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पुलिस की गिरफ्त में आरोपी पत्नी संगीता और उसका बेटा साहिल। इनसेट में मृतक प्रॉपर्टी डीलर हरवीर की फाइल फोटो।
हरियाणा के फरीदाबाद के प्रॉपर्टी डीलर हरबीर मलिक मर्डर केस का खुलासा हो चुका है। हत्या के आरोप में उसकी नर्स पत्नी संगीता और बेटे साहिल को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। कुकर से सिर पर वार कर हरवीर की हत्या की गई थी।
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पुलिस की पूछताछ में दोनों ने हत्या के पीछे की जो वजह पुलिस को बताई, वह चौंका देने वाली है। पुलिस के मुताबिक, मां-बेटे ने घर में रखे 7 लाख रुपए अपने मौज-मस्ती के लिए उड़ा दिए थे। जब इसका पता हरवीर को लगा तो उसने पैसे का हिसाब मांगा तो दोनों ने कह दिया कि हमें क्या पता।
इस पर हरवीर ने काफी झगड़ा किया। यहां तक उसने दोनों को घर से बाहर निकालकर दरवाजा बंद कर लिया था। यहां तक धमकी दे दी थी कि घर में घुस मत जाना। इस पर मां-बेटा परेशान हो गए। इसके बाद दोनों ने उसके मर्डर की प्लानिंग की।
दोनों ने कत्ल से लेकर शव को ठिकाने लगाने और पुलिस से बचने का फुलप्रूफ प्लान बनाया था। यह प्लान कामयाब भी हो गया था, लेकिन दोनों से दो बातें ऐसी हो गई, जिनसे पूरे मामले का खुलासा हो गया। क्या था प्लान, कैसे कत्ल को अंजाम दिया, कैसे शव ठिकाने लगाया और कैसे 40 दिन तक पुलिस से बचे रहे? पढ़िए दैनिक भास्कर एप की पूरी रिपोर्ट…
फरीदाबाद का वह जंगल, जहां हरवीर की लाश फेंकी गई थी।
पहले जानिए लापता होने और फिर शव मिलने की कहानी…
- टेरा सोसाइटी में पत्नी-बेटे के साथ रहता था हरवीर : फरीदाबाद की बीपीटीपी पुलिस के अनुसार मूल रूप से अजरौंदा गांव का रहने वाला हरवीर प्रापर्टी डीलर का काम करता था। वर्तमान में वह फरीदाबाद के सेक्टर-75 में टेरा सोसाइटी में पत्नी संगीता और बेटे साहिल (22) के साथ फ्लैट में रहता था। उसकी पत्नी संगीता फरीदाबाद के ESI अस्पताल में नर्स का काम करती है। संगीता फरीदाबाद एनआईटी गांधी कालोनी की रहने वाली है और दोनों ने 1999 में शादी की थी। बेटा BBA की पढ़ाई कर रहा है। सोसाइटी में ही उसने ऑफिस बनाया हुआ था।
- 10 जुलाई को लापता, पत्नी-बेटा बोले- नेपाल घूमने गए : चाचा अमर सिंह मलिक के अनुसार, उसका भतीजा हरवीर 10 जुलाई को अचानक लापता हो गया। उसका मोबाइल ‘स्विच ऑफ’ आ रहा था। उसने जब हरवीर की पत्नी संगीता से हरवीर के बारे में पूछा, तो उसने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। 15 जुलाई को संगीता अपने बेटे साहिल के साथ अजरौंदा गांव स्थित ससुराल पहुंच गई, जहां उसने परिजनों को बताया कि हरवीर नेपाल घूमने गए हैं।
- एक महीने तक लगातार टरकाती रही पुलिस: हरवीर को लापता हुए कई दिन हो गए थे। परिवार वाले उसे तलाश करके थक चुके थे, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लग सका था। उधर, पत्नी-बेटा बार-बार यही कह रहे थे कि हरवीर नेपाल गया है, लेकिन मोबाइल बंद होने की वजह से उससे संपर्क नहीं हो सका था। चाचा अमर सिंह मलिक के मुताबिक, उन्होंने 27 जुलाई को बीपीटीपी थाने में शिकायत दी। पुलिस ने उन्हें रिश्तेदारी में तलाश करने का कहा। फिर 31 जुलाई को थाने पहुंचे तो पुलिस ने टरका दिया। कार्रवाई न होती देख कमिश्नर ऑफिस में शिकायत दी। इसके बावजूद पुलिस ने 15 अगस्त के बाद जांच करने को कहा।
- 20 अगस्त को जंगल में डेडबॉडी गठरी से बरामद कराई : हरवीर को लापता हुए 40 दिन बीत चुके थे। 17 अगस्त को हरवीर के भाई कुलबीर ने पुलिस को जाकर हरवीर की पत्नी और बेटे पर शक बताया। इसके बाद पुलिस ने 18 अगस्त को मां-बेटे दोनों को फरीदाबाद से हिरासत में ले लिया गया। पुलिस ने दोनों से 18 और 19 अगस्त को पूछताछ की। पुलिस की पूछताछ के दौरान बेटे साहिल ने 20 अगस्त की दोपहर को हरवीर की लाश को अरावली के जंगल से बरामद करा दिया। 40 दिनों तक लाश के जंगल में पड़ा रहने के कारण शव बुरी तरह से सड़ चुका था।
मामले की जानकारी देता बड़ा भाई कुलबीर मलिक।
2 पॉइंट में जानिए कैसे बढ़ा पत्नी और बेटे पर शक
- नेपाल जाने की बात और घर खाली करने पर शक हुआ: चाचा अमर सिंह मलिक ने पुलिस को सूचना दी कि जब से उसका भतीजा हरवीर लापता हुआ है, उसकी पत्नी संगीता और बेटा अजीब से जवाब दे रहे है। दोनों टेरा सोसाइटी का घर खाली कर अजरौंदा आ गए है और यहां सभी से कहते फिर रहे है कि हरवीर नेपाल गया है। जब से वह गया है, उसका मोबाइल बंद आ रहा है। ऐसा तो हरवीर ने पहले कभी नहीं किया। पुलिस को भी ये बाद अटपटी लगी।
- हरवीर के मोबाइल से आया मैसेज- अनहोनी हो गई: चाचा अमर सिंह ने बताया कि भतीजे के लापता होने के 5 दिन बाद ही हमने संगीता और साहिल से सवाल पूछा था कि हरवीर का मोबाइल बंद क्यों आ रहा है, क्या कह कर गया है, कब तक लौटेगा, नेपाल में कहां गया है, हम देखने चलते है? तो दोनों कोई संतुष्टि भरा जवाब नहीं दे पाया। इसी दिन हरवीर के मोबाइल से मेरे पास मैसेज आया। इसमें लिखा था- एक अनहोनी हो गई है, हरवीर अब वापस नहीं आएगा। मैसेज आते ही उसे मोबाइल पर कॉल की गई तो वह फिर बंद मिला। इससे मां-बेटे शक गहरा गया।
अस्पताल में मौजूद मृतक हरवीर के चाचा और परिवार के लोग। पुलिस ने 20 अगस्त को हरवीर की डेडबॉडी बरामद की थी।
अब यहां जानिए पुलिस ने कैसे किया मर्डर का खुलासा…
- परिवार ने जताया शक तो पुलिस हिरासत में लिया : बीपीटीपी थाना प्रभारी अरविन्द ने बताया कि हरवीर के चाचा अमर सिंह और भाई कुलबीर ने मां-बेटे पर ही हत्या करने का शक जताया था। पुलिस को भी दोनों की गतिविधियां संदिग्ध लगी। लापता होने वाले दिन ही टेरा सोसाइटी वाला मकान खाली करने का शोर मचा था। दूसरा वह मैसेज जो हरवीर के चाचा के पास आया था। इसकी लोकेशन पता कराने पर मालूम चला कि यह हरवीर के मोबाइल से ही किया गया और फरीदाबाद क्षेत्र से ही डिलीवर हुआ। यानि नेपाल जाने वाली बात पर शक हुआ। इस पर संगीता और साहिल को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो दोनों वारदात करना कबूल कर लिया।
- 10 जुलाई को 7 लाख रुपए के विवाद में हुआ था झगड़ा : बीपीटीपी थाना प्रभारी के मुताबिक, पूछताछ में मां-बेटे ने खुलासा किया कि हरवीर ने 10 जुलाई से पहले घर में 7 लाख रुपए लाकर रखे थे। इन रुपए को उन दोनों ने अपने शौक पूरा करने में खर्च कर दिया। 10 जुलाई को हरवीर को जब इसका पता चला तो उसने जमकर झगड़ा किया। घर से बाहर निकाल कर दरवाजा तक बंद कर दिया था। आसपास के लोगों ने झगड़े की बात पूछी थी तो उसने यह कहकर उन्हें वापस भेज दिया था कि यह उनका पर्सनल मैटर है। झगड़ा खत्म होने के बाद संगीता बेटे साहिल लेकर इसी सोसाइटी में रहने वाली अपनी बहन ज्योति के फ्लैट पर चले गए।
- 10 जुलाई की रात को सिर पर कुकर से वार कर हत्या की : थाना प्रभारी के मुताबिक, 10 जुलाई की रात को हरवीर अपने फ्लैट के कमरे में अकेला सो रहा था। उसकी पत्नी संगीता और बेटे साहिल ने वापस लौटे और दरवाजा खटखटाया, लेकिन हरवीर ने दरवाजा नहीं खोला। इसके बाद बेटा साहिल पड़ोसी के फ्लैट की बालकनी से होते हुए अपने फ्लैट की बालकनी में पहुंच गया और वहां का दरवाजा खोलकर फ्लैट को अंदर से खोल दिया। इसके बाद साहिल की उसके पिता से गेट न खोलने को लेकर बहस हो गई। बहस के दौरान साहिल ने कुकर से हरवीर के सिर पर वार कर दिया। सिर पर लगी चोट के कारण हरवीर की मौके पर ही मौत हो गई।
- फ्लैट से सामान निकालने के बहाने शव निकाला : थाना प्रभारी ने बताया कि पूछताछ में मां-बेटे ने शव को ठिकाने की प्लानिंग बताई। 11 और 12 जुलाई को दोनों ने हरवीर की लाश को अच्छे से बोरे में पैक कर दिया। बोरे में लाश को पैक करने से पहले उस पर पॉलीथिन की कई लेयर चढ़ाई गई। इसके अलावा चादर और कंबल से उसको कवर कर दिया, ताकि खून न निकल जाएं। 13 जुलाई को साहिल अपने एक दोस्त की गाड़ी मांगकर लाया और फ्लैट से कुछ सामान गाड़ी में रखा। इसी सामान के साथ दोनों ने हरवीर की बोरे में पैक लाश को रख लिया और अरावली के जंगल में सूरजकुंड रोड पर सिद्धार्थ आश्रम से 300 मीटर आगे पुलिया के नीचे फेंक दिया। लाश को फेंकने के बाद दोनों वापस फ्लैट पर आ गए और 14 अगस्त को अजरौंदा में हरवीर के घर आ गए। यहां दोनों ने हरवीर के नेपाल जाने की कहानी बताई।
पुलिस ने मां-बेटे को 4 दिन के रिमांड पर लिया पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने बताया कि हरवीर की पत्नी संगीता और उसके बेटे साहिल को कोर्ट में पेश कर 4 दिन के रिमांड पर लिया है। इस मामले को लेकर अभी गहनता से जांच जारी है। जांच में जो भी सामने आएगा ,उसी के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।
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हरियाणा के फरीदाबाद जिले में प्रॉपर्टी डीलर की हत्या कर दी गई। प्रॉपर्टी डीलर 40 दिन से लापता था। शाम को उसका शव सूरजकुंड थाना क्षेत्र के सिद्धार्थ आश्रम से लगभग 300 मीटर दूर जंगलों में एक पुलिया के नीचे से बरामद हुआ। (पूरी खबर पढ़ें)