1500 deaths every year in Rajasthan due to not wearing helmet | राजस्थान में हेलमेट न पहनने से…

राजस्थान में हेलमेट न पहनने या खराब क्वालिटी के हेलमेट के कारण हर साल 1500 से अधिक लोगों की मौत हो जाती है। यह राज्य में होने वाली कुल सड़क दुर्घटना मौतों का 15 प्रतिशत है। इस समस्या से निपटने के लिए “हमें फिक्र है” अभियान की शुरुआत की गई है।
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इसी अभियान के तहत रविवार को जयपुर में एक विशेष हेलमेट जागरूकता बाइक रैली का आयोजन किया गया। रैली में 340 से अधिक राइडर्स ने हिस्सा लिया। इनमें 25 महिला बाइकर्स भी शामिल थीं। रैली की शुरुआत लूनियावास से हुई। यह टोंक रोड पर स्थित गुप्ता हेलमेट्स, सांगानेर पर समाप्त हुई।
अमृतांश गुप्ता और उनकी टीम ने इस रैली का आयोजन किया। रैली की एक खास बात यह रही कि जयपुर के सभी बाइकर क्लबों के सदस्यों ने बिना किसी बैनर के भाग लिया। सभी का एक ही उद्देश्य था – सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाना।
रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान में प्रतिदिन 7 से अधिक लोगों की मौत हेलमेट न पहनने से होती है। रैली में शामिल सभी राइडर्स ने संदेश दिया कि सड़क पर सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है। हर राइडर को हेलमेट और सुरक्षा उपकरणों का उपयोग अवश्य करना चाहिए।
हर दिन 7 घरों के चिराग बुझ रहे
अमृतांश गुप्ता ने बताया कि प्रदेश में हर साल 15 से ज्यादा और हर दिन 7 से ज्यादा बाइक सवाल लोगों की सड़क दुर्घटना में मौत हो जाती है। एक घर का चिराग सिर्फ इस लिए बुझ जाता है क्यों उसे अच्छे हेलमेट या बाइक पर बिना हेलमेट सफर नही करने की जागरूकता नही होती। ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादातर बाइक चलाते समय लोग हेलमेट का उपयोग नही करते। शहर में लोग चालान के डर हेलमेट पहनते हैं, लेकिन घटिया क्वालिटी का। जो किसी भी तरह से आप के जीवन के लिए सुरक्षित नही है।
अमृतांश गुप्ता ने बताया किइस रैली की सबसे बड़ी विशेषता यह रही कि जयपुर के सभी बाइकर्स क्लबों, राइडिंग क्लबों और स्वतंत्र राइडर्स ने बिना किसी समूह के नाम या बैनर के, केवल सुरक्षा और जागरूकता के संदेश के लिए एकजुट होकर भागीदारी की। इस रैली की शुरुआत लूनियावास से हुई और समापन सांगानेर (टोंक रोड) पर हुआ। इस जागरूकता रैली में 400 से अधिक राइडर्स ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और पूरे अनुशासन के साथ सड़क सुरक्षा का संदेश जन-जन तक पहुंचाया।
महिलाओं बाइकर्स ने निभाई भागीदारी
इस हेलमेट जागरूकता रैली में महिला बाइकरों की सक्रिय उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी खास बनाया, साथ ही यह संदेश दिया कि सुरक्षा और सशक्तिकरण दोनों ही समाज की प्रगति के लिए समान रूप से आवश्यक हैं। उन्होंने कहा कि सड़क पर सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए और हर राइडर का कर्तव्य है कि वह हेलमेट और राइडिंग गियर का उपयोग अनिवार्य रूप से करे।