जीएसटी रिफॉर्म के बाद भी नहीं थम रही रुपये की कमजोरी, आज फिर डॉलर के मुकाबले इतना टूटा

Rupee vs Dollar: अमेरिका से ट्रेड टैरिफ पर चल रही जबरदस्त टेंशन के बीच हाल में भारतीय रुपये में बड़ी गिरावट देखी गई है. दो दिन पहले रुपया अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया था, हालांकि बुधवार को इसमें थोड़ी रिकवरी आई, लेकिन गुरुवार को शुरुआती कारोबार में फिर से गिरावट दर्ज की गई. विदेशी पूंजी की लगातार निकासी और अमेरिकी डॉलर की मजबूती के चलते रुपया अपनी स्थिति बनाए रखने में असफल रहा.
रुपये में क्यों कमजोरी?
जीएसटी सुधारों के बावजूद गुरुवार को रुपया डॉलर के मुकाबले एक पैसे टूटकर 88.03 पर आ गया. विदेशी मुद्रा कारोबारियों का कहना है कि जीएसटी रेट्स में कटौती से बाजार की धारणा में थोड़ी सकारात्मकता जरूर आई, लेकिन वैश्विक तेल कीमतों में गिरावट ने रुपये की कमजोरी को सीमित रखा.
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 88.09 पर कमजोर रुख के साथ खुला, फिर 87.85 तक सुधरा, लेकिन दोबारा फिसलकर 88.03 पर आ गया, जो पिछले बंद भाव से एक पैसे की गिरावट दर्शाता है. एक दिन पहले बुधवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 88.02 पर बंद हुआ था. इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर इंडेक्स 0.07 प्रतिशत बढ़कर 98.21 पर पहुंच गया.
शेयर बाजार में तेजी
घरेलू शेयर बाजारों में तेजी देखने को मिली, जहां सेंसेक्स 888.96 अंक चढ़कर 81,456.67 और निफ्टी 265.7 अंक की बढ़त के साथ 24,980.75 पर पहुंच गया. वहीं अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.49 प्रतिशत की गिरावट के साथ 67.27 डॉलर प्रति बैरल पर रहा. शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को शुद्ध रूप से 1,666.46 करोड़ रुपये के शेयर बेचे.
गौरतलब है कि केंद्र सरकार की तरफ से जीएसटी रिफॉर्म का फैसला ऐसे समय में किया गया है, जब अमेरिका के साथ टैरिफ टेंशन बढ़ी हुई है. रूस से कच्चा तेल खरीदने की वजह से अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत पर 25 प्रतिशत पेनाल्टी के तौर पर अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया है. इसके बाद भारत पर टैरिफ की कुल दरें बढ़कर लगभग 50 प्रतिशत के आसपास पहुंच गई हैं.