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पवन खेड़ा के दो-दो पहचान पत्र के मामले में BJP नेता शाजिया इल्मी ने कांग्रेस को घेरा, कहा-…

बीजेपी नेता शाजिया इल्मी ने बिहार बंद के ऐलान के साथ कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि कल बिहार बंद है. हमलोग प्रधानमंत्री का अपमान नहीं सहेगेंगे. इल्मी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वह सत्ता पाने के लिए यात्रा कर रहे हैं और कांग्रेस को लोकतंत्र की कोई परवाह नहीं है.

शाजिया इल्मी ने पवन खेड़ा और उनकी पत्नी के दो-दो पहचान पत्र (EPIC कार्ड) होने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस इस पर कार्रवाई क्यों नहीं करती. उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में भी तेजस्वी यादव के पास दो एपिक नंबर थे. इल्मी का कहना है कि कांग्रेस पार्टी वोट डकैती करती है और चुनाव आयोग को नेताओं पर कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने सवाल उठाया कि राहुल गांधी इस मुद्दे पर क्यों चुप हैं.

मुश्किलों में पड़ सकते हैं पवन खेड़ा

दिल्ली की दो विधानसभाओं की वोटर लिस्ट में नाम होने के आरोप में कांग्रेस के मीडिया विभाग प्रमुख पवन खेड़ा मुश्किल में फंस सकते हैं. चुनाव आयोग ने उन्हें नोटिस भेजकर जवाब मांगा है. पवन खेड़ा ने दो वोटर लिस्टों में नाम होने की बात स्वीकार की, लेकिन यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने एक स्थान से नाम हटाने के लिए आवेदन किया है.

आरोप साबित होने पर पवन खेड़ा को क्या मिलेगी सजा?

यदि चुनाव आयोग के सामने यह साबित हो गया कि उन्होंने जानबूझकर गलत जानकारी दी तो उन्हें जनप्रतिनिधित्व कानून की धारा 31 के तहत एक साल तक की जेल, जुर्माना या दोनों भुगतने पड़ सकते हैं. इससे पहले भी पूर्व में बिहार के नेता तेजस्वी यादव और कृषि मंत्री विजय सिन्हा के दो-दो वोटर सूचियों में नाम होने को लेकर विवाद सामने आ चुका है.

अमित मालवीय ने पेश किए सबूत

बीजेपी के सोशल मीडिया सेल प्रमुख अमित मालवीय ने पवन खेड़ा के जंगपुरा और नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्रों से वोटर होने के सबूत पेश किए. उन्होंने पवन खेड़ा को जारी दोनों EPIC नंबर और वोटर लिस्ट की फोटोकॉपी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर की.

पवन खेड़ा को चुनाव आयोग ने भेजा नोटिस

पवन खेड़ा की सफाई से चुनाव आयोग संतुष्ट नहीं हुआ, जिसके बाद शाम को उन्हें नोटिस जारी किया गया. आयोग के अनुसार, वोटर लिस्ट में नाम शामिल कराने के लिए फॉर्म 6 भरना होता है, जबकि किसी एक स्थान से दूसरे स्थान पर नाम स्थानांतरित करने के लिए फॉर्म 7 भरना जरूरी है. जाहिर है कि पवन खेड़ा ने दोनों जगह फॉर्म भरकर अपना नाम वोटर लिस्ट में शामिल कराया होगा.

फॉर्म 6 भरने के दौरान वोटर को घोषणा पत्र पर साइन करना होता है कि उसका नाम किसी अन्य जगह पर वोटर लिस्ट में नहीं है. अब पवन खेड़ा को इस पर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी होगी. यदि यह साबित हुआ कि उन्होंने दोनों जगह फॉर्म 6 भरकर अपना नाम शामिल कराया, तो उनके खिलाफ जनप्रतिनिधित्व कानून के तहत FIR दर्ज की जा सकती है. इस कानून की धारा 31 में जानबूझकर गलत जानकारी देने की स्थिति में सजा का प्रावधान है.

चुनाव आयोग के नोटिस पर पवन खेड़ा ने दिया जवाब

पवन खेड़ा ने चुनाव आयोग का नोटिस राजनीति से प्रेरित बताते हुए आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने कर्नाटक के महादेवपूरा से एक लाख से अधिक संदिग्ध वोटरों की लिस्ट चुनाव आयोग को सौंप दी थी, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. अब, उनके अनुसार, भाजपा के दबाव में चुनाव आयोग उन्हें ही नोटिस जारी कर रहा है.

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