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Haryana Manisha Case; Bhiwani Lady Teacher Suicide Note | Police | टीचर मनीषा मौत मामले में 9…

भिवानी के गांव ढाणी लक्ष्मण की रहने वाली मनीषा, जिसकी डेडबॉडी खेत से मिली। – फाइल फोटो

हरियाणा के भिवानी में 19 वर्षीय लेडी टीचर मनीषा के लापता होने, लाश मिलने और अब अंतिम संस्कार के संघर्ष का मंगलवार को 9वां दिन है। इस केस में बार-बार ट्विस्ट आ रहे हैं। इसी केस में भिवानी SP मनबीर सिंह का ट्रांसफर कर दिया गया, एसएचओ समेत 5 पुलिस कर्मी

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इसे पूरे घटनाक्रम के बीच इन सवालों का किसी के पास जवाब नहीं कि यदि 13 अगस्त को मनीषा की लाश मिलने के साथ ही सुसाइड नोट मिल गया था, तो उसे 5 दिन इतना गुप्त क्यों रखा गया? मंगलवार को रोहतक पुलिस रेंज के IG वाई पूरण कुमार ने कहा कि पुलिस को शव के पास से ही मनीषा के बैग से सुसाइड नोट मिल गया था।

हालांकि IG ने इन 2 सवालों का ठोस जवाब नहीं दिया कि सुसाइड नोट 5 दिन बाद क्यों सार्वजनिक हुआ? मनीषा के सुसाइड करने की संभावित वजह क्या है? इन सवालों के जवाब पुलिस की ओर से न मिलने की वजह से प्रदर्शन कर रहे लोग पुलिस की सुसाइड थ्योरी पर भरोसा नहीं कर रहे।

मनीषा की मौत को लेकर उसके गांव में ग्रामीण एंट्री पॉइंट पर डटे हुए हैं। उनका कहना है कि जब तक सच सामने नहीं आता, वह मनीषा का अंतिम संस्कार नहीं होने देंगे।

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  • 1. FIR दर्ज करने की बजाय पुलिस ने कहा-लड़की भाग गई होगी: 11 अगस्त को सुबह घर से स्कूल में पढ़ाने निकली मनीषा शाम तक घर नहीं लौटी तो परिजनों की चिंता बढ़ी। पिता संजय का आरोप है कि जब वो इसकी शिकायत लेकर पुलिस के पास गए तो जवाब मिला-लड़की भाग गई होगी और 2 दिन बाद लौट आएगी। यह केस 24 घंटे बाद यानी 12 अगस्त की शाम को मामला दर्ज किया गया। यहीं से परिजन का रोष बढ़ना शुरू हुआ। परिवार का कहना है कि पुलिस ने तुरंत कार्रवाई कर दी होती तो शायद उनकी बेटी बच जाती।

13 अगस्त को भिवानी के सिंघानी गांव में टीचर मनीषा की लाश मिली थी।

  • 2. लाश के गर्दन पर गहरा घाव था, पुलिस ने सुसाइड नोट मिलने की जानकारी गुप्त रखी: 13 अगस्त को जिस खेत में मनीषा की लाश मिली, उस खेत के मालिक ने पुलिस को शव पड़े होने की सूचना दी। पुलिस ने लाश पर गहरा कट होने की बात कही। अंदेशा जताया गया कि गर्दन काटकर हत्या की गई। उस दिन पुलिस ने सुसाइड मिलने की कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं की। लाश की ऐसी हालत देखकर परिजनों और लोगों का गुस्सा और भड़क गया। पुलिस ने यह भी परिजनों और लोगों के बढ़ते रोष को नहीं पहचाना और कई चीजें स्पष्ट नहीं की।

शव मिलने के बाद परिजन और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे थे।

  • 3. मामला बढ़ा तो CM के निर्देश पर SP का ट्रांसफर, सुसाइड का जिक्र तब भी नहीं: मामला तूल पकड़ गया और न्याय के लिए धरना शुरू हो गया तो 15 अगस्त रात को CM नायब सैनी के निर्देश पर भिवानी SP मनबीर सिंह को ट्रांसफर करके सुमित कुमार को नया SP लगाया गया। लोहारू थाना SHO समेत 5 कर्मियों को सस्पेंड-लाइन हाजिर करने के आदेश हुए। सीएम नायब सिंह सैनी ने मीडिया से बातचीत में कहा- मनीषा हमारी बेटी है, हमारे परिवार की बेटी है। इस बेटी और उसके परिवार को इंसाफ दिलवाना सरकार का दायित्व है। पुलिस निष्पक्षता और गंभीरता के साथ जांच कर रही है और जल्द ही जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। वे खुद पुलिस से इस मामले से संबंधित एक-एक मिनट की रिपोर्ट ले रहे हैं। पुलिस कई लोगों से पूछताछ कर रही है। इससे ये सवाल खड़ा हुआ कि क्या भिवानी पुलिस के अधिकारियों ने CM सैनी को भी नहीं बताया कि मनीषा की लाश मिलने वाले दिन ही एक सुसाइड नोट भी मिल चुका है। अगर सीएम को सुसाइड का पता होता तो वह दोषियों पर कार्रवाई की बात क्यों करते?।

15 अगस्त को भिवानी के SP मनबीर सिंह का ट्रांसफर कर दिया गया था।

  • 4. पहली पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत के समय, वजह पर स्पष्ट ओपिनियन नहीं: पुलिस ने भिवानी में मनीषा के शव का पोस्टमॉर्टम करवाया। परिजनों को रिपोर्ट दिखाई उससे वो संतुष्ट नहीं हुए। मनीषा के मामा कुलदीप ने मीडिया के सामने कहा-’पुलिस ने जो पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट दिखाई, उसमें हत्या को लेकर स्पष्ट नहीं किया गया। रेप को लेकर भी कोई स्पष्ट रिपोर्ट नहीं दी गई। मनीषा का 29.5 सेमी गला कटा हुआ था। वहीं 0.5 सेमी गला बचा हुआ था। रिपोर्ट में यह भी स्पष्ट नहीं किया कि हथियार क्या था और मौत कब हुई। केवल यह लिखा है कि गला काटने की संभावना हो सकती है।’ इसलिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से भी संतुष्ट नहीं हुए। परिजनों की मांग पर रोहतक PGI में 3 डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमॉर्टम किया। लेकिन लाश के इंटरनल ऑर्गन नहीं थे। पता चला कि भिवानी अस्पताल से ही इन इंटरनल ऑर्गन यानी विसरा के 10 सैंपल मधुबन फोरेंसिक लैब (FSL) में भेज दिए थे। ऐसे में PGI के पैनल को FSL रिपोर्ट, शव के कपड़े और भिवानी डॉक्टरों का ओपिनियन मांगना पड़ा।
  • 5. 18 अगस्त को पुलिस ने सुसाइड नोट की पुष्टि की, कहा-मामला साफ हो गया: शव मिलने के 5वें दिन 18 अगस्त यानी सोमवार को एक पन्ने का सुसाइड नोट वायरल हुआ। जिस पर मनीषा का नाम या साइन नहीं थे। बाद में पुलिस ने पुष्टि की कि यह मनीषा का सुसाइड नोट है। SP सुमित कुमार की ओर से कहा गया कि राइटिंग मैच हो गई है। यह सुसाइड नोट 13 अगस्त को लाश के पास से ही मिला था। फिर देर शाम पुलिस ने कहा कि PGI की रिपोर्ट मिल गई है। मनीषा की बॉडी में कीटनाशक मिला है। गर्दन को जानवरों ने नोंचा होगा। रेप की पुष्टि नहीं है। फिर देर रात कहा गया कि धरना कमेटी व परिजनों को सभी साइंटिफिक सबूत दिखा दिए हैं, जो सुसाइड की ओर इशारा कर रहे हैं।
  • 6. सुसाइड नोट मिला, मोबाइल कवर भी मिला लेकिन मोबाइल नहीं: मनीषा का मोबाइल कहां है, अभी पुलिस ने ये सार्वजनिक नहीं किया है। मनीषा के मामा कुलदीप ने मीडिया के सामने कहा- ’मनीषा का फोन 11 अगस्त को 3 बजकर 8 मिनट पर बंद हुआ है। इसके बाद शाम 6 बजकर 26 मिनट पर एक बार ओपन हुआ, लेकिन कुछ समय बाद फिर से बंद कर दिया गया। इसके बाद परिवार वाले लगातार फोन मिलाने का प्रयास करते रहे, लेकिन नहीं मिला। 11-12 अगस्त की रात करीब 12 बजकर 4-5 मिनट पर एक बार फोन खुला था, लेकिन इसके बाद फोन बंद है। पुलिस को फोन का कवर घटनास्थल पर मिला और फोन गायब है।’ मनीषा के पिता संजय ने बताया कि शाम को 6 बजकर 26 मिनट पर मनीषा के मोबाइल से कॉल आई थी, लेकिन वो रिसीव नहीं कर सके। कुछ देर बाद कॉल बैक की तो रिसीव नहीं हुई। बड़ा सवाल यही है कि मोबाइल कहां गायब है।

मनीषा के पिता संजय, उनका कहना है कि मेरी बेटी आत्महत्या नहीं कर सकती।

आईजी बोले-मौके पर ही मिल गया था सुसाइड नोट रोहतक रेंज के IG वाई पूरण कुमार ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि मनीषा का सुसाइड नोट 13 अगस्त को शव के पास ही मिल गया था। यह सीन ऑफ क्राइम टीम के पास था। उन्होंने कहा कि पहले ही दिन से साइंटिफिक प्रोसिजर फॉलो कर रहे हैं। डॉक्टरों के ओपिनियन थे कि जब तक फोरेंसिक रिपोर्ट नहीं आती तब तक कुछ कहा नहीं जा सकता।

अब रिपोर्ट्स सामने आ गई हैं। मनीषा की किडनी, आंतों व अन्य अंगों में इंसेक्टिसाइड मिला है, संभवत वहीं मौत की वजह बनी। कोई स्ट्रगल मार्क नहीं है और जो स्वैब लिया गया, उसमें कोई सीमन डिपोजिट नहीं हैं, साइंटिफिक रिपोर्ट पर प्राइमा फेसी (पहली नजर में) लगता है कि कोई सैक्सुअल असॉल्ट नहीं हुआ है। बाकी तथ्यों के आधार पर जांच करेंगे।

रोहतक जोन के IG वाई पूरण कुमार ने मंगलवार को मीडिया के सामने आकर मनीषा की मौत से जुड़े सवालों के बारे में जवाब दिए लेकिन कई सवालों पर वह भी खुलकर कुछ नहीं कह सके।

सुसाइड के पीछे कारणों पर बोले- अभी बस सुसाइड नोट, परिवार बता सकता है IG पूरण कुमार से मीडिया ने पूछा कि यदि यह सुसाइड है तो इसकी वजह क्या है। इस पर उन्होंने कहा कि रीजन के तौर पर अभी सुसाइड नोट ही है, जो मौके पर मिला था। परिजन मौके पर थे ही तो राइटिंग प्राइमा फेसी मनीषा का ही है। बाकी कोई कारण है तो परिवार ही बता सकता है और इस पर कुछ नहीं कहना चाहते।

जब उनसे पूछा गया कि जब सुसाइड नोट मौके पर ही मिल गया था तो उसकी पुष्टि क्यों नहीं की गई? इस पर उन्होंने कहा कि जब जांच चल रही थी तो बीच में कैसे कर सकते थे। जब सुसाइड केस है तो फिर SP को बदलने जैसी कार्रवाई क्यों हुई? इसके जवाब में IG ने कहा कि यह एडमिनिस्ट्रेटिव मैटर है।

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