अगले महीने IAF को मिलेंगे दो तेजस LCA मार्क-1ए फाइटर जेट, PAK-चीन की बोलती हो जाएगी बंद

अमेरिका से एविएशन इंजन की सप्लाई में हो रही देरी के बावजूद, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL), भारतीय वायुसेना को लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) तेजस फाइटर जेट के दो एडवांस वर्जन मार्क-1ए की डिलीवरी करने जा रही है. अमेरिका को इस साल (2025-26) में 12 एविएशन इंजन HAL को सप्लाई करने थे, लेकिन अभी महज दो इंजन ही हो पाए हैं.
प्रोजेक्ट की धीमी गति को लेकर IAF चीफ जता चुके हैं नाराजगी
HAL ने LCA मार्क-1ए के 10 वर्जन तैयार कर लिए हैं. लेकिन अमेरिका की जीई कंपनी से एफ-404 इंजन की सप्लाई में लगातार देरी हो रही है. ऐसे में एलसीए मार्क-1ए प्रोजेक्ट बेहद देरी से चल रहा है. इसे लेकर वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह अपनी नाराजगी सार्वजनिक तौर से जाहिर कर चुके हैं.
जानकारी के मुताबिक, इसी महीने (सितंबर में) LCA मार्क-1ए का फायरिंग परीक्षण है. इस दौरान, स्वदेशी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) से स्वदेशी अस्त्रा (बियॉन्ड विजुअल रेंज) मिसाइल और शॉर्ट रेंज एयर-टू-एयर मिसाइल फायर किया जाना है. इस परीक्षण के बाद वायुसेना को दो LCA विमान सौंप दिए जाएंगे.
IAF ने अतिरिक्त 97 स्वदेशी लड़ाकू विमानों की खरीद को दी हरी झंडी
एलसीए मार्क-1ए के निर्माण के लिए भले ही अमेरिका से एविएशन इंजन की सप्लाई बेहद सुस्त गति से चल रही है, लेकिन सरकार ने पिछले महीने वायुसेना के लिए अतिरिक्त 97 स्वदेशी लड़ाकू विमानों की खरीद को हरी झंडी दे दी है.
रक्षा मंत्रालय ने HAL के साथ किया था 48 हजार करोड़ का सौदा
साल 2021 में रक्षा मंत्रालय ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) से वायुसेना के लिए 83 लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) मार्क-ए का करार किया था. इस करार की कुल कीमत करीब 48,000 करोड़ रुपये थी. इन एलसीए लड़ाकू विमानों के लिए भारत ने अमेरिका की जीई कंपनी से 99 एफ-404 एविएशन इंजन का सौदा किया था.
इंजन की डिलीवरी में हो रही देरी पर अमेरिका ने दी सफाई
पिछले डेढ़ साल से अमेरिका से इन एविएशन इंजन की सप्लाई एचएएल को ठीक प्रकार से नहीं हो पाई है. अभी तक महज दो (02) इंजन की सप्लाई ही अमेरिका से हुई है. अमेरिका का दावा है कि ग्लोबल सप्लाई चेन बाधित होने के चलते ऐसा हो रहा है. लेकिन माना जा रहा है कि पहले खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कोशिश की साजिश रचने और अब टैरिफ वॉर (और ऑपरेशन सिंदूर) के चलते, सप्लाई बेहद धीमी गति से हो रही है.
PMO के प्रिंसिपल सेक्रेटरी ने HAL के फैसिलिटी का किया दौरा
HAL का दावा है कि इंजन सप्लाई दुरुस्त होने से वायुसेना को इस साल (मार्च 2026) तक 10 लड़ाकू विमानों की सप्लाई हो सकती है. जुलाई महीने में प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के प्रिंसिपल सेक्रेटरी पीके मिश्रा ने खुद HAL की बेंगलुरू स्थित फैसिलिटी का दौरा कर एलसीए प्रोजेक्ट की समीक्षा की थी.
यह भी पढ़ेंः हथियार और मिलिट्री एयरक्राफ्ट हुए GST फ्री, टैक्स कटौती से भारतीय सेना को बड़ा फायदा