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ED raids on casino-hotel businessman’s premises | कैसिनो-होटल कारोबारी के ठिकानों पर ईडी की…

जोधपुर के भगत की कोठी विस्तार योजना में स्थित इसी बंगले पर चल रही ईडी की कार्रवाई।

गोवा में बड़ा कैसिनो कारोबार चलाने वाले मूलतः बाड़मेर के नौसर समुन्दरसिंह राठौड़ के जोधपुर स्थित घर व अन्य ठिकानों पर शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीमों ने छापेमारी की है। विभाग की टीमें समूह की व्यावसायिक गतिविधियों और संदिग्ध लेनदेन की जा

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अवैध ऑनलाइन-ऑफलाइन सट्‌टेबाजी से जुड़ी छापेमारी

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को अवैध ऑनलाइन और ऑफलाइन सट्टेबाजी से जुड़े एक बड़े मामले में देशभर में छापेमारी अभियान चलाया है। कर्नाटक के चित्रदुर्ग विधायक के.सी. वीरेंद्र और अन्य के मामले में चलाई गई इस कार्रवाई में गोवा के प्रसिद्ध कैसिनो कारोबारी समुन्दरसिंह राठौड़ (मूल निवासी बाड़मेर जिले का नौसर, वर्तमान निवास जोधपुर) के ठिकानों सहित कुल 30 स्थानों पर तलाशी ली गई। ईडी बेंगलुरु जोनल कार्यालय द्वारा संचालित इस अभियान में चित्रदुर्ग जिले में 6 परिसर, बेंगलुरु शहर में 10 परिसर, जोधपुर में 3 परिसर, हुबली में 1 परिसर, मुंबई में 2 परिसर और गोवा में 8 परिसर (जिनमें 5 कैसिनो शामिल हैं) पर कार्रवाई की गई।

भगत की कोठी विस्तार योजना में आलीशान बंगला

जोधपुर में ईडी की टीमों ने समुन्दरसिंह राठौड़ के कुल तीन ठिकानों पर कार्रवाई की है। इनमें भगत की कोठी विस्तार योजना स्थित मुख्य बंगला और शास्त्री नगर क्षेत्र में स्थित अन्य संपत्ति शामिल है। राठौड़ गोवा में मैजिस्टिक प्राइड कैसिनो के नाम से बड़ा कैसिनो कारोबार संचालित करते हैं। यह गोवा का सबसे बड़ा ऑफ-शोर कैसिनो बताया जाता है। इसके अलावा राठौड़ कई कंपनियों के निदेशक हैं, जिनमें होटल्स, इंफ्रावेंचर, सोलर एनर्जी कंपनियां भी शामिल हैं।

गरीब परिवार का बेटा कैसिनो से बना करोड़पति

सूत्रों के अनुसार राठौड़ नौसर के गरीब परिवार से आते हैं, जो कुछ वर्ष पूर्व नौकरी की तलाश में हुबली पहुंचे थे। वहां एक दुकान पर काम करते हुए कैसिनो के प्रति झुकाव बढ़ा और उसी को अपना व्यवसाय बना लिया। कुछ ही वर्षों में राठौड़ ने इतनी कमाई कर ली, कि करीब 7 महीने पहले अपने परिवार में बेटी की शादी के दौरान रेगिस्तान में 600 लक्जरी टेंट लगाकर चर्चा में आ गए। यह शादी पूरे बाड़मेर-बालोतरा में चर्चा का केंद्र रही थी। इस शादी में कई बड़े राजनेता व उच्चाधिकारी भी शामिल हुए थे।

कर्नाटक चित्रदुर्ग से जुड़े तार

इस मामले में मुख्य आरोपी कर्नाटक के चित्रदुर्ग विधायक के.सी. वीरेंद्र (उपनाम पपी) को बताया जा रहा है, जिसके खिलाफ किंग567, राजा567, रत्ना गेमिंग जैसी कई ऑनलाइन सट्टेबाजी साइटों के संचालन, अवैध ऑनलाइन बेटिंग नेटवर्क चलाने और मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल होने के आरोप हैं।

चित्रदुर्ग के चल्लकेरे शहर में वीरेंद्र और उनके बड़े भाइयों के.सी. नागराज और के.सी. टिप्पेस्वामी के निवास स्थानों पर भी तलाशी ली गई है। के.सी. वीरेंद्र का भाई के.सी. थिप्पेस्वामी दुबई से तीन व्यावसायिक संस्थाओं का संचालन कर रहा है – डायमंड सॉफ्टेक, टीआरएस टेक्नोलॉजीज और प्राइम9 टेक्नोलॉजीज, जो के.सी. वीरेंद्र की कॉल सेंटर सेवाओं और गेमिंग व्यवसाय से संबंधित हैं।

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