Israel On Gaza: ‘हमास ने नहीं मानी शर्तें तो खुल जाएगा नर्क का द्वार’ इजरायल के रक्षा मंत्री की…

इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज़ ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक बेहद सख़्त चेतावनी जारी की. उन्होंने कहा कि अगर हमास तेल अवीव की शर्तों पर युद्ध समाप्त करने सभी बंधकों को रिहा करने और निरस्त्रीकरण के लिए राज़ी नहीं होता है तो गाजा शहर को पूरी तरह तबाह कर दिया जाएगा.
काट्ज ने पोस्ट में लिखा कि जल्द ही गाजा में हमास के हत्यारों और बलात्कारियों के सिर पर नर्क के द्वार खुल जाएंगे. यह बयान ऐसे समय में आया है जब इजरायल गाजा शहर पर वृहद आक्रमण की तैयारी कर रहा है. उन्होंने यह भी संकेत दिया कि यदि हमास झुकने को तैयार नहीं हुआ तो गाजा की राजधानी का हाल वही होगा जैसा पहले राफा और बेत हनून का हुआ था, जिन्हें पिछले अभियानों में भारी तबाही झेलनी पड़ी थी. इस चेतावनी ने न केवल फिलिस्तीन बल्कि पूरे अंतरराष्ट्रीय समुदाय में हलचल मचा दी है. गाजा शहर को हमास का गढ़ माना जाता है और इस पर कब्ज़ा करना इजरायल की रणनीति का अहम हिस्सा है.
אישרנו אתמול את תוכניות צה”ל להכרעת החמאס בעזה – באש עצימה, בפינוי תושבים ובתמרון.
בקרוב ייפתחו שערי הגיהנום על ראשם של מרצחי ואנסי החמאס בעזה – עד שיסכימו לתנאי ישראל לסיום המלחמה ובראשם שחרור כל החטופים והתפרקות מנשקם.
אם לא יסכימו – עזה בירת החמאס תהפוך לרפיח ובית חאנון. בדיוק…
— ישראל כ”ץ Israel Katz (@Israel_katz) August 22, 2025
नेतन्याहू की रणनीति और गाजा योजना
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सेना को गाजा शहर पर कब्ज़ा करने का आदेश पहले ही दे दिया है. उनका कहना है कि हमास को हराने और बंधकों को छुड़ाने के प्रयास एक साथ चलेंगे. नेतन्याहू ने एक वीडियो संदेश में कहा कि हमारे दो प्रमुख लक्ष्य है, हमास को हराना और बंधकों की रिहाई. दोनों एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं. इस योजना के तहत इजरायल ने लगभग 60,000 रिजर्व सैनिकों को गाजा शहर पर कब्ज़ा करने के लिए तैनात करने का फैसला लिया है. साथ ही, मध्यस्थों की तरफ से पेश नए युद्धविराम प्रस्ताव पर इजरायल की प्रतिक्रिया का इंतजार है, जबकि हमास ने इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है. इजरायल चाहता है कि बंधकों की रिहाई एक साथ हो, जबकि प्रस्ताव में इसे चरणबद्ध तरीके से करने की बात कही गई है.
अंतरराष्ट्रीय और घरेलू विरोध का सामना कर रहा इजरायल
इजरायल की इस योजना का देश के भीतर और बाहर विरोध हो रहा है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संयुक्त राष्ट्र और कई मानवाधिकार संगठनों ने इजरायल की चेतावनी और गाजा शहर पर संभावित हमले की निंदा की है. कुछ इजरायली परिवार, जिनके प्रियजन बंधक बने हुए हैं. वे चाहते हैं कि सरकार बातचीत के जरिए उनकी सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करे, बजाय इसके कि भारी सैन्य कार्रवाई से उनकी जान खतरे में डाली जाए. आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार,अक्टूबर 2023 में हमास के हमले में 1,219 लोग मारे गए थे, जिनमें अधिकांश नागरिक थे, जबकि गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय का दावा है कि इजरायली हमलों में अब तक 62,000 से अधिक फ़िलिस्तीनी मारे गए, जिनमें से अधिकांश नागरिक हैं. संयुक्त राष्ट्र ने भी इन आंकड़ों को विश्वसनीय माना है.
हमास की स्थिति और भविष्य की दिशा
हमास की ओर से अभी तक इस नई चेतावनी पर कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि हमास बंधकों को रिहा करने और हथियार छोड़ने के लिए तैयार नहीं हुआ तो गाजा शहर पर इजरायल का हमला और भी खूनी और विनाशकारी साबित हो सकता है. अगला चरण इस पर निर्भर करेगा कि क्या युद्धविराम समझौते पर कोई साझा आधार निकलता है या इजरायल अपनी चेतावनी को अंजाम देता है.
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