अनिल अंबानी की कंपनी ने इस टोल रोड प्रोजेक्ट को बेचने का लिया फैसला, 2000 करोड़ में होगी डील

Anil Ambani: अनिल अंबानी (Anil Ambani) की कंपनी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर (Reliance Infrastructure) ने अपने पुणे सतारा टोल रोड (PSTRPL) प्रोजेक्ट को सिंगापुर की कंपनी क्यूब हाइवेज इन्फ्रास्ट्रक्चर III प्राइवेट लिमिटेड को बेचने का प्रस्ताव रखा है. यह डील 2000 करोड़ रुपये में होने का अनुमान लगाया गया है.
क्यों कंपनी ने लिया प्रोजेक्ट को बेचने का फैसला?
इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी ने 22 अगस्त को एक बयान में कहा कि इस कदम का मकसद अपने नॉन-कोर एसेट्स को मोनेटाइज करना और लॉन्ग टर्म में कंपनी को फाइनेंशियली मजबूत बनाना है.
कंपनी ने एक बयान में कहा, यह लेनदेन रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के नॉन-कोर एसेट्स के मोनेटाइजेशन, फाइनेंशियल फ्लेसिबिटी को बढ़ाने और लॉन्ग टर्म में वैल्यूएशन को बढ़ाने को लेकर कंपनी की स्ट्रैटेजी में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. यह डील शायद इस महीने के आखिर तक फाइनल हो जाएगी, बशर्ते इसके लिए जरूरी रेगुलेटरी अप्रूवल्स मिल जाए.
इन पैसों का क्या करेगी कंपनी?
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने कहा है कि इस डील से मिलने वाले 600 करोड़ रुपये का इस्तेमाल कंपनी भविष्य के योजनाओं के लिए करेगी. जबकि बाकी के 1400 करोड़ रुपये बकाए कर्ज को चुकाने में किए जाएंगे. इससे कंपनी की बैलेंस शीट मजबूत होगी.
PSTRPL की नींव 2010 में रखी गई थी, जिस पर पूरी तरह से रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर का मालिकाना हक था. इसका मकसद महाराष्ट्र में NHDP (राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना) के चरण V के तहत पुणे-सतारा सेक्शन को चार लेन से छह लेन तक चौड़ा करना था. यह परियोजना 30 अप्रैल, 2022 को अस्थायी रूप से पूरी हो गई और अब यह पूर्ण रूप से पूरी होने की प्रक्रिया में है. इससे पहले 2020 में रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने दिल्ली-आगरा टोल रोड को क्यूब हाइवेज को 3600 करोड़ में बेचा था. शुक्रवार को रिलायंस इंफ्रा के शेयर 4.44 परसेंट गिरकर 289.50 के लेवल पर बंद हुए.
ये भी पढ़ें:
नहीं कम हो रहीं अनिल अंबानी की मुश्किलें, ED के बाद अब CBI ने की छापेमारी; जानें पूरा मामला