स्वास्थ्य

हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने की नई गाइडलाइन, जानें क्या बदला और क्यों जरूरी है

New Guidelines for Blood Pressure: उच्च रक्तचाप यानी हाई ब्लड प्रेशर (BP) को अक्सरसाइलेंट किलर” कहा जाता है. यह बिना किसी स्पष्ट लक्षण के शरीर को अंदर ही अंदर नुकसान पहुंचाता है. हृदय रोग, स्ट्रोक, डिमेंशिया, किडनी रोग और समय से पहले मौत तक का खतरा बढ़ जाता है. हाल ही में अमेरिकन हार्ट एसोसिएशनृ ने हाई बीपी को लेकर अपने गाइडलाइन में बदलाव किया है. इन बदलावों का मकसद है कि, बीमारी की शुरुआत से ही ठीक से जांच की जाए.

ब्लड प्रेशर के नए पैरामीटर

  • सिस्टोलिक: जब दिल खून पंप करता है
  • डायस्टोलिक: जब दिल धड़कनों के बीच आराम करता है

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नए मानदंड इस प्रकार हैं

  • एलीवेटेड बीपी: 120–129 mm Hg (सिस्टोलिक) और 80 mm Hg (डायस्टोलिक)
  • स्टेज 1 हाइपरटेंशन: 130–139 mm Hg (सिस्टोलिक) या 80–89 mm Hg (डायस्टोलिक)
  • स्टेज 2 हाइपरटेंशन: 140 mm Hg (सिस्टोलिक) या 90 mm Hg (डायस्टोलिक)

दवा कब शुरू करनी चाहिए?

डॉ. बलबीर सिंह बताते हैं कि, 130–139/80–89 mm Hg पहले लाइफस्टाइल बदलाव (जैसे खानपान, व्यायाम) अपनाए जाएं. अगर फर्क न पड़े तो दवा शुरू करें. 140/90 mm Hg ऐसे मामलों में तुरंत दो दवाएं एक साथ दी जाती हैं, ताकि अलग-अलग तरीकों से बीपी को जल्दी और स्थायी रूप से नियंत्रित किया जा सके.

किन टेस्ट की जरूरत है?

  • लिवर फंक्शन टेस्ट (LFT)
  • किडनी फंक्शन टेस्ट (KFT)
  • सोडियम-पोटैशियम बैलेंस
  • यूरिक एसिड और ब्लड शुगर प्रोफाइल
  • पोटैशियम और डायट का महत्व
  • एएचए के अनुसार, पोटैशियम ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में बहुत अहम है
  • पोटैशियम युक्त आहार (जैसे केला, नारियल पानी, हरी सब्जियां) लें
  • पोटैशियम-बेस्ड साल्ट का इस्तेमाल भी फायदेमंद हो सकता है, लेकिन किडनी रोगियों के लिए यह सावधानी से लेना चाहिए

बीपी रोकने के उपाय

  • नमक की मात्रा घटाएं
  • सिगरेट और शराब से दूरी
  • योग, मेडिटेशन, गहरी सांस लेना
  • कम से कम 5% वजन घटाना लक्ष्य बनाएं

हाई ब्लड प्रेशर सिर्फ एक संख्या नहीं है, बल्कि यह हमारे दिल, दिमाग और किडनी की सेहत से जुड़ा एक गंभीर संकेत है. एएचए के नए गाइडलाइन हमें याद दिलाते हैं कि रोकथाम, समय पर जांच और सही इलाज से इस खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है.

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Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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