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मालवेयर से लेकर साइबर बुलिंग तक, Online Gaming के हैं कई खतरें, खुद को ऐसे रखें सेफ

ऑनलाइन गेमिंग आज एक बड़ी इंडस्ट्री का आकार ले चुकी है. कुछ लोग शौक के तौर पर ऑनलाइन गेमिंग करते हैं तो कुछ ने इसे अपना प्रोफेशन बना लिया है. हालांकि, इसके कई खतरे भी हैं. इसे देखते हुए सरकार ने धन से जुड़े ऑनलाइन गेम्स को पूरी तरह बैन करने का मन बना लिया है. ऐसे में यह जानना जरूरी हो जाता है कि ऑनलाइन गेमिंग से जुड़े क्या खतरे हैं और इनसे कैसे बचा जा सकता है. 

ऑनलाइन गेमिंग के खतरे

साइबर बुलिंग- ऑनलाइन गेम खेलने वालों में एक बड़ी संख्या बच्चों की है. ऐसे में उन पर साइबर बुलिंग का खतरा रहता है. कई बार गेमर्स दूसरे प्लेयर्स के साथ बदतमीजी करने लगते हैं. बहुत बार इसके पीछे का मकसद उनकी पर्सनल जानकारी निकलवाना भी हो सकता है.

मालवेयर और वायरस

कई बार गेमर्स अपनी पसंद के गेम का फ्री या सस्ता वर्जन पाने के लिए अनअथॉराइज्ड साइट्स पर चले जाते हैं, जिससे वायरस और मालवेयर इंस्टॉल होने का खतरा बना रहता है. अगर एक बार सिस्टम में वायरस या मालवेयर इंस्टॉल हो गया तो हैकर्स के लिए यूजर्स की पर्सनल जानकारी चुराना आसान हो जाता है.

आइडेंटिटी थेफ्ट

ऑनलाइन गेम्स में चैट फंक्शन होता है, जिससे गेमर्स आपस में बात कर सकते हैं. कई मौके पर साइबर अपराधी इस फंक्शन का इस्तेमाल दूसरे गेमर्स की सेंसेटिव जानकारी चुराने के लिए करने लगते हैं. इसलिए हमेशा गेमिंग के दौरान अपनी जानकारी देते समय सावधानी बरतनी चाहिए.

प्राइवेसी से जुड़ी प्रॉब्लम

ऑनलाइन गेमिंग के दौरान साइबर अपराधी गेमर्स की निजी जानकारी चुराकर उसके दूसरे सोशल मीडिया अकाउंट्स तक पहुंच बना सकते हैं. इस जानकारी से वो गेमर का नया सोशल मीडिया अकाउंट क्रिएट कर कोई परेशानी खड़ी कर सकते हैं.

कैमरा हैक होने का खतरा

आजकल लोग मोबाइल पर भी खूब ऑनलाइन गेमिंग करते हैं. ऐसे में मोबाइल का फ्रंट कैमरा हैक होने का खतरा भी बढ़ गया है. हैकर्स मोबाइल का कैमरा और माइक्रोफोन हैक कर ब्लैकमेल कर सकते हैं. 

हिडन फीस

ऑनलाइन गेमिंग का एक खतरा हिडन फीस यानी छिपे हुए चार्जेज होते हैं. कई बार डाउनलोड करते समय इन चार्जेज के बारे में नहीं बताया जाता, लेकिन गेम खेलने के लिए जरूरी आइटम्स खरीदने के लिए पैसों की डिमांड की जाती है. इसके लिए क्रेडिट कार्ड की जानकारी मांगी जाती है. 

ऑनलाइन गेमिंग से कैसे बचें?

इन खतरों के बावजूद ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही है. कुछ सावधानियां बरतकर आप भी इन खतरों से बच सकते हैं. आइए उन बातों के बारे में जानते हैं, जो ऑनलाइन गेमिंग के दौरान आपको ध्यान में रखनी चाहिए.

संदिग्ध लिंक या सोर्स से बचें- कोई भी गेम या ऐप डाउनलोड करते समय संदिग्ध लिंक या सोर्स से बचना चाहिए. इन सोर्स पर मालवेयर या वायरस का खतरा रहता है. इसलिए हमेशा ऑथोराइज्ड सोर्स से गेम डाउनलोड करें.

अपनी निजी जानकारी न दें- गेमिंग के दौरान किसी को भी अपनी निजी जानकारी न दें. साथ ही गेमिंग यूजरनेम में अपना असली नाम, जन्मदिन या स्थान आदि न इस्तेमाल करें. जब आप गेम खेल रहे हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि आप कहीं बातों-बातों में अपनी निजी जानकारी तो किसी के साथ शेयर नहीं कर रहे हैं.

मजबूत पासवर्ड और टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन

हमेशा अपने अकाउंट के लिए मजबूत पासवर्ड का इस्तेमाल करें. यह साइबर क्राइम से बचने का एक कारगर तरीका है. साथ ही अगर कोई गेम टू या मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन ऑफर कर रहा है तो इसे इनेबल कर लें. इससे आपको एडिशनल सिक्योरिटी मिलती है.

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