Despite the red alert, there was no heavy rain in Chittorgarh | चित्तौड़गढ़ में रेड अलर्ट के…

चित्तौड़गढ़ जिले में शनिवार दोपहर से बारिश का सिलसिला शुरू हुआ, जो शाम तक धीरे-धीरे थम गया। कहीं तेज बारिश हुई तो कहीं हल्की फुहारें पड़ीं। इस बारिश ने मौसम को ठंडा और खुशनुमा बना दिया, जिससे लोगों को गर्मी और उमस से कुछ देर के लिए राहत मिली।
.
पिछले कुछ दिनों से जिले में तापमान बहुत ज्यादा बढ़ गया था। उमस के कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही थी। लेकिन शनिवार को आई बारिश से मौसम कुछ देर के लिए ठंडा हो गया। हालांकि बारिश रुकते ही दोबारा उमस बढ़ने लगी, जिससे थोड़ी परेशानी फिर से महसूस हुई।
शनिवार को अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो शुक्रवार के मुकाबले थोड़ा ही कम रहा। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 36.6 डिग्री था। यानी बारिश के बावजूद तापमान में कोई बड़ा फर्क नहीं आया, लेकिन मौसम जरूर थोड़ा सुहावना हो गया।
रावतभाटा में रुक रुक कर बारिश हुई।
कपासन में भी अच्छी बारिश हुई।
रास्तों पर खड्डों के कारण पानी भर गया।
मेड़ीखेड़ा फाटक के पास अच्छी बारिश हुई।
चित्तौड़गढ़ के अलावा जिले के अन्य हिस्सों जैसे गंगरार, बस्सी, निंबाहेड़ा, भदेसर, बेगूं, कपासन और रावतभाटा में भी रुक-रुक कर बारिश होती रही। बारिश कहीं हल्की तो कहीं थोड़ी ज्यादा हुई। बस्सी में सबसे ज्यादा 54 एमएम और कपासन में 53 एमएम बारिश दर्ज की गई। इसके अलावा चित्तौड़गढ़ में 39 एमएम, गंगरार में 41 एमएम, बेगूं में 23 एमएम, रावतभाटा में 14 एमएम, निंबाहेड़ा में 26 एमएम और भदेसर में 21 एमएम बारिश हुई।
बारिश से सड़कों पर पानी जमा नहीं हुआ, क्योंकि बारिश लगातार नहीं हुई। लेकिन कुछ जगहों पर कीचड़ जरूर हो गया। इसके बावजूद बारिश से लोगों के चेहरे खिल उठे और मौसम का लुत्फ उठाया गया।
जिले में आज भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए रेड अलर्ट जारी किया गया था। हालांकि उतनी भारी बारिश नहीं हुई, जितनी उम्मीद की जा रही थी। बांधों की बात करें तो जिले के प्रमुख बांधों में भी अच्छी बारिश दर्ज की गई। गंभीरी बांध में 12 एमएम, बस्सी बांध में 48 एमएम, औराई बांध में 46 एमएम और कपासन बांध में 26 एमएम बारिश हुई है। यह पानी भविष्य में पीने और खेती के काम आएगा।
मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि 26 अगस्त तक जिले में भारी बारिश हो सकती है। इसके लिए प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है और लोगों से सावधानी बरतने की अपील की गई है।
दुर्ग पर भी बारिश के बाद मौसम सुहावना हो गया था।
बेगूं के चेची मार्ग पर बारिश के बाद पानी भर गया।
बादलों से ढका नजर आया दुर्ग