‘रूस पर प्रेशर बनाने के लिए….’, भारत पर अमेरिका के टैरिफ लगाने की वजह आई सामने, व्हाइट हाउस…

भारत और चीन के बीच बढ़ती नजदीकी को देख अमेरिका ने रंग बदलना शुरू कर दिया है. व्हाइट हाउस ने भारत पर टैरिफ बढ़ाने के मामले को लेकर सफाई दी है. प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने मंगलवार (19 अगस्त) को कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध को रोकने के लिए भारत पर ज्यादा टैरिफ लगाया है. ट्रंप ने भारत पर पहले 25 प्रतिशत टैरिफ लगाया था और फिर इसे बढ़ाकर 50 प्रतिशत कर दिया.
दरअसल अमेरिका का कहना है कि वह रूस पर दबाव बनाना चाहता है, जिससे यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध को रोका जा सके. प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कैरोलिन लेविट ने कहा, ”राष्ट्रपति ने इस युद्ध को रोकने के लिए काफी दबाव बनाया है. उन्होंने इसको लेकर कई सख्त कदम उठाए हैं. जैसा कि आपने देखा है, भारत के खिलाफ कुछ कदम उठाए गए हैं. उन्होंने खुद ही यह साफ किया है कि वे युद्ध को पूरी तरह से रोकना चाहते हैं.”
ट्रंप और जेलेंस्की की मीटिंग पर क्या बोला व्हाइट हाउस
हाल ही में राष्ट्रपति ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ मीटिंग की थी. इसी दिन कई बड़े यूरोपीय लीडर्स भी ट्रंप से मिले थे और वे सभी युद्ध को रोकना चाहते हैं. इस मामले पर व्हाइट हाउस ने कहा, राष्ट्रपति जल्द से जल्द युद्ध खत्म करना चाहते हैं. नाटो महासचिव सहित सभी यूरोपीय नेता जा रहे हैं, और वे सभी इस बात पर सहमत हैं कि यह राष्ट्रपति ट्रंप का शानदार कदम है.
यूरोपीय नेताओं को लेकर व्हाइट हाउस ने क्या कहा
ट्रंप ने जेलेंस्की के बाद कई बड़े यूरोपीय लीडर्स से मुलाकात की थी. उन्होंने कहा था कि यूक्रेन को सिक्योरिटी गारंटी दी जाएगी. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव ने इस मामले पर कहा, ”सभी यूरोपीय लीडर्स ने राष्ट्रपति ट्रंप का आभार जताया है.” ट्रंप, जेलेंस्की से पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी मिले थे. उन्होंने इसके बाद जेलेंस्की से मुलाकात की. जानकारी के मुताबिक अब जेलेंस्की और पुतिन की ट्रंप की मौजूदगी में जल्द मीटिंग हो सकती है.