Zomato Hikes Platform Fees : Ordering food from Zomato has become expensive | जोमैटो से खाना…

- Hindi News
- Business
- Zomato Hikes Platform Fees : Ordering Food From Zomato Has Become Expensive
नई दिल्ली5 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो से खाना मंगाना अब थोड़ा और महंगा हो गया है। कंपनी ने प्लेटफॉर्म चार्ज में 20% का इजाफा किया है। जोमैटो ने ऑर्डर पर लगने वाली फीस को 10 रुपए से बढ़ाकर 12 रुपए कर दिया है। यह नई फीस देश के सभी शहरों में लागू हो गई है, जहां जोमैटो अपनी सेवाएं देती है।
क्यों हुई फीस में बढ़ोतरी? त्योहारी सीजन, जैसे दीवाली, नवरात्रि और अन्य उत्सवों के दौरान, लोग बाहर से खाना ऑर्डर ज्यादा करते हैं। इस दौरान जोमैटो की ऑर्डर्स की संख्या काफी बढ़ जाती है। इस बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए कंपनी को अपने डिलीवरी सिस्टम, कर्मचारियों और तकनीकी संसाधनों पर अतिरिक्त खर्च करना पड़ता है। इस खर्च को संतुलित करने के लिए कंपनी ने प्लेटफॉर्म फीस बढ़ाने का फैसला किया है।
जोमैटो ने पहले भी समय-समय पर अपनी फीस में बदलाव किए हैं। पिछले साल त्योहारी सीजन में कंपनी ने फीस को 6 रुपए से बढ़ाकर 10 रुपए किया था। उससे पहले यह 5 रुपए से 6 रुपए हुई थी। इस बार की 20% की बढ़ोतरी से ग्राहकों को हर ऑर्डर पर 2 रुपए अतिरिक्त देने होंगे।
जोमैटो के शेयर ने एक साल में 30% का रिटर्न दिया जोमैटो का शेयर आज 323 रुपए पर फ्लैट कारोबार कर रहा हूं। कंपनी के शेयर ने इस साल अब तक करीब 17% का रिटर्न दिया है। वहीं बीते 6 महीने में 45% और एक साल में 30% का रिटर्न दिया है।
दीपिंदर ने 2008 में बनाई थी फूडीबे
- दीपिंदर गोयल और पंकज चड्ढा ने मिलकर साल 2008 में फूडीबे नाम से अपनी फूड डायरेक्टरी वेबसाइट लॉन्च की थी। केवल नौ महीनों में, FoodieBay दिल्ली एनसीआर में सबसे बड़ी रेस्टोरेंट डायरेक्टरी बन गई।
- दो साल के बाद 2010 में, कंपनी का नाम बदलकर जोमैटो कर दिया गया। दिल्ली-एनसीआर में अपनी सफलता के तुरंत बाद कंपनी ने पुणे, अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई और हैदराबाद जैसे शहरों में ब्रांच फैलानी शुरू कर दी।
- 2012 तक जोमैटो ने श्रीलंका, यूएई, कतर, दक्षिण अफ्रीका, यूके और फिलीपींस में अपनी सर्विसेज बढ़ाकर विदेशों में विस्तार करना शुरू कर दिया था। 2013 में न्यूजीलैंड, तुर्की और ब्राजील को इस लिस्ट में जोड़ा गया।
- जोमैटो देश का पहला फूड-टेक यूनिकॉर्न है। 1 बिलियन डॉलर से ज्यादा वैल्यू वाले स्टार्टअप को यूनिकॉर्न कहा जाता है। जोमैटो ने पहली बार फाइनेंशियल ईयर 2024 की पहली तिमाही में 2 करोड़ रुपए का मुनाफा दर्ज किया था।
- जोमैटो एक टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म है जो ग्राहकों, रेस्टोरेंट पार्टनर्स और डिलीवरी पार्टनर्स को जोड़ता है। फूड डिलीवरी के अलावा ग्रॉसरी डिलीवरी के लिए जोमैटो के फाउंडर दीपिंदर गोयल ने अगस्त 2022 में ब्लिंकिट खरीदा था।
पिछले महीने स्विगी ने भी बढ़ाया था डिलीवरी चार्ज ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म स्विगी से खाना मंगाना अब थोड़ा और महंगा हो गया है। कंपनी ने अपनी प्लेटफॉर्म फीस में 2 रुपए यानी करीब 17% का इजाफा किया है। अब स्विगी के कस्टमर्स को हर ऑर्डर पर 14 रुपए प्लेटफॉर्म फीस देनी होगी। पहले यह फीस 12 रुपए थी।