इन चार वजहों से क्रैश हुआ भारतीय शेयर बाजार, कुछ ही देर में निवेशकों के 2 लाख करोड़ रुपये…

Stock Market News: घरेलू शेयर बाजार में हफ्ते के आखिरी दिन बड़ी गिरावट देखने को मिली. बीएसई सेंसेक्स करीब 650 अंक टूटा, वहीं एनएसई निफ्टी 170.45 अंक यानी 0.68 प्रतिशत गिरकर 24,913.30 पर बंद हुआ. इस तेज गिरावट के चलते बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों की कुल मार्केट कैप में लगभग 2 लाख करोड़ रुपये की कमी हो गई.
आइये जानते हैं कि भारतीय शेयर बाजार में इतनी बड़ी गिरावट की वो क्या खास वजह रही-
1-गौरतलब है कि यह गिरावट ऐसे समय में आई है जब दुनियाभर के निवेशकों की नजर जैक्सन होल कॉन्फ्रेंस पर टिकी हुई है, जहां यूएस फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल की स्पीच होनी है. उनके बयान से अमेरिकी मौद्रिक नीति को लेकर अगला रुख साफ हो जाएगा. यही वजह रही कि भाषण से ठीक पहले बाजार में मुनाफावसूली तेज हो गई.
2-दूसरी बड़ी वजह रही डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी. शुक्रवार को रुपया 11 पैसे फिसलकर 87.36 के स्तर पर आ गया. यह उस समय हुआ जब कच्चे तेल की कीमतों में भी गिरावट थी. हालांकि, आरबीआई के दखल की वजह से रुपये को सीमित दायरे में गिरावट का सामना करना पड़ा.
3-तीसरी अहम वजह अमेरिकी टैरिफ है. भारत पर इस समय 25 प्रतिशत अमेरिकी टैरिफ लागू है, लेकिन 27 अगस्त से यह 50 प्रतिशत हो जाएगा. इस भारी-भरकम टैरिफ ने निवेशकों के सेंटिमेंट को बिगाड़ दिया और डर का माहौल बना दिया. यही वजह रही कि जीएसटी रिफॉर्म से जुड़े प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बड़े ऐलान के बावजूद शुक्रवार को बाजार में तेज गिरावट देखने को मिली.
4-घरेलू शेयर बाजार में शुक्रवार को गिरावट उस समय देखने को मिली जब इससे पहले जीएसटी रिफॉर्म के ऐलान के बाद सेंसेक्स और निफ्टी लगातार छह दिनों तक तेजी से चढ़े थे. इस गिरावट में सबसे ज्यादा दबाव आईटी और फाइनेंशियल सेक्टर पर रहा. आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक जैसे दिग्गज शेयरों में भारी बिकवाली हुई, जिसकी वजह से बाजार का रुख कमजोर हो गया. नतीजा यह रहा कि निफ्टी और सेंसेक्स के अधिकांश इंडेक्स लाल निशान में कारोबार करते नजर आए.