल ग्लो देते हैं
- मेहंदी लगाने के बाद ध्यान रखें ये बातें
- मेहंदी लगाने के बाद हाथ धोते समय साबुन का इस्तेमाल न करें
- रंग गहरा करने के लिए नींबू-चीनी का लेप लगा सकती हैं
- बहुत देर तक धूप में जाने से बचें
- किसी भी तरह की जलन या एलर्जी दिखे तो तुरंत धो लें
त्योहारों और खास मौकों पर मेहंदी रचाना खूबसूरती को बढ़ाने के साथ-साथ परंपरा से जुड़ने का भी तरीका है. लेकिन मार्केट की केमिकल वाली मेहंदी से बचना बेहद ज़रूरी है. घर पर बनी केमिकल-फ्री नैचुरल मेहंदी न सिर्फ सुरक्षित है, बल्कि यह आपके हाथों-पैरों की सुंदरता और त्वचा की सेहत को भी संवार देती है.
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Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.