Shri Sanwaliyaji’s Dham resonated with devotion and music | भक्ति और संगीत से गूंजा श्री…

मंडफिया स्थित श्री सांवलियाजी का धाम एक बार फिर भक्ति और संगीत से जगमगा उठा। बुधवार रात को यहां आयोजित भजन संध्या और सांस्कृतिक कार्यक्रम में हजारों भक्तों और संगीत प्रेमियों ने हिस्सा लिया। यह आयोजन इतना खास था कि दर्शकों में सबसे ज्यादा बच्चों और य
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बॉलीवुड सिंगर ऋचा शर्मा की दिल छू लेने वाली प्रस्तुति
इस खास मौके पर बॉलीवुड की जानी-मानी गायिका ऋचा शर्मा ने अपनी जबरदस्त परफॉर्मेंस से समां बांध दिया। उन्होंने न सिर्फ भक्ति गीत गाए बल्कि अपने कई लोकप्रिय बॉलीवुड गाने भी सुनाए, जिनमें “ऐसी इश्क दा दर्द”, “बिल्लो रानी”, “ओ धरती तरसे अंबर बरसे” और “मेरा पिया घर आया” जैसे गीत शामिल थे। ऋचा शर्मा की गायकी ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया और हर कोई झूमने पर मजबूर हो गया।
बॉलीवुड सिंगर ऋचा शर्मा ने दी अपनी प्रस्तुति।
बृजवासी ब्रदर्स की धमाकेदार प्रस्तुति
भजन गायक बृजवासी ब्रदर्स ने भी इस कार्यक्रम में अपनी धुनों और सुरों से दर्शकों का दिल जीत लिया। उन्होंने भक्ति गीतों के साथ-साथ कुछ फिल्मी गाने भी सुनाए, जिन्हें सुनकर युवा वर्ग भी खुद को थिरकने से नहीं रोक सका। बृजवासी ब्रदर्स की जोड़ी ने अपनी खास शैली से माहौल को भक्तिमय और मनोरंजक दोनों बना दिया।
गोकुल शर्मा के भजनों पर झूमे भक्त
श्री सांवलिया सेठ के परम भक्त और भजन गायक गोकुल शर्मा ने भी अपनी प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया। उन्होंने एक के बाद एक सुंदर भजन सुनाकर श्रोताओं को आध्यात्मिक आनंद में डुबो दिया। उनकी गायकी की सादगी और भावनाओं ने भक्तों के दिल को छू लिया। देर रात तक लोग उनके भजनों पर झूमते रहे और “सांवलिया सेठ की जय” के जयकारे गूंजते रहे।
आतिशबाजी ने सबका दिल जीता।
दूसरे दिन भी रंग बिरंगी आतिशबाजी हुई, बांधा समां
कार्यक्रम की शुरुआत एक भव्य आतिशबाजी से हुई, जिसने आकाश को रोशनी से भर दिया। चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी ने इलेक्ट्रिक बटन दबाकर इस आतिशबाजी की शुरुआत की। यह नजारा इतना मनमोहक था कि हर कोई अपनी आंखों में उस पल को कैद करना चाहता था। आतिशबाजी के बाद शुरू हुआ भजनों और संगीत का कार्यक्रम, जो देर रात तक चला।
सीपी जोशी द्वारा दूसरे दिन मेले की शुरुआत भी की गई। सांवलियाजी का यह मेला हर साल लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। इस दौरान श्रद्धालुओं के लिए कई धार्मिक अनुष्ठानों का भी आयोजन किया गया। लोग दूर-दूर से यहां केवल दर्शन करने ही नहीं बल्कि इस दिव्य वातावरण को महसूस करने भी आते हैं।
गानों पर दर्शक झूमते हुए दिखे।
बागुंड प्राकट्य स्थल पर भी रहा उत्सव का माहौल
सांवलियाजी के बागुंड स्थित प्राकट्य स्थल पर भी बुधवार रात को खास आयोजन हुआ। यहां भी भव्य आतिशबाजी की गई और फिर भजन संध्या का कार्यक्रम शुरू हुआ। इस स्थान की आध्यात्मिक महत्ता के कारण यहां भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे और देर रात तक भजनों का आनंद लेते रहे।
बच्चे और युवा भी देर रात तक आयोजन में रहे।
बच्चों और युवाओं की भागीदारी रही ज्यादा
इस साल का आयोजन खास इसलिए भी रहा क्योंकि इसमें बच्चों और युवाओं की सबसे बड़ी भागीदारी देखने को मिली। आमतौर पर धार्मिक आयोजनों में बुजुर्गों की उपस्थिति ज्यादा होती है, लेकिन इस बार युवा वर्ग भी श्रद्धा और उमंग के साथ शामिल हुआ।
प्राकट्य स्थल श्री सांवलिया जी में देर रात तक चली भजन संध्या।
श्री सांवलिया जी में हुई जोरदार आतिशबाजी।