एक या दो बार नहीं, 11 साल की बच्ची को 21 बार घोंपा चाकू… घर में बैट चोरी करने घुसे नाबालिग ने…

हैदराबाद में एक दिल दहलाने वाली घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया है. एक 10 साल की मासूम बच्ची सहस्रा, जो केंद्रीय विद्यालय में कक्षा 6 की छात्रा थी, उसकी क्रूरता से हत्या कर दी गई. वजह? महज एक क्रिकेट बैट चोरी करने की चाहत. पुलिस जांच में सामने आया कि 14 साल के पड़ोसी लड़के ने इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया. उसने बच्ची पर 18 से 21 बार चाकू से वार किए. यह घटना सोमवार को हुई, जब सहस्रा अपने घर में अकेली थी.
सहस्रा के पिता बाइक मैकेनिक और मां लैब टेक्नीशियन हैं. परिवार एक साधारण मध्यमवर्गीय जीवन जीता था. उस दिन सुबह, माता-पिता अपने 6 साल के बेटे को स्कूल छोड़कर काम पर चले गए. स्कूल की छुट्टियों के कारण सहस्रा घर पर थी. दोपहर करीब 12:30 बजे, पिता घर लौटे तो मुख्य दरवाजा बाहर से बंद था. अंदर जाकर उन्होंने अपनी बेटी को खून से लथपथ मृत पाया, जिसके पेट पर चाकू के कई घाव थे.
आरोपी नाबालिग को हिरासत में लिया
साइबराबाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चार दिन की तलाश के बाद आरोपी नाबालिग को हिरासत में लिया. पूछताछ में उसने हत्या की बात कबूल की, लेकिन पुलिस के सामने सवाल है कि अगर मकसद सिर्फ बैट चोरी करना था, तो चाकू लेकर आने की जरूरत क्यों पड़ी? प्रारंभिक जांच में यौन उत्पीड़न की संभावना से इनकार किया गया है. पुलिस को संदेह है कि हमलावर परिवार का परिचित हो सकता है, क्योंकि जबरन प्रवेश के कोई निशान नहीं मिले और बच्ची ने कोई विरोध भी नहीं किया.
इस घटना पर क्या बोले ACP?
बालानगर के DCP के. सुरेश कुमार ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. फोरेंसिक टीम ने सबूत और उंगलियों के निशान एकत्र किए. परिवार ने पुष्टि की कि कोई संपत्ति गायब नहीं हुई. एसीपी पी. नरेश रेड्डी ने कहा, “घर में तोड़फोड़ या संघर्ष के कोई निशान नहीं मिले.” पुलिस ने बीएनएस की धारा 103(1) के तहत हत्या का मामला दर्ज किया है.