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Gold Price Today: सोना आज सस्ता हुआ या फिर महंगा: जानें 22 अगस्त 2025 को अपने शहर का ताजा भाव

Gold Price Today: सोने के दाम में लगातार उतार-चढ़ाव जारी है और दुनियाभर के निवेशकों की नजर अमेरिका के फेडरल रिजर्व चेयरमैन जेरोम पॉवेल के भाषण पर टिकी हुई है. बाजार को उम्मीद है कि उनकी स्पीच से आगे की अमेरिकी आर्थिक नीतियों और ब्याज दरों पर संकेत मिल सकेंगे. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देखें तो यूएस स्पॉट गोल्ड 0.1 प्रतिशत गिरकर 3,335.22 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा है.

अब जानते हैं भारत के अलग-अलग शहरों में आज सोने के दाम क्या हैं:

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 24 कैरेट सोना प्रति 10 ग्राम 1,00,910 रुपये और 22 कैरेट सोना 92,460 रुपये में बिक रहा है. अहमदाबाद और पटना में 24 कैरेट सोने की कीमत 1,00,810 रुपये और 22 कैरेट सोना 92,360 रुपये प्रति 10 ग्राम है.

वहीं आर्थिक राजधानी मुंबई, हैदराबाद, चेन्नई, बेंगलुरु और कोलकाता में 24 कैरेट सोना प्रति 10 ग्राम 1,00,760 रुपये और 22 कैरेट सोना 92,310 रुपये की दर से कारोबार कर रहा है.

कैसे तय होता है रेट?

सोने और चांदी की कीमत रोज़ाना कई कारकों के आधार पर तय होती है. इनमें सबसे पहला कारण है डॉलर और रुपया यानी एक्सचेंज रेट. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सोने और चांदी की कीमत अमेरिकी डॉलर में तय होती है. अगर डॉलर मजबूत होता है और रुपया कमजोर तो भारत में सोने और चांदी महंगे हो जाते हैं. वहीं अगर रुपया मजबूत हो जाए तो इनकी कीमतों में थोड़ी कमी आ सकती है.

दूसरा बड़ा कारण है इंपोर्ट ड्यूटी और टैक्स. भारत दुनिया का सबसे बड़ा सोना आयात करने वाला देश है. ऐसे में सरकार द्वारा लगाए गए इंपोर्ट ड्यूटी, जीएसटी और दूसरे टैक्स सीधे तौर पर सोने और चांदी की कीमत को बढ़ा देते हैं. तीसरा कारण है वैश्विक हालात और सेंटीमेंट. जब दुनिया में युद्ध, मंदी, ब्याज दरों में बदलाव या कोई आर्थिक संकट आता है तो निवेशक सोने और चांदी जैसे सुरक्षित विकल्पों की ओर भागते हैं. इससे इनकी कीमत बढ़ जाती है.

भारत में सोने और चांदी की मांग का सांस्कृतिक महत्व भी बहुत ज्यादा है. शादियों, त्योहारों और शुभ अवसरों पर सोना खरीदना परंपरा है. मांग बढ़ने से स्वाभाविक तौर पर कीमतें ऊपर चली जाती हैं.

महंगाई यानी इन्फ्लेशन का असर भी सोने और चांदी पर पड़ता है. जब महंगाई बढ़ती है तो लोग सोने को सुरक्षित निवेश मानते हैं और इसमें पैसा लगाते हैं. इस वजह से सोना लंबे समय से महंगाई के खिलाफ सुरक्षा यानी हेज की तरह काम करता आया है. अंतरराष्ट्रीय बाजारों जैसे अमेरिका के कॉमेक्स और लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन में सोने-चांदी की ट्रेडिंग होती है और वहां तय हुए रुझानों के आधार पर ही भारत समेत बाकी देशों में दाम तय किए जाते हैं.

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