पुलिस के कांग्रेस नेता को घसीटने और थप्पड़ बरसाने का वीडियो देखकर गुस्सा हुए शशि थरूर, बोले-…

केरल की राजनीति एक बार फिर गरमाई, जब तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कुन्नमकुलम पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए. मामला दो साल पुराना है, लेकिन सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद यह फिर से चर्चा में आ गया. वीडियो में युवा कांग्रेस नेता वी.एस. सुजीत को पुलिस थाने में घसीटते हुए और उन पर बार-बार थप्पड़ और घूंसे बरसाते हुए दिखाई दे रही है.
इस घटना ने न सिर्फ कांग्रेस पार्टी बल्कि आम नागरिकों को भी झकझोर दिया है. थरूर ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पुलिस की धमकियों पर सवाल उठाने वाले नागरिक पर हमला करना न केवल गैरकानूनी बल्कि अमानवीय है. उन्होंने मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और गृह विभाग से तुरंत कार्रवाई करने की मांग की.
कांग्रेस की तीखी प्रतिक्रिया और कार्रवाई की मांग
कांग्रेस पार्टी ने इस मामले पर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीशन ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर आरोपियों को सेवा से बर्खास्त करने की मांग की. उन्होंने आरोप लगाया कि उच्च अधिकारियों ने जानबूझकर चार्जशीट से नाम हटाए और रिपोर्ट दबाकर दोषियों को बचाने की कोशिश की. सतीशन ने यह भी बताया कि फुटेज केवल सूचना के अधिकार अधिनियम (RTI) के तहत लंबी कानूनी लड़ाई के बाद सामने आ सका. उनका कहना है कि जब तक आरोपी पुलिस अधिकारी सेवा में रहेंगे तब तक पीड़ित और आम जनता के लिए न्याय पाना मुश्किल है.
सुजीत का दर्द और कांग्रेस नेताओं का समर्थन
वी.एस. सुजीत ने मीडिया से बातचीत में बताया कि आरोपी पुलिसकर्मियों ने उनसे मामले को दबाने के लिए 20 लाख रुपये की पेशकश भी की थी. उन्होंने कहा कि RTI के जरिए फुटेज हासिल करने में उन्हें दो साल से ज्यादा का समय लगा और इस दौरान मामले को मामूली अपराध बताकर कमजोर करने की कोशिश की गई. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सनी जोसेफ, बेनी बेहनन और टीएन प्रतापन ने सुजीत से मुलाकात कर उन्हें समर्थन दिया. उनका कहना है कि यह केवल सुजीत का मामला नहीं बल्कि पूरे समाज की सुरक्षा और न्याय व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है.
विरोध प्रदर्शन और पुलिस मुठभेड़
घटना के विरोध में युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मलप्पुरम में आरोपी सब-इंस्पेक्टर नुहमान के घर तक मार्च निकाला. जब प्रदर्शनकारियों ने पुलिस बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश की तो स्थिति हिंसक हो गई. पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसमें कई लोग घायल हो गए. रिपोर्ट्स के मुताबिक, नुहमान वर्तमान में त्रिशूर पुलिस क्वार्टर में रह रहे हैं.
ये भी पढ़ें: ‘NIA कोर्ट जल्दी बनाईए वरना दुर्दांत अपराधी सिस्टम को हाईजैक….’, सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से क्यों कही यह बात?