‘भारत पर ट्रंप का मनमाना टैरिफ अमेरिका को…’, अब इस अमेरिकी सांसद ने राष्ट्रपति को दे डाली…

अमेरिका की ओर से भारत पर लगाए गए टैरिफ को लेकर अमेरिकी सांसद ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चेतावनी दी है. अमेरिकी कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद ग्रेगरी मीक्स ने कहा कि ट्रंप की ओर से भारत पर लगाए गए भारी टैरिफ उन रिश्तों को नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिन्हें वॉशिंगटन ने कई दशकों से मजबूती से संवारा है.
विदेश मामलों की समिति में डेमोक्रेटिक पार्टी के शीर्ष राजनीतिज्ञ ग्रेगरी मीक्स ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप के मनमाने टैरिफ दोनों देशों के महत्वपूर्ण रिश्ते को खतरे में डाल रहे हैं. मीक्स का यह बयान अमेरिका में भारतीय राजदूत विनय मोहन क्वात्रा के साथ मुलाकात करने के बाद सामने आया है.
अमेरिकी सांसद ने आधिकारिक बयान में क्या कहा?
ग्रेगरी मीक्स ने अपने एक आधिकारिक बयान में कहा, ‘मैंने हमारे रिश्तें को और मजबूत करने को लेकर अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया, यूक्रेन में शांति की साझा उम्मीद पर चर्चा की और राष्ट्रपति ट्रंप के मनमाने टैरिफ को लेकर अपनी चिंता जताई, जो भारत-अमेरिका के महत्वपूर्ण साझेदारी को खतरे में डाल रहे हैं.’ उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि कांग्रेस अमेरिका और भारत की साझेदारी का पूरी तरह से समर्थन करती है, जो विशेषकर क्वाड शिखर सम्मेलनों के जरिए पिछले 25 सालों में और गहरी हुई है.
निरंतर समर्थन के लिए भारतीय राजदूत ने जताया आभार
अमेरिका में भारतीय राजदूत विनय मोहन क्वात्रा ने अमेरिकी सांसद मीक्स को उनके निरंतर मार्गदर्शन और मजबूत समर्थन के लिए आभार जताई. इसके अलावा, उन्होंने कहा कि उन दोनों के बीच व्यापार, ऊर्जा, इंडो-पैसिफिक और आपसी हितों से जुड़े व्यापक मुद्दों पर विस्तार से बातचीत हुई. वहीं, क्वात्रा ने कांग्रेसनल एनर्जी एक्सपोर्ट कॉकस की चेयरपर्सन कैरल मिलर के साथ भी अलग से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने कैरल से भारत की ऊर्जा सुरक्षा और अमेरिका के साथ बढ़ते हाइड्रोकार्बन व्यापार को लेकर चर्चा की.
भारत पर लगाए भारी टैरिफ को लेकर ट्रंप की हो रही आलोचना
रूस से कच्चा तेल आयात करने को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मनमाने ढंग से भारत पर 50 परसेंट का अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा की थी, जो कुछ समय पहले ही भारत पर पूरी तरह से लागू हो गया है. हालांकि, भारत ने भारी टैरिफ लगाने के लिए राष्ट्रपति ट्रंप की वॉशिंगटन में कड़ी आलोचना हो रही है. ट्रंप ने इस कदम ने वॉशिंगटन में एक नए विवाद को जन्म दे दिया है. अमेरिकी कांग्रेस के सांसदों ने ट्रंप पर आरोप लगाया है कि उन्होंने रूस से भारी मात्रा में कच्चा तेल खरीदने वाले चीन और अन्य बड़े आयातकों को छोड़कर जानबूझकर भारत को निशाना बनाया है.