Devsthan department cut a neem tree in Wall City, ran away leaving the wood behind after…

वॉलसिटी में दाईजी की पुलिया के पास काटा गया हरा पेड़।
वॉलसिटी में दाईजी की पुलिया के पास हरे पेड़ को काटने का चौंकाने वाला मामला सामने आया। यहां स्थित भीम परमेश्वरजी मंदिर में खड़े नीम के विशाल पेड़ को अज्ञात लोगों ने काट दिया। क्षेत्रीय लोगों ने मौके पर पहुंचकर विरोध जताया तो पेड़ काटने वाले लोग भाग निकले।
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लोगों ने आरोप लगाया कि यह पेड़ होटल संचालक की मिलीभगत से काटा गया है। क्योंकि, पेड़ काफी विशाला था। इस वजह से यह होटल के सामने आ रहा था। हैरानी की बात यह है कि विरोध के बाद मौके पर न तो देवस्थान विभाग का कोई जिम्मेदार पहुंचा, न नगर निगम का। वहीं देवस्थान विभाग के सहायक आयुक्त जतिन गांधी ने कहा कि हमने मजदूरों को सिर्फ छंटाई के लिए बोला था लेकिन पेड़ ही काट दिया।
पूर्व पार्षद दवे ने बताया कि मंदिर में चार पेड़ हैं, जिनमें 2 जंगी पेड़ नीम के हैं। एक पेड़ कीकर और 1 बोरसली का है। बोरसली का पेड़ तेज आंधी में दो माह पूर्व टूट गया था, जिसकी छंगाई के लिए नगर निगम को बोल रखा था, लेकिन किसी ने छंगाई नहीं की। अब गुरुवार को अज्ञात लोग मंदिर में घुसे और नीम के पेड़ को ही काट डाला।
दवे ने कहा कि नगर निगम प्रशासन से इन हरियाली के हत्यारों का पता लगवाएंगे, ताकि सख्त कार्रवाई की जा सके। पेड़ काटने के बाद क्षेत्रवासी निर्मल चौबीसा, शंकर, रोहित चौबीसा, भरत कुमावत आदि ने मौके पर पहुंचकर कड़ा आक्रोश व्यक्त किया। क्षेत्रवासियों ने कहा कि 20-30 सालों की मेहनत के बाद 1 पेड़ बमुश्किल लगता है। सरकार पर्यावरण संरक्षण-संवर्धन के लिए पेड़ लगाने का अभियान चला रही है। इसके अलट यहां कई दशकों पुराने पेड़ों को दिन-दहाड़े मिटाया जा रहा है।