आमिर खान से शाहरुख खान तक, जब टीचर के किरदार में इन सितारों ने मचाया धमाल, सीख देने के साथ…

हाल ही में रिलीज हुई फिल्म सितारे जमीन पर में आमिर खान ने एक बास्केटबॉल कोच का रोल निभाया है, जो ऑटिज्म से जूझ रहे बच्चों को ट्रेनिंग देकर उनका सेल्फ कॉन्फिडेंस बढ़ाता है. इस फिल्म का निर्देशन आर. एस. प्रसन्ना ने किया है. वहीं, साल 2007 की सुपरहिट फिल्म तारे जमीन पर में आमिर खान ने एक आर्ट टीचर का रोल निभाया था. इस फिल्म में वह ईशान अवस्थी नाम के बच्चे की मदद करते हैं, जो डिस्लेक्सिया नाम की समस्या से जूझ रहा होता है. फिल्म का संदेश यह था कि एक सच्चा टीचर हर बच्चे की अनोखी खूबी को पहचानता है. इस फिल्म को खुद आमिर खान ने डायरेक्ट भी किया था.
साल 2018 में आई फिल्म हिचकी में रानी मुखर्जी ने एक ऐसी टीचर का रोल निभाया था, जिसे बोलने में दिक्कत होती है. इसके बावजूद बच्चों को पढ़ाने का उनका जुनून उन्हें खास बनाता है. यह फिल्म बच्चों और लोगो दोनों को यह सीख देती है कि इंसान को अपनी कमियों के बावजूद आगे बढ़ना चाहिए.
विकास बहल निर्देशित फिल्म सुपर 30 में ऋतिक रोशन ने बिहार के मशहूर मैथ्स टीचर आनंद कुमार का किरदार निभाया. आनंद कुमार असली जिंदगी में भी गरीब बच्चों को मुफ्त में पढ़ाकर उन्हें आईआईटी जैसे एग्जाम पास करने में मदद करते हैं. फिल्म में दिखाया गया कि कैसे उन्होंने शिक्षा को अमीर-गरीब की सीमा से ऊपर उठाकर एक सामाजिक जिम्मेदारी बना दिया.
शिमित अमीन की फिल्म चक दे इंडिया में शाहरुख खान ने फीमेल हॉकी टीम के कोच कबीर खान का रोल निभाया. यह फिल्म फीमेल खिलाड़ियों के स्ट्रगल और जीत की कहानी है, जो आज भी खेल प्रेमियों की पसंदीदा फिल्मों में गिनी जाती है. वहीं साल 2000 की फिल्म मोहब्बतें में शाहरुख खान ने एक म्यूजिक टीचर का रोल निभाया था, जो अपने विद्यार्थियों को न सिर्फ संगीत सिखाता है बल्कि उन्हें प्यार और जिंदगी का महत्व भी समझाता है.
साल 2005 में रिलीज हुई संजय लीला भंसाली निर्देशित फिल्म ब्लैक बॉलीवुड की सबसे इमोशनल फिल्मों में से एक है. इस फिल्म में अमिताभ बच्चन ने एक खास किरदार निभाया था. उन्होंने एक ऐसी अंधी और गूंगी लड़की के टीचर की भूमिका निभाई, जिसके लिए बोलना, समझना और जीवन जीना बेहद मुश्किल था. ब्लैक को इसकी अनोखी कहानी, मजबूत एक्टिंग और संजय लीला भंसाली के बेहतरीन निर्देशन की वजह से आज भी हिंदी सिनेमा की क्लासिक फिल्मों में गिना जाता है.
साल 2010 में रिलीज हुई मिलिंद उके की फिल्म पाठशाला में शाहिद कपूर ने एक इंग्लिश और म्यूजिक टीचर का किरदार निभाया था. इस रोल की खासियत यह थी कि वह बच्चों को पुराने एजुकेशन सिस्टम से हटकर नए और आसान तरीके से पढ़ाने की कोशिश करता है. शाहिद का यह रोल बच्चों के प्रति प्यार, उनकी भावनाओं को समझने और उन्हें पढ़ाई के साथ-साथ जिंदगी जीने की सीख देने वाला था. इस फिल्म ने एजुकेशन सिस्टम से जुड़े कई गंभीर सवाल भी उठाए.
साल 2005 में आई नागेश कुकुनूर की फिल्म इकबाल एक बेहद मोटिवेशनल कहानी है. इसमें एक गूंगे-बहरे लड़के इकबाल के क्रिकेटर बनने का सपना दिखाया गया है. फिल्म में नसीरुद्दीन शाह ने इकबाल के कोच की भूमिका निभाई, जो एक शराबी होते हुए भी अपनी कोचिंग के हुनर और जज्बे से इकबाल को ट्रेनिंग देते हैं. उनकी मदद से इकबाल नेशनल स्तर तक पहुंचने का सफर तय करता है.
साल 2009 में रिलीज हुई राजकुमार हिरानी निर्देशित फिल्म 3 इडियट्स बॉलीवुड की सबसे पसंदीदा फिल्मों में से एक है. इस फिल्म में आमिर खान, शरमन जोशी और आर. माधवन ने इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स का किरदार निभाया था. फिल्म ने लोगो को यह गहरी सीख दी कि जिंदगी में केवल रटा मारने से नहीं, बल्कि असल में काबिल बनने से सफलता मिलती है. फिल्म में बोमन ईरानी ने सख्त सोच वाले कॉलेज प्रोफेसर वीरू सहस्त्रबुद्धे का रोल निभाया. शुरुआत में उनका मानना था कि सिर्फ कड़ी मेहनत और डिसिप्लिन से ही सफलता मिलती है, लेकिन फिल्म के अंत तक उनके सोच में बड़ा बदलाव आता है.
साल 2024 में रिलीज हुई फिल्म मैदान इंडियन फुटबॉल टीम के गोल्डन पीरियड पर बेस्ड है. फिल्म में अजय देवगन ने मशहूर फुटबॉल कोच सैयद अब्दुल रहीम का दमदार किरदार निभाया. सैयद अब्दुल रहीम को इंडियन फुटबॉल का आर्किटेक्ट भी कहा जाता है, क्योंकि उन्होंने 1950 से 1960 तक में भारतीय टीम को नई पहचान दिलाई थी. यह रोल अजय देवगन के करियर के यादगार किरदारों में से एक माना गया.
साल 2004 में रिलीज हुई फराह खान की फिल्म मैं हूं ना में सुष्मिता सेन ने एक बेहद ग्लैमरस और खूबसूरत केमिस्ट्री टीचर का रोल निभाया था. उनकी साड़ी लुक और स्टाइल ने लोगो का दिल जीत लिया था. इस फिल्म में लीड रोल में शाहरुख खान थे, जो एक आर्मी ऑफिसर मेजर राम बने थे. उन्हें एक मिशन के कारण कॉलेज में एडमिशन लेना पड़ता है, जहां पढ़ाई पूरी करने के साथ-साथ उन्हें अपना सीक्रेट मिशन भी पूरा करना होता है. कॉलेज में ही उनकी मुलाकात सुष्मिता सेन यानी चांदनी मैडम से होती है, जिनके सामने शाहरुख का सीरियस और सख्त आर्मी ऑफिसर वाला अंदाज बदलकर एक शरारती और प्यार में डूबा हुआ इंसान बन जाता है. फिल्म में सुष्मिता का रोल एक आइकॉनिक किरदार बन गया.
Published at : 05 Sep 2025 02:10 PM (IST)