पिता की मौत से लगा सदमा, एक्टिंग छोड़ करने लगी खेती, जानें अब कहां हैं टीवी की ‘लाली’

रतन राजपूत ने ‘अगले जनम मोहे बिटिया ही कीजो’ में लाली की भूमिका निभाकर खूब पॉपुलैरिटी बटोरी. उसके बाद उन्हें ‘राधा की बेटियां’, ‘संतोषी मां’ और ‘महाभारत’ जैसे शोज में देखा गया. इतना ही नहीं बल्कि रतन ने टीवी पर स्वयंवर भी रचाया था. आखिरी बार रतन को संतोषी मां सीरियल में देखा गया था, जिसे 2020 में टेलिकास्ट किया गया था.
इस शो की शूटिंग वो 2018 में ही खत्म कर चुकी थीं. इसी बीच एक्ट्रेस के पिता की मौत हो गई थी जिसकी वजह से वो डिप्रेशन में चली गई थीं. उनकी कंडीशन इतनी ज्यादा खराब हो गई कि उन्होंने अपने काम से ब्रेक ले लिया.ईटाइम्स को दिए इंटरव्यू में रतन ने कहा था कि पिता की मौत के बाद वो अपनी जिंदगी के सबसे बुरे दौर से गुजरीं.
गांव में की खेती-बाड़ी
उन्हें कुछ भी करने का मन नहीं होता था. इन सबसे उबरने के लिए रतन न सिर्फ मनोचिकित्सक के पास गईं बल्कि साइकोलॉजी भी पढ़ी.उस दौरान रतन ने मुंबई छोड़ दिया और तीन महीने के लिए एक गांव में रहने लगीं. वहां उन्होंने गांव के लोगों के साथ खेती-बाड़ी की.
2024 में प्रेमानंद महाराज से मिलीं
इस दौरान वो चूल्हे पर खाना बनाया करतीं और खाया करतीं. एक्टिंग से दूर होने के बाद उन्होंने व्लॉगिंग भी शुरू की और आध्यात्म की राह पर चल पड़ीं. इस बारे में एक्ट्रेस ने तब बताय़ा था जब वो 2024 में प्रेमानंद महाराज से मिलने पहुंची थीं. रतन ने कहा था कि वो पिछले 5 साल से आध्यात्म की यात्रा पर हैं.
ऑटोइम्यून डिजीज से जूझ रही थीं रतन
जब से इस यात्रा पर चल पड़ीं उन्हें एक्टिंग में कोई रुचि नहीं रही. एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि वो गंभीर बीमारी से जूझ रही थीं, जिसकी वजह से रोशनी नहीं बर्दाश्त कर पा रही थीं. इस वजह से उन्हें दिन और रात में काले चश्मे पहनने पड़ते थे. एक्ट्रेस ने उन्हें बताया कि वो एक ऑटोइम्यून डिजीज से जूझ रही थीं.
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