Sweets and salty snacks consumed on Rakhi, now tested substandard, they pose serious risk like…

खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से रक्षाबंधन पर मिठाई-नमकीन जैसे कई पदार्थों के नमूने अमानक पाए गए हैं। चिंता की बात यह है कि जिन सामग्रियों से यह नमूने लिए गए थे, वे त्योहार पर खप चुकी हैं। ऐसे में आमजन की सेहत पर इनका दुष्प्रभाव होना तय है।
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एमबी हॉस्पिटल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. आरएल मीणा का कहना है कि लगातार अमानक, मिलावटी और अनसेफ खाद्य पदार्थों के सेवन से लीवर कैंसर का खतरा रहता है। कई बार मरीज की जान भी जा सकती है। अगर खाने के पदार्थ में बेक्टीरिया होता है तो इसका स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ेगा। इससे डायरिया व उल्टी दस्त जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। राखी पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोक आदित्य के निर्देश पर विशेष अभियान चलाया गया था। इसमें जिलेभर से खाद्य सामग्रियों के नमूने लिए गए। इन्हें जांच के लिए लैब भेजा गया था।
इन प्रतिष्ठानों के सैंपल फेल हुए जांच में खेमली में स्थित खेतेश्वर जोधपुर मिष्ठान भंडार की मलाई बर्फी, मावली के बजरंग चाट मिष्ठान की रबड़ी, शहर के चौखला बाजार के पीएच मावा भंडार का मावा, सेक्टर 14 के गोवर्धन विलास की न्यू झामेश्वर डेयरी का मिक्स दूध और स्वीट कॉर्न, हाथीपोल अंदर का मावा सब-स्टैंडर्ड पाया गया। इसके अलावा शिवाजी मार्केट के सुनील जनरल स्टोर का चावल और विजेता नमकीन भूपालपुरा से लिया गया नमकीन का नमूना अनसेफ मिला। अधिकारियों ने बताया कि संबंधित सभी फर्मों को नोटिस जारी किए जाएंगे। इसके बाद जांच पूरी कर प्रकरण न्यायालय में प्रस्तुत किए जाएंगे।