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Union Agriculture Minister Shivraj Chauhan Punjab Flood Affected Area Tour Live Update |…

पंजाब में पहुंचे कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गवर्नर गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात की।

पंजाब में बारिश और बाढ़ से बिगड़ते हालातों के बीच, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार को अमृतसर पहुंचे। यहां वे बाढ़ से प्रभावित फसलों और हालात का जायजा लेंगे। अमृतसर पहुंचते ही उन्होंने राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया से मुलाकात की।

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राज्यपाल ने मंत्री को पांच जिलों, अमृतसर, पठानकोट, गुरदासपुर, तरन तारन और फिरोजपुर की बाढ़ रिपोर्ट सौंपी। इसके बाद केंद्रीय मंत्री तीन जिलों का दौरा कर किसानों से मुलाकात करेंगे और जमीनी हालात की समीक्षा करेंगे।

दौरे में केंद्रीय राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ भी साथ रहेंगे। चौहान ने आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार हर संभव मदद करेगी।

सीएम भगवंत मान बाढ़ प्रभावित एरिया का दौरा करते हुए। (फाइल फोटो)

23 जिलों में बाढ़ का असर, 1655 गांव डूबे पंजाब में अमृतसर से लेकर तरनतारन तक कुल 23 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। इनमें बरनाला, बठिंडा, फरीदकोट, फतेहगढ़ साहिब, फिरोजपुर, फाजिल्का, गुरदासपुर, होशियारपुर, जालंधर, कपूरथला, लुधियाना, मलेरकोटला, मानसा, मोगा, पठानकोट, पटियाला, रूपनगर, नवांशहर, मोहाली, संगरूर और मुक्तसर शामिल हैं।

राज्य के 1655 गांवों में पानी भर गया है। अमृतसर के 390, गुरदासपुर के 324, बरनाला के 37, बठिंडा के 13, फिरोजपुर के 111, होशियारपुर के 121, कपूरथला के 178, लुधियाना के 216 और मानसा के 114 गांव सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। इसके अलावा पटियाला के 29, रूपनगर के 3 और तरनतारन के 70 गांवों में भी पानी घुसा हुआ है।

3.55 लाख से ज्यादा आबादी प्रभावित कुल 3,55,709 से अधिक लोग अब तक प्रभावित हो चुके हैं। सबसे ज्यादा असर अमृतसर (1,75,734), गुरदासपुर (1,45,006) और फाजिल्का (21,526) में देखने को मिला है। इसके अलावा फिरोजपुर, कपूरथला, मोगा, संगरूर और मोहाली में भी हजारों लोग संकट में हैं

इसके साथ ही अब तक 12 जिलों में 37 लोगों की जान जा चुकी है। इनमें अमृतसर (4), बरनाला (5), बठिंडा (3), होशियारपुर (7), जालंधर (9), कपूरथला (3), पठानकोट (5) और संगरूर (1) शामिल हैं।पठानकोट जिले से 3 लोग लापता हैं। वहीं पशुधन हानि का सटीक आंकड़ा अभी सामने नहीं आया है, लेकिन बड़ी संख्या में पशु बाढ़ की चपेट में आए हैं।

19,474 लोगों को सुरक्षित निकाला गया कुल 19,474 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर निकाला गया है। इनमें अमृतसर से 2734, बरनाला से 389, बठिंडा से 290, होशियारपुर से 3451, कपूरथला से 5615, जालंधर से 1428, मोगा से 195, रूपनगर से 615, पठानकोट से 1139 और तरनतारन से 1234 लोग शामिल हैं।राज्यभर में 167 राहत शिविर सक्रिय हैं, जिनमें अमृतसर, बरनाला, बठिंडा, फतेहगढ़ साहिब, जालंधर, कपूरथला, लुधियाना, मोगा, मोहाली, पठानकोट, पटियाला, रूपनगर, संगरूर और एसएएस नगर शामिल हैं।इन शिविरों में 1557 लोग रह रहे हैं। अमृतसर में 381, बरनाला में 390, फरीदकोट में 796, कपूरथला में 57, मानसा में 15, मोगा में 3, तरनतारन में 10 और पठानकोट में 47 लोग ठहरे हुए हैं।सरकार ने कहा है कि नुकसान का वास्तविक आकलन पानी उतरने के बाद ही संभव होगा, लेकिन अभी तक जनहानि, पशुधन और मकानों को भारी नुकसान पहुंचा है।

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