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Shimla Municipal QR Codes Dogs Necks Find Rabies News Update | शिमला में कुत्तों के गले में QR…

कुत्तों के गले में QR कोड से रेबीज वैक्सीनेशन का पता चलेगा

शिमला नगर निगम ने आवारा कुत्तों की समस्या से निपटने के लिए एक नई पहल की शुरुआत की है। नगर निगम ने सभी आवारा कुत्तों को QR कोड और GPS युक्त स्मार्ट कॉलर पहनाने की मुहिम आज से शुरू कर दी है। शिमला शहरी के विधायक हरीश जनारथा ने आज यानी शनिवार को इस पहल

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नगर निगम द्वारा कुत्तों के कॉलर में लगाए QR कोड में उनकी उम्र, नसबंदी की स्थिति और टीकाकरण का रिकॉर्ड रखा जाएगा। शहर के लोग या कोई भी व्यक्ति QR कोड स्कैन करके कुत्तों की सभी जानकारी देख सकेंगे। यह कदम कुत्तों की आबादी नियंत्रित करने और काटने की घटनाओं को रोकने के लिए उठाया गया है। नगर निगम के इस कार्यक्रम में 10 अन्य गैर-सरकारी संगठन और स्वयंसेवक भी शामिल है।

पट्टों से होगी पहचान

नगर निगम द्वारा कुत्तों के गले में अलग-अलग रंग के पट्टे लगाए जा रहे हैं। इससे यह पहचान होगी कि कुत्ता कितना खतरनाक है। खतरनाक कुत्तों के गले में लाल रंग के पट्टे लगाए जाएंगे।

नगर निगम की की टीम शहर के सभी वार्डो में जाकर लोगों को आक्रामक कुत्तों से बचाव के तरीके भी बताएगी। वहीं इसके अलावा नगर निगम ने शहर लोगों के लिए एक हेल्पलाइन 6005185660 भी जारी किया है। शहरवासी इस पर आवारा कुत्तों के बाद सूचना दे सकते है। यह पहल शहर के निवासियों और पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद करेगी।

विधायक हरीश जनारथा ने पहल की सराहना की है।

14 दिनों तक चलेगा अभियान- जनारथा

शिमला शहरी विधायक हरीश जनारथा ने कहा कि यह अभियान 15 अगस्त से शुरू हुआ था और 29 अगस्त तक चलेगा। इस 14 दिन के अभियान में लावारिस कुत्तों की वैक्सीनेशन कर टैगिंग की जाएगी। आज लावारिस कुत्ते को कॉलर पहनाया गया है, जिनकी एंटी रेबीज वैक्सीनेशन हो गयी है। उसके गले में क्यू आर कोड भी है जिसको स्कैन करने से कुत्ते की पूरी डिटेल आ जाएगी कि कुत्ते की वैक्सीनेशन हुई है या नहीं।

इस अभियान से एक फायदा यह होगा कि पूरे शहर में लावारिस कुत्ता की गणना हो जाएगी साथ ही यह भी पता चल जाएगा कि कितने कुत्तों की वैक्सीनेशन हुई है। विधायक हरीश जनारथा ने कहा कि इस अभियान के अंतर्गत स्कूलों में भी बच्चों को लावारिस कुत्तों के प्रति जागरूक किया जा रहा है।

वहीं नगर निगम शिमला के महापौर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि नगर निगम ने आवारा कुत्तों की समस्या से निपटने के लिए रेबीज मुक्त शिमला अभियान शुरू किया है। MC के इस अभियान का लोगों के लिए बहुत लाभ होगा। क्योंकि कुत्ते के काटने से लोगों को बहुत नुकसान होता था।

उन्होंने कहा कि शिमला देश का पहला राज्य है जहां पर ऐसा अभियान की शुरुआत की गई है जिसे हमारा कार्य प्रगति परिचय पिछले लगभग हम 2 साल से इस काम को कर रहे हैं। हंड्रेड परसेंट स्टरलाइज करने का विचार है। इस अभियान पर नगर निगम शिमला सुप्रीम कोर्ट की रूलिंग से पहले ही 2 साल से कार्य को कर रहा है।

आने वाले समय में इससे पापुलेशन को कम करने में भी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि लावारिस कुत्तों को सौ प्रतिशत स्टरलाइजेशन करने का मकसद है।

4000 कुत्तों का टीकाकरण करना लक्ष्य महापौर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि नगर निगम ने अब तक 2200 से ज्यादा कुत्तों को वैक्सीनेटर कर दिया है। नगर निगम ने शहर में 4000 कुत्तों के वैक्सीनेशन का लक्ष्य रखा है। इसे भी जल्द पूरा किया जाएगा। वहीं उन्होंने कहा कि नगर निगम प्रदेश सरकार से भी आग्रह करेगा कि शिमला के साथ लगती 17 पंचायतें है जिसका असर शिमला शहर में भी पड़ता है कि वहां पर भी इस प्रकार का स्टरलाइजेशन कार्यक्रम आरंभ किया जाए। ताकि शहर में आवारा कुत्तों की समस्या को कम से कम किया जा सकें।

शहर में बनेंगे फीडिंग जोन वहीं महापौर सुरेंद्र चौहान ने कहा कि शहर में फीडिंग जोन चिन्हित किए जाएंगे। जहां लोग आवारा कुत्तों को खाना वगैरह दे पाएंगे। अगर इन फीडिंग पॉइंट के अतिरिक्त कोई व्यक्ति लावारिस कुत्तों को खाने की वस्तु देगा तो उसे भारी भरकम जुर्माना लगेगा।

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