Rajasthan RTO Online Services Details; Driving Licence | Jaipur | अब घर बैठे 200 रुपए में बनेगा…

राजस्थान में अब ड्राइविंग लाइसेंस से लेकर गाड़ी की रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (RC) रिन्यू करवाने जैसे 37 काम घर बैठे ऑनलाइन कर सकेंगे। न आरटीओ के चक्कर लगाने होंगे और न किसी एजेंट को कमीशन देना पड़ेगा। गाड़ियों की एनओसी मुफ्त में और ड्राइविंग लाइसेंस महज 2
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ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट में अन्य विभागों की तर्ज पर ऑनलाइन प्लेटफॉर्म तैयार किया गया है। स्मार्ट फोन, कम्प्यूटर, लेपटॉप या ई–मित्र जाकर सारे काम करवा सकेंगे। इसकी शुरुआत जयपुर आरटीओ ऑफिस से हुई है। विभाग को इसका अच्छा फीडबैक मिला है। जल्द ही इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा।
ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की नई ऑनलाइन व्यवस्था क्या है? कौन–कौन से काम ऑनलाइन होंगे और इनके लिए कितना शुल्क लगेगा ? क्या अभी दूसरे जिले के लोग भी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं? स्पेशल स्टोरी में पढ़िए ऐसे ही सवालों के जवाब
ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की 37 सेवाएं ऑनलाइन जयपुर के झालाना स्थित आरटीओ ऑफिस के 37 कार्यों की सेवाएं ऑनलाइन पोर्टल पर उपलब्ध हैं। आरटीओ प्रथम राजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि इन सेवाओं में वाहन ट्रांसफर, एनओसी, डुप्लीकेट आरसी, रजिस्ट्रेशन रिन्युअल, एड्रेस बदलना, आरसी कैंसिल, परमिट एप्लिकेशन (स्पेशल, टेंपरेरी, डूप्लीकेट परमिट व रिन्युअल) के काम शामिल हैं। इसके साथ ही आप टैक्स क्लियरेंस सर्टिफिकेट के साथ ही अपने सर्टिफिकेट्स का प्रिंट भी ले सकते हैं। आप किसी तरह का टैक्स ऑनलाइन जमा करा सकते हैं।
अब लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस के लिए RTO ऑफिस जाने की जरूरत नहीं।
लोन कटना (हाइपोथिकेशन टर्मिनेशन ) यानी बैंक या फायनेंस कंपनी का आरसी से नाम हटाने की प्रक्रिया और लोन चढ़ना (हाइपोथिकेशन एडिशन ) यानी फाइनेंस कंपनी से लोन लेने के दौरान की प्रक्रिया को भी ऑनलाइन कर दिया गया है।
22 कार्यों के लिए जाना पड़ेगा RTO ऑफिस इसके अलावा शेष 22 कार्य जिनमें व्हीकल की जरूरत होती है। उसके लिए व्यक्ति को गाड़ी लेकर आरटीओ ऑफिस आना होगा। जैसे व्हीकल मॉडिफिकेशन, व्हीकल फिटनेस सर्टिफिकेट आदि। अगर आप बिना आधार कार्ड ऑथेंटिकेशन के मोबाइल नंबर अपडेट कराना चाहते हैं तो उसके लिए भी आरटीओ ऑफिस आना होगा।
वाहन सिटिजीन ऐप पर RTO से जुड़ी कई तरह की सर्विस ऑनलाइन कर दी गई हैं।
इन 3 वेबसाइट से कर सकते हैं आवेदन
नई व्यवस्था में कोई भी व्यक्ति ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की 3 वेबसाइट से ऑनलाइन आवेदन कर सकता है। अगर आप खुद ऑनलाइन प्रक्रिया से आवेदन करना चाहते हैं तो ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट की वेबसाइट parivahan.gov.in, वाहन सिटीजन सर्विसेज vahan.parivahan.gov.in या सारथी वेबसाइट sarthiparivahan.com पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। सारथी वेबसाइट से आप ड्राइविंग लाइसेंस से संबंधित काम ही कर सकते हैं। अगर आप ऑनलाइन प्रक्रिया के बारे में नहीं जानते हैं तो आरटीओ ऑफिस जाकर हेल्प डेस्क की मदद ले सकते हैं। इसके अलावा आप ई-मित्र से भी अप्लाई कर सकते हैं।
वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन सर्विस में आवेदन कर सकते हैं।
ऐसे करें ऑनलाइन आवेदन
अपने स्मार्ट फोन, कम्प्यूटर से ऑनलाइन आवेदन करने के लिए आप सबसे पहले parivahan.gov.in वेबसाइट पर जाएं।
ऑनलाइन सर्विसेज (Online Services) का विकल्प चुनें। यहां अलग-अलग 22 सर्विसेज डिस्प्ले होगी। आप जिस सर्विस में आवेदन करना चाहे, उस विकल्प को चुन सकते हैं।
- उदाहरण के तौर पर अगर आपको वाहन संबंधी सेवा ( Vehicle Related Services) के लिए आवेदन करना है तो इस पर क्लिक करें। इसके बाद अपना राज्य चुनें।
- एक नया पेज ओपन होगा। यहां आपको अपने वाहन का नंबर डालना होगा। वेरिफिकेशन के लिए चेसिस नंबर देने हाेंगे।
- इसके बाद आप अपने वाहन की नई आरसी डाउनलोड कर सकते हैं। आरसी ओनरशिप ट्रांसफर, एड्रेस चेंज, एनओसी या मोबाइल नंबर अपडेट संबंधित किसी भी काम के लिए उसका विकल्प चुन कर आवेदन कर सकते हैं।
- अब आपको डॉक्यूमेंट अपलोड कर ऑनलाइन राशि जमा करानी होगी। इसके अलावा कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना।
जयपुर RTO में मदद के लिए हेल्प डेस्क
लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए झालाना स्थित आरटीओ ऑफिस में हेल्प डेस्क बनाई गई है। महिला कर्मचारी सहित चार कर्मचारियों की स्पेशल टीम तैनात की गई है। जब भास्कर टीम आरटीओ ऑफिस पहुंची तो हेल्प डेस्क पर मौजूद कर्मचारी लोगों को ऑनलाइन प्रक्रिया के बारे में समझा रहे थे।
जूनियर असिस्टेंट पुष्पेंद्र जाटव ने बताया कि लोगों को ऑनलाइन प्रक्रिया समझाई जा रही है। जिससे वे अन्य लोगों को भी सिखाएं। ऑनलाइन प्रक्रिया में आने वाली परेशानी को हेल्प डेस्क की मदद से दूर किया जा रहा है। रोजाना 100 से 150 लोग आ रहे हैं। विभाग ऑनलाइन प्रक्रिया सिखाने के लिए प्रचार-प्रसार सामग्री भी उपलब्ध कराने जा रहा है।
लोग बोले- नई व्यवस्था किफायती, एनओसी और लोन टर्मिनेशन का नहीं लगता शुल्क
ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू होने से लोग खुश हैं। एनओसी लेने आए सांगानेर के रामजीलाल ने बताया कि उन्हें किसी को एक रुपया नहीं देना पड़ा। जबकि कुछ दिन पहले उन्होंने अपनी दूसरी पर्सनल गाड़ी की एनओसी एजेंट से ली थी। इसके उन्हें 1500 रुपए देने पड़े थे।
वहीं रमेश सिखवाल ने बताया कि वे लोन कटना सर्टिफिकेट (हाइपोथिकेशन टर्मिनेशन ) लेने आए थे। यहां आकर पता चला कि इसकी कोई फीस ही नहीं ली जाती है। पहले वे आरटीओ ऑफिस में चक्कर लगाने से बचने के लिए एजेंट से काम करवाना पड़ता था। अब ऑनलाइन प्रक्रिया और निर्धारित राशि का भुगतान कर आसानी से काम हो रहा है।
सात दिन में ऑनलाइन होगा काम
जयपुर आरटीओ राजेंद्र सिंह ने बताया कि विभाग की अधिकतर सेवाएं ऑनलाइन होने के बावजूद अभी तक काम ऑफिस से हो रहे थे। इस कारण इसका मिसयूज हो रहा था। ऐसे में पूरी व्यवस्था को ऑनलाइन किया गया है। आवेदन को तीन चरणों में पूरा किया जाता है। अगर दस्तावेज व निर्धारित फीस जमा है तो विभाग की गाइडलाइन के अनुसार केवल सात दिनों के अंदर वेरिफाई व अप्रूव्ल हो जाएगा। दस्तावेजों में किसी तरह की कमी होने पर उसे रिवर्ट किया जाएगा। जिसे पूरा करने के बाद उस आवेदन पर विचार किया जाएगा।
दूसरे जिलों के लोग भी कर सकते हैं आवेदन
ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने जयपुर के झालाना आरटीओ ऑफिस में इन्वार्ड (ऑफिस से किए जाने वाले ऑफलाइन काम) संबंधी सभी कार्य बंद कर दिए हैं। यानी पहले की तरह एजेंट की मदद से काम कराना चाहते हैं तो वे भी ऑनलाइन प्रोसेस से ही काम कर सकेंगे। हालांकि प्रदेश के दूसरे जिलों के RTO ऑफिस में ऑफ लाइन कार्य किए जा रहे हैं।
अगर किसी दूसरे जिले का कोई व्यक्ति ऑनलाइन आवेदन करना चाहता है तो वह बिना किसी एजेंट की मदद से ऑनलाइन आवेदन भी कर सकता है। ट्रांसपोर्ट कमिश्नर शुचि त्यागी ने बताया कि ऑनलाइन प्रक्रिया में लोगों को आ रही परेशानी को दूर कर इसे सुगम बनाया जा रहा है। इसके बाद इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा।
अब पढ़िए, RTO में ऑनलाइन काम से जुड़े सवाल और उनके जवाब …
सवाल : लोगों को ऑनलाइन प्रक्रिया में परेशानी न हो इसके लिए क्या कर रहे हैं?
जवाब : जयपुर RTO प्रथम राजेंद्र सिंह शेखावत ने बताया इसके लिए ऑफिस में हेल्प डेस्क बनाई गई है। सूचना सहायक सहित 4 कर्मचारियों का स्टाफ लगाया गया है। ये कर्मचारी लोगों की ऑनलाइन आवेदन में मदद करते हैं। लोगों में धीरे-धीरे डिजिटल साक्षरता बढ़ेगी तो एजेंट का चक्कर कम होगा और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा। इसके अलावा जल्द ही विभाग की ओर से लोगों को प्रचार-प्रसार की सामग्री भी देंगे। जिससे वे ऑनलाइन प्रक्रिया को सीख सके।
सवाल : आरटीओ ऑफिस में अचानक ऑनलाइन सर्विस शुरू करने का आदेश क्यों दिया?
जवाब : 2022 में पहली बार कई कार्यों को ऑनलाइन करने का आदेश दिया गया था। इसके बावजूद ऑफलाइन काम हो रहे थे। विभाग ने लोगों को राहत देने के लिए यह निर्णय लिया है। तीन सौ रुपए की फीस के हजार से दो हजार रुपए लिए जा रहे थे। मैं इसे लूट की कोशिश ही कहूंगा। हम इस एजेंडे को स्वीकार नहीं कर सकते। सीएम के साफ निर्देश हैं कि लोगों को सुशासन दिया जाए। जिसका ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट पालना कर रहा है।
सवाल : क्या घर बैठे ड्राइविंग लाइसेंस बन जाएगा? ट्रायल नहीं देना होगा?
जवाब : ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने ड्राइविंग लाइसेंस आवेदन, स्लॉट बुकिंग, डॉक्यूमेंट अपलोड और पेमेंट को ऑनलाइन किया है। सिर्फ लर्निंग लाइसेंस के लिए ऑनलाइन टेस्ट की सुविधा दी है। परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आरटीओ में ट्रायल टेस्ट देना होगा।
सवाल : डूप्लीकेट ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आरटीओ ऑफिस जाना होगा?
जवाब : आधार ऑथेंटिकेशन के साथ e-KYC कंप्लीट है, तो बिना RTO गए ही डूप्लीकेट ड्राइविंग लाइसेंस डाक द्वारा उसके घर पर भेज दिया जाएगा। अगर आधार से लिंक वेरिफिकेशन नहीं है या रिकॉर्ड में कुछ गड़बड़ी है तो वेरिफिकेशन के लिए आरटीओ ऑफिस जाना होगा।
ड्राइविंग लाइसेंस का प्रोसेस
ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया 2 चरणों में पूरी होती है। पहले लर्निंग लाइसेंस और इसके बाद परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना। लर्निंग लाइसेंस प्रैक्टिस लाइसेंस है, जो 6 महीने तक वैध रहता है। टेस्ट पास न कर पाने पर इसे 6 और महीने के लिए एक्सटेंड किया जा सकता है। लर्निंग लाइसेंस के बिना स्थायी डीएल के लिए आवेदन नहीं हो सकता है। इसके मिलने के 30 दिन बाद और 6 महीने के भीतर परमानेंट DL के लिए आवेदन कर सकते हैं।