आदिलाबाद में बड़ा हादसा टला, उफनती नदी में बहा ऑटो, स्थानीय लोगों ने बचाई 8 यात्रियों की जान

मानसून की भारी बारिश के बीच तेलंगाना के आदिलाबाद जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक ऑटो चालक की लापरवाही ने आठ यात्रियों की जान जोखिम में डाल दी. जिले के इंद्रवेल्ली मंडल में उफान पर बह रही सटवाजीगुडा नदी को पार करने की कोशिश में एक ऑटो बह गया. हालांकि, गनीमत यह रही कि स्थानीय लोगों की सतर्कता और बहादुरी के चलते एक बड़ा हादसा टल गया और सभी यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया गया.
यह घटना उस समय हुई जब लगातार हो रही बारिश के कारण सटवाजीगुडा नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया था और पानी पुलिया के ऊपर से बह रहा था. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ऑटो चालक ने पानी के तेज बहाव और खतरों को नजरअंदाज करते हुए लापरवाही से ऑटो को नदी पार कराने का प्रयास किया. जैसे ही ऑटो बीच धारा में पहुंचा, पानी के प्रचंड वेग के कारण उसका संतुलन बिगड़ गया और वह अनियंत्रित होकर बहने लगा. ऑटो में सवार यात्रियों में चीख-पुकार मच गई, जिससे आसपास का माहौल दहशत में भर गया.
यात्रियों की चीतकार सुनकर मदद के लिए दौड़ पड़े स्थानीय लोग
यात्रियों की आवाज सुनकर पास में मौजूद स्थानीय लोग तुरंत मदद के लिए दौड़ पड़े और अपनी जान की परवाह किए बिना, उन्होंने एकजुट होकर बचाव कार्य शुरू किया और कड़ी मशक्कत के बाद ऑटो में फंसे सभी आठ यात्रियों को एक-एक करके सुरक्षित नदी से बाहर निकाल लिया. यदि स्थानीय लोग समय पर मदद के लिए आगे नहीं आते, तो यह घटना एक बड़ी त्रासदी में बदल सकती थी.
प्रशासनिक अधिकारियों ने की लोगों के हिम्मत की सराहना
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और अन्य प्रशासनिक अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे. उन्होंने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तत्काल उस सड़क पर यातायात रोक दिया और उसे बंद कर दिया ताकि कोई और वाहन उस रास्ते पर जाने का प्रयास न करे. अधिकारियों ने मौके पर मौजूद लोगों से पूछताछ की और बचाव कार्य में मदद करने वाले ग्रामीणों की सराहना की.
प्रशासन ने जारी की सख्त चेतावनी
प्रशासन ने इस घटना के बाद एक सख्त चेतावनी जारी की है. उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे ऐसे मौसम में बिल्कुल भी जोखिम न लें. किसी भी बहती हुई नदी, नाले या जलमग्न सड़क को पार करने का प्रयास जानलेवा हो सकता है. प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रहने और किसी भी आपात स्थिति में तत्काल सूचित करने के निर्देश दिए हैं. यह घटना एक सबक है कि प्रकृति के प्रकोप के आगे लापरवाही की कोई जगह नहीं होती.
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