लाइफस्टाइल

क्या दूसरे जेंडर को देखकर आप भी होते हैं अट्रैक्ट, जानें इसके पीछे साइंस कैसे करता है काम?

अक्सर लोग सोचते हैं कि आकर्षण सिर्फ रोमांटिक रिश्तों में होता है, लेकिन अट्रैक्शन का मतलब सिर्फ प्यार या डेटिंग तक ही सीमित नहीं है. जब हम किसी दूसरे जेंडर को देखते हैं, तो हमारा दिमाग और शरीर कई तरह से प्रतिक्रिया देता है. यह पूरी प्रक्रिया विज्ञान और हार्मोन के आधार पर होती है. चलिए आपको इसके बारे में बताते हैं. 

कैसे होता है अट्रैक्शन?

जब आप किसी के रूप, हाव-भाव या मुस्कान को पसंद करते हैं, तो आपके दिमाग में डोपामिन और ऑक्सीटोसिन जैसे हॉर्मोन रिलीज होते हैं. ये हॉर्मोन आपको खुशी और सुकून का एहसास कराते हैं. इसके साथ ही एंडोर्फिन भी रिलीज होता है, जो दर्द कम करने और मूड को बेहतर बनाने का काम करता है. यही कारण है कि किसी को देखकर आपको अच्छा महसूस होता है.

विज्ञान क्या कहता है?

एक रिसर्च के अनुसार, Journal of Personality and Social Psychology, 2018 में यह पाया गया कि लोग अक्सर उन गुणों की ओर आकर्षित होते हैं जो उनके जीन, शरीर की बनावट या व्यवहार के हिसाब से फिट बैठते हैं. दिमाग इन संकेतों को अनजाने में पहचानता है और आपको उस व्यक्ति की ओर आकर्षित करता है. इसके अलावा, विजुअल भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं. किसी के चेहरे के अनुपात, हाव-भाव, और आंखों की चमक को देखकर आपका दिमाग सबकॉन्शियस स्तर पर निर्णय लेता है. यही कारण है कि कभी-कभी आप किसी को देखकर सिर्फ आकर्षित महसूस करते हैं, बिना किसी गहरी सोच के.

अट्रैक्शन सिर्फ शारीरिक नहीं

डॉ. अभिषेक सौरभ बताते हैं कि  “याद रखिए कि आकर्षण केवल बाहरी रूप से नहीं होता. व्यक्तित्व, ह्यूमर, आत्मविश्वास जैसे गुण भी अट्रैक्शन को प्रभावित करते हैं. यही कारण है कि कुछ लोग केवल शारीरिक रूप से आकर्षित नहीं होते, बल्कि किसी की सोच या बातचीत से भी प्रभावित हो जाते हैं.”

क्या यह सामान्य है?

विज्ञान कहता है कि यह पूरी प्रक्रिया सामान्य और प्राकृतिक है. हर व्यक्ति का अट्रैक्शन पैटर्न अलग होता है और यह उम्र, अनुभव और मानसिकता के हिसाब से बदल सकता है. दूसरे जेंडर को देखकर आकर्षित होना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है. यह आपके दिमाग और हार्मोन्स के बीच होने वाले जटिल संवाद का परिणाम है. लेकिन ध्यान रखें कि आकर्षण सिर्फ फिजिकल या बाहरी रूप से नहीं, बल्कि व्यक्तित्व और व्यवहार से भी जुड़ा होता है. इसलिए इसे समझना और सम्मान देना दोनों जरूरी है.

इसे भी पढ़ें: क्या पीरियड्स रोकने की दवा से हो सकती है मौत, डॉक्टर से जानें क्यों होता है ऐसा?

Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button