Rohtak BJP office Satish Poonia Rahul Gandhi GST Water logging CM Naib Saini Haryana | सतीश…

रोहतक में भाजपा कार्यालय के अंदर पत्रकारों से बात करते प्रदेश प्रभारी सतीश पूनिया।
रोहतक में भाजपा प्रदेश कार्यालय मंगल कमल पहुंचे पार्टी के प्रदेश प्रभारी सतीश पूनिया ने कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जनता ने कांग्रेस को 55 साल दिए, अगर कुछ करना होता तो अब तक कर लेती। आज कांग्रेस के पास कोई ठोस एजेंडा नहीं है।
.
सतीश पूनिया ने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि उनके बयानों पर देश भरोसा नहीं करता। राहुल गांधी का अब सिर्फ एक ही एजेंडा रह गया है- पीएम मोदी जो भी कहें, उसका विरोध करना।
उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी को गुमान है कि जीएसटी दरें उनकी वजह से कम हुईं। अगर वह ऐसा सोचकर खुश रहना चाहते हैं तो रह सकते हैं, भाजपा को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।
पत्रकारों से बात करते हुए सतीश पूनिया।
देश को रिफॉर्म करने में लगे 70 साल सतीश पूनिया ने कहा कि जीएसटी की दर कम करने में 9 साल नहीं, बल्कि देश को रिफॉर्म करने में 70 साल लगे। जो योजनाएं भाजपा सरकार लेकर आई, कांग्रेस ने क्यों इकॉनोमिक डिसिप्लिन पर काम नहीं किया। देश केवल वोट व बातों से नहीं चलता, उसके लिए धरातल पर काम करना पड़ता है।
बच्चों को भी पप्पू कहते हैं, राहुल गांधी बुरा ना माने सतीश पूनिया ने कहा कि भाजपा के किसी नेता ने राहुल गांधी को पप्पू नहीं कहा। इस शब्द का ईजाद भी भाजपा ने नहीं किया। वैसे गली में खेलते हुए बच्चों को भी पप्पू बोलते हैं, इसमें राहुल को बुरा नहीं मानना चाहिए। पप्पू कहने से कोई पप्पू नहीं हो जाता।
मीटिंग के दौरान मंच पर बैठे सतीश पूनिया।
राजनीति में शब्दों की मर्यादा का रखें ध्यान सतीश पूनिया ने कहा कि राजनीति में शब्दों की मर्यादा होती है। किसी भी दल का कोई व्यक्ति गलत बोलता है तो वो गलत है। किसी भी महिला के बारे में कोई कुछ बोलता है तो समाज उसे गलत ही मानेगा। राहुल गांधी के मंच पर अगर किसी ने पीएम मोदी की मां के बारे में कुछ बोला है तो उसकी जिम्मेदारी उनकी बनती है।
केंद्रीय मंत्री बाढ़ ग्रस्त इलाकों का कर रहे निरीक्षण सतीश पूनिया ने कहा कि केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान कल पंजाब में बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र का दौरा करने गए थे और लोगों के साथ पानी के अंदर ही घुसे हुए थे। हरियाणा सरकार भी किसानों के साथ खड़ी है। किसानों की भलाई के लिए भाजपा संकल्पित है और सरकार केवल घोषणा नहीं करती, बल्कि लागू करती है।