GST Reforms: जीएसटी रिफॉर्म्स क्यों 22 सितंबर से ही होंगे लागू? पीएम मोदी ने कर दिया खुलासा

GST Reform: पर्व-त्योहारों से पहले मोदी सरकार ने आम जनता को बड़ी राहत दी है. सरकार ने जीएसटी स्लैब में बदलाव कर आम वस्तुओं को सस्ता कर दिया है. इस फैसले से दुर्गा पूजा, दिवाली और छठ के अवसर पर आम लोगों के खर्च में राहत मिलेगी. दिल्ली में बुधवार को जीएसटी काउंसिल की 56वीं बैठक हुई, जिसमें कई अहम प्रस्तावों पर मुहर लगी. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि अब केवल दो जीएसटी स्लैब रहेंगे- 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत. इसके साथ ही 12 प्रतिशत और 28 प्रतिशत के स्लैब समाप्त कर दिए गए हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र ने गुरुवार को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2025 के विजेताओं को संबोधित करते हुए कहा कि जीएसटी कर ढांचे में यह व्यापक सुधार देश को “समर्थन और विकास की दोहरी खुराक” देगा. उन्होंने इसे 21वीं सदी में भारत की प्रगति के लिए अगली पीढ़ी का सुधार करार दिया. इस दौरान उन्होंने बताया किस वजह से ये ये सुधार 22 सितंबर से लागू होंगे.
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कारण
प्रधानमंत्री ने बताया कि ये सुधार 22 सितंबर से लागू होंगे. उन्होंने कहा, “नवरात्रि के पहले दिन अगली पीढ़ी का सुधार लागू होगा, क्योंकि ये सभी चीजें मातृशक्ति से जुड़ी हैं.” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि समय पर बदलाव किए बिना देश को वैश्विक परिस्थितियों में उसका उचित स्थान नहीं मिल सकता.
PM मोदी ने जीएसटी सुधारों का इतिहास साझा करते हुए कहा कि आठ साल पहले जब जीएसटी लागू हुआ, यह दशकों का सपना था. उन्होंने इसे आजाद भारत के सबसे बड़े आर्थिक सुधारों में से एक बताया और कहा कि यह देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के साथ-साथ आम लोगों की जेब में राहत भी देगा. प्रधानमंत्री ने जीएसटी परिषद की बैठक का हवाला देते हुए बताया कि अब दैनिक उपयोग की अधिकांश वस्तुएं 5 प्रतिशत की दर पर होंगी, जबकि विलासिता और अहितकर उत्पादों पर 40 प्रतिशत का विशेष कर लागू होगा. उन्होंने कहा कि नई व्यवस्था पहले से अधिक सरल और पारदर्शी होगी.
PM मोदी ने विपक्ष पर साधा निशाना
प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले कांग्रेस शासनकाल में घरेलू उपभोग वाली बुनियादी वस्तुओं पर भारी कर लगाया जाता था, लेकिन मौजूदा सरकार ने आम आदमी की सहूलियत के लिए इन खामियों को दूर किया है. उन्होंने यह भी कहा कि यह सुधार देश की आर्थिक मजबूती और आम जनता के लिए लाभकारी होगा, और दिवाली व छठ पूजा से पहले देशवासियों को खुशियों की दोगुनी सौगात मिलेगी.