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Consensus reached on benefit to son and action against the accused | बेटे को बेनिफिट और…

बेटे को बेनिफिट और आरोपियों पर कार्रवाई की बनी सहमति

इंडाली निवासी आरएसी कॉन्स्टेबल राजकुमार कांटीवाल की मौत मामले में तीन दिन तक चला तनाव आखिरकार बुधवार शाम को खत्म हो गया। बीडीके अस्पताल की मोर्चरी के बाहर परिजन और ग्रामीण धरने पर बैठे थे। उनकी दो मुख्य मांगें थीं—पहली, कि मृतक के सभी सेवा संबंधी लाभ

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बेटे को बेनिफिट और आरोपियों पर कार्रवाई की बनी सहमति

कैसे शुरू हुआ विवाद

सोमवार सुबह किसान कॉलोनी स्थित फ्लैट नंबर-4 में कॉन्स्टेबल राजकुमार ने पत्नी और छह वर्षीय बेटे पर तलवार से हमला कर दिया। घटना सुबह करीब 4.30 बजे हुई। चीख-पुकार सुनकर आस-पड़ोस के लोग मौके पर पहुंचे तो दोनों घायल अवस्था में मिले। कविता को गंभीर हालत में जयपुर रेफर किया गया, जबकि बेटे का झुंझुनूं में इलाज जारी है। हमला करने के बाद राजकुमार मौके से फरार हो गया।

करीब सुबह साढ़े सात बजे उसने चिड़ावा अनाजमंडी अंडरपास के पास रेलवे ट्रैक के नजदीक एक वीडियो रिकॉर्ड किया और वॉट्सऐप स्टेटस पर डाल दिया। इसके बाद सुबह आठ बजे के करीब ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली।

कॉन्स्टेबल प्रकरण में परिजन माने, तीन दिन बाद समाप्त हुआ धरना

वीडियो में लगाए गंभीर आरोप

2 मिनट 19 सेकंड के इस वीडियो में राजकुमार ने पत्नी कविता पर हरियाणा के भिवानी निवासी विक्रम चौधरी से अफेयर होने का आरोप लगाया। उसने कहा कि पत्नी तलाक के लिए उस पर दबाव बना रही थी और जान से मरवाने की धमकी देती थी। वीडियो में राजकुमार ने दावा किया कि कविता गर्भवती है और बच्चा विक्रम का है। उसने यह भी कहा कि विक्रम बार-बार झुंझुनूं में किराए के मकान बदलकर रहता है और अपनी पहचान छुपाने के लिए दूसरी के नाम से सिम और गाड़ियां इस्तेमाल करता है।

राजकुमार ने आरोप लगाया कि पत्नी ने परिवारिक मीटिंग में खुद स्वीकार किया था कि बच्चा प्रेमी का है और उसी से शादी करेगी। यदि तलाक नहीं दिया तो जान से मरवा देगी। वीडियो के अंत में राजकुमार ने कहा कि वह इस दबाव और डर से आत्महत्या करने जा रहा है।

परिजनों का गुस्सा, धरना शुरू

वीडियो सामने आने के बाद परिजनों और ग्रामीणों का गुस्सा भड़क गया। उन्होंने बीडीके अस्पताल में शव रखकर धरना शुरू कर दिया। भीम आर्मी जिलाध्यक्ष विकास आल्हा सहित कई संगठनों ने धरने का समर्थन किया। परिजनों ने स्पष्ट कहा कि जब तक विक्रम चौधरी को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।

पत्नी-बेटे पर तलवार से हमला कर राजकुमार ने कर लिया था सुसाइड

परिजनों का आरोप था कि राजकुमार की मौत के जिम्मेदार लोग खुलेआम घूम रहे हैं। अगर तत्काल गिरफ्तारी नहीं हुई तो वे न्याय के लिए लंबा आंदोलन करेंगे।

पुलिस के पास शिकायत

राजकुमार के भतीजे अजय ने चिड़ावा थाने में लिखित शिकायत दी। उसमें पत्नी कविता और विक्रम चौधरी के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए थे। अजय ने पुलिस को बताया कि चाचा ने वीडियो बनाने के बाद वॉट्सऐप स्टेटस पर डाला और फिर ट्रेन से कटकर जान दे दी। अजय का कहना था कि इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।

विधायक की समझाइश से बनी सहमति

धरना लगातार तीसरे दिन भी जारी रहा। इस दौरान राजनीतिक और सामाजिक संगठनों के नेता भी परिजनों से मिलने पहुंचे। मंगलवार शाम विधायक राजेन्द्र भांभू ने परिजनों से बातचीत की। करीब एक घंटे चली वार्ता के बाद सहमति बनी कि मृतक राजकुमार के सभी सेवा लाभ उसके बेटे को मिलेंगे। साथ ही मामले में जिन लोगों पर आरोप लगाए गए हैं, उनकी जांच कर दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।इसके बाद परिजनों ने धरना समाप्त करने की घोषणा की और शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया।

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