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Gold Price today, Silver Price today | सोना ₹985 सस्ता हुआ, ₹99,957 प्रति दस ग्राम पर पहुंचा:…

नई दिल्ली4 दिन पहले

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सोने और चांदी की कीमतों में आज (11 अगस्त) गिरावट देखने को मिली। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, सोमवार को 10 ग्राम 24 कैरेट सोना 985 रुपए घटकर 99,957 रुपए पर आ गया है। शुक्रवार को इसके दाम 1,00,942 रुपए प्रति दस ग्राम थे।

इस साल सोना 23,795 रुपए महंगा हो चुका है। 31 दिसंबर 2024 काे 10 ग्राम सोने की कीमत 76162 रुपए थी। 8 अगस्त को सोने के दाम 1,01,406 प्रति 10 ग्राम के ऑलटाइम हाई पर पहुंच गए थे।

वहीं, एक किलो चांदी 1,231 रुपए गिरकर 1,13,501 रुपए प्रति किलो हो गई है। इससे पहले शुक्रवार को चांदी 1,14,732 रुपए किलो प्रति पर थी। चांदी के दाम 23 जुलाई को अपने ऑल टाइम हाई 1,15,850 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गए थे।

4 महानगरों और भोपाल में सोने की कीमत

  • दिल्ली : 10 ग्राम 22 कैरेट सोने की कीमत 93,900 रुपए और 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत 1,02,430 रुपए है।
  • मुंबई : 10 ग्राम 22 कैरेट सोने की कीमत 93,750 रुपए और 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत 1,02,280 रुपए है।
  • कोलकाता : 10 ग्राम 22 कैरेट गोल्ड की कीमत 93,750 रुपए और 24 कैरेट 10 ग्राम सोने की कीमत 1,02,280 रुपए है।
  • चेन्नई : 10 ग्राम 22 कैरेट सोने की कीमत 93,750 रुपए और 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत 1,02,280 रुपए है।
  • भोपाल : 10 ग्राम 22 कैरेट सोने की कीमत 93,800 रुपए और 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत 1,02,800 रुपए है।

इस साल ₹1 लाख 4 हजार तक जा सकता है सोना

केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया कहते हैं कि अमेरिका के टैरिफ के चलते जियो पॉलिटिकल टेंशन बनी हुई है। इससे गोल्ड को सपोर्ट मिल रहा है और इसकी डिमांड भी बढ़ रही है। ऐसे में इस साल सोना 1 लाख 4 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है। वहीं, चांदी इस साल 1 लाख 30 हजार रुपए तक जा सकती है।

2024 में गोल्ड ने 20% और सिल्वर ने 17% का रिटर्न दिया

बीते साल सोने का भाव 20.22% बढ़ा। वहीं, चांदी की कीमत में 17.19% की बढ़ोतरी हुई। 1 जनवरी 2024 को सोना 63,352 रुपए प्रति 10 ग्राम पर था, जो 31 दिसंबर 2024 को 76,162 रुपए प्रति 10 ग्राम पहुंच गया। वहीं इस दौरान, एक किलो चांदी की कीमत 73,395 रुपए प्रति किलोग्राम से बढ़कर 86,017 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई।

सोना महंगा होने की 4 बड़ी वजहें हैं…

1. दुनिया में उथल-पुथल देख सोने की डिमांड बढ़ गई

  • भारत में सोने की कीमतें ग्लोबल मार्केट से प्रभावित होती हैं, क्योंकि भारत अपनी जरूरत का करीब 90% सोना इम्पोर्ट करता है। भारत में सोने का खनन बहुत सीमित है। इस वजह से ग्लोबल मार्केट में सोने की कीमतें बढ़ने से भारत में भी सोना महंगा हो जाता है।
  • वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल यानी WGC के मुताबिक, भारत में सोने की मांग सालाना करीब 800 टन है। 2024 में भारत ने 712.1 टन सोना इम्पोर्ट किया जो 2023 के 744 टन से 4% कम था। भारत सबसे ज्यादा सोना अमेरिका से खरीदता है।
  • इस साल जनवरी के बाद से ग्लोबल लेवल पर इकोनॉमी का अंदाजा लगाना मुश्किल रहा। अमेरिका-चीन के बीच ट्रेड वॉर, मिडिल-ईस्ट में इजराइल और हमास संघर्ष, रूस-यूक्रेन जंग और ट्रम्प के टैरिफ की वजह से इन्वेस्टर्स ने सोने में इन्वेस्ट किया। सोने को सुरक्षित निवेश माना जाता है, इसलिए वैश्विक संकट के समय इसकी मांग बढ़ती रही।

2. अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया कमजोर, इससे इम्पोर्ट बिल बढ़ा

  • भारत में सोना ज्यादातर विदेश से खरीदा जाता है और उसका पेमेंट अमेरिकी डॉलर में होता है। लेकिन अगर भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले कमजोर हो जाता है तो हमें सोना खरीदने के लिए ज्यादा रुपए देने पड़ते हैं। इससे भारत में सोना खरीदना महंगा हो गया।
  • जनवरी से अगस्त तक भारतीय रुपया डॉलर के सामने कमजोर हुआ है, क्योंकि विदेशी इन्वेस्टर्स भारत से अपने पैसे निकाल रहे हैं। इससे रुपए की कीमत 2-3% कम हो गई। 1 डॉलर की कीमत 83.5 रुपए से बढ़कर अगस्त 2025 में 87.60 रुपए हो गई। इससे सोना इम्पोर्ट करने की लागत बढ़ गई।
  • मान लीजिए, पहले 1 किलोग्राम सोना खरीदने के लिए 83.5 लाख रुपए लगते थे, लेकिन रुपए के कमजोर होने पर वही सोना अब 87.60 लाख रुपए का पड़ता है।

3. महंगाई बढ़ने से सोने में निवेश बढ़ जाता है

  • जब महंगाई बढ़ती है, तो लोग सोने में इन्वेस्ट करते हैं, क्योंकि यह महंगाई के खिलाफ सुरक्षित निवेश माना जाता है। इससे मांग बढ़ती है और कीमतें ऊपर जाती हैं।
  • मार्च 2025 में जब भारत में रिटेल इन्फ्लेशन 6% के करीब पहुंची, तो इन्वेस्टर्स ने सोने में निवेश बढ़ा दिया।

4. केंद्रीय बैंकों की नीतियां और ब्याज दरों से सोना महंगा हुआ

  • जब ब्याज दरें कम होती हैं, तो सोने में इन्वेस्ट बढ़ जाता है, क्योंकि बैंक जमा पर रिटर्न कम मिलता है। इससे सोने की मांग और कीमतें बढ़ना तय होता है।
  • जून 2025 में अमेरिका और यूके जैसे देशों ने ब्याज दरों में कटौती की, जिससे सोने में इन्वेस्ट बढ़ा। अमेरिका ने ब्याज दरें 0.25% घटाईं तो गोल्ड ETF में निवेश बढ़ गया। भारत में भी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया यानी RBI ने ब्याज दरें स्थिर रखीं।

भारत में सोने की मांग त्योहारों और शादी के सीजन में बढ़ जाती है, क्योंकि सोना सांस्कृतिक महत्व भी रखता है।

सोना खरीदते समय इन 2 बातों का रखें ध्यान

1. सर्टिफाइड गोल्ड ही खरीदें : हमेशा ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (BIS) का हॉलमार्क लगा हुआ सर्टिफाइड गोल्ड ही खरीदें। नए नियम के तहत एक अप्रैल से छह डिजिट वाले अल्फान्यूमेरिक हॉलमार्किंग के बिना सोना नहीं बिकेगा। जैसे आधार कार्ड पर 12 अंकों का कोड होता है, उसी तरह से सोने पर 6 अंकों का हॉलमार्क कोड होगा। इसे हॉलमार्क यूनीक आइडेंटिफिकेशन नंबर यानी HUID कहते हैं।

ये नंबर अल्फान्यूमेरिक यानी कुछ इस तरह से हो सकता है- AZ4524। हॉलमार्किंग के जरिए ये पता करना संभव हो गया है कि कोई सोना कितने कैरेट का है।

2. कीमत क्रॉस चेक करें : सोने का सही वजन और खरीदने के दिन उसकी कीमत कई सोर्सेज (जैसे इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन की वेबसाइट) से क्रॉस चेक करें। सोने का भाव 24 कैरेट, 22 कैरेट और 18 कैरेट के हिसाब से अलग-अलग होता है।

24 कैरेट सोने को सबसे शुद्ध सोना माना गया है, लेकिन इसकी ज्वेलरी नहीं बनती, क्‍योंकि वो बेहद मुलायम होता है। आमतौर पर ज्वेलरी के लिए 22 कैरेट या इससे कम कैरेट सोने का इस्तेमाल किया जाता है।

कैरेट के हिसाब से ऐसे चेक करें कीमत

मान लीजिए 24 कैरेट सोने का दाम 60 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम है। यानी एक ग्राम सोने की कीमत हुई 6000 रुपए। ऐसे में 1 कैरेट शुद्धता वाले 1 ग्राम सोने की कीमत हुई 6000/24 यानी 250 रुपए।

अब मान लीजिए आपकी ज्वेलरी 18 कैरेट शुद्ध सोने से बनी है तो 18×250 यानी इसकी कीमत 4,500 रुपए प्रति ग्राम हुई। अब आपकी ज्वेलरी जितने भी ग्राम की है उसमें 4,500 रुपए का गुणा करके सोने की सही कीमत निकाली जा सकती है।

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