Thakurji did not take bath in the water of the lake in the second year also | जालोर में…

बोतल में पानी लाकर ठाकुरजी को कराया स्नान
देव झूलनी एकादशी पर बुधवार को ठाकुरजी की रेवाडियां निकली। जो शहर का भ्रमण कर सुंदेलाव तालाब पर पहुंची जहां ठाकुरजी को किसी ने बोतल लाकर तो किसी ने मंदिर में कलश में पानी लाकर स्नान कराया। जिसके बाद लोगों ने ठाकुरजी के दर्शन कर आशीर्वाद लिया और महाआरत
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जालोर बुधवार को तोपखाना, नागर समाज, वैष्णव समाज, वैद सैन समाज, राज घनश्याम मंदिर, अटल बिहारी मंदिर, घांची समाज,प्रजापत समाज, प्रजापत समाज, माली समाज, सोनी समाज, सुथार समाज, श्रीमाली ब्राह्मण समाज, कंसारा समाज व गुर्जर समाज समेत कई समाजों व मंदिर की रैवाडियां ढोल ढमाकों व नाचते गाते हुए अपने-अपने मंदिरों से रवाना होकर तिलक द्वार, हरिदेव जोशी, पंचायत समिति से होते हुए सुन्देलाव तालाब पहुंची।
कलश में पानी लाकर पानी का छिड़काव कर स्नान कराते हुए
तालाब का पानी अशुद्ध
जहां सुंदेलाव के तालाब से पानी से ठाकुरजी महाराज को स्नान कराना था। लेकिन तालाब में पिछले 4 साल से सीवरेज का पानी आने से अशुद्ध हो गया हैं। जिससे तालाब के पानी से स्नान नहीं करा कर किसी ने ठाकुरजी को पानी की बोतल, मंदिर से कलश व किसी बाल्टियों में पानी लाकर ठाकुरजी महाराज को स्नान कराया। जिसके बाद ठाकुरजी महाराज को वही धर्मशाला में विराजमान किया। जहां सभी समाज के ठाकुरजी महाराज की महाआरती की। और लोगों ने ठाकुरजी के दर्शन कर आशीर्वाद लिया। जिसके बाद सभी रेवाडियों को फिर अपने मंदिर के लिए रवाना किया और मंदिर में स्थापित किया।
धर्मशाला में ठाकुरजी महाराज को विराजमान कर पूजा करते हुए
तालाब में रेवाडियां आती हुई
शहर से निकली रेवाडियां
शहर से निकली रेवाडियां
रेवाडी के नीचे से निकल कर लिया आशीर्वाद लिया