कम उम्र में ही क्रिकेट को अलविदा कहने वाले पांच बड़े खिलाड़ी कौन, लिस्ट में एक नाम तो चौंका…

क्रिकेट को दुनिया का सबसे रोमांचक खेल माना जाता है. कई दिग्गज खिलाड़ियों ने लंबे समय तक इस खेल से फैन्स को यादगार पल दिए, लेकिन कुछ ऐसे क्रिकेटर भी रहे, जिनके पास बड़ा स्टार बनने की पूरी क्षमता थी, फिर भी हालात ने उन्हें कम उम्र में ही इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कहने पर मजबूर कर दिया. कभी चोट, कभी निजी कारण, तो कभी मानसिक दबाव, इन वजहों ने उनके करियर को अधूरा छोड़ दिया. आइए जानते हैं Khel Now की रिपोर्ट के अनुसार ऐसे पांच खिलाड़ियों के बारे में.
क्रेग कीस्वेटर – इंग्लैंड
इंग्लैंड ने 2010 में पहली बार टी20 वर्ल्ड कप जीता था. इस खिताब को जीतने में विकेटकीपर-बल्लेबाज क्रेग कीस्वेटर का अहम योगदान था. उन्होंने टूर्नामेंट में 222 रन बनाए और उन्हें इंग्लैंड का अगला बड़ा व्हाइट-बॉल स्टार माना जाने लगा, लेकिन 27 साल की उम्र में उन्हें एक काउंटी मैच के दौरान आंख पर गंभीर चोट लग गई थी. इस चोट के बाद उनकी दृष्टि कमजोर हो गई और उन्हें क्रिकेट से संन्यास लेना पड़ा.
निकोलस पूरन – वेस्टइंडीज
निकोलस पूरन टी20 क्रिकेट के बड़े सितारे हैं और दुनियाभर की लीग में उनकी काफी मांग है. उन्होंने 29 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला कर सबको चौंका दिया. पूरन वेस्टइंडीज के पहले बल्लेबाज बने जिन्होंने टी20 इंटरनेशनल में 2000 से ज्यादा रन बनाए. उन्होंने 61 वनडे में 1983 और 106 टी20 मैचों में 2275 रन बनाए है. हालांकि उन्होंने ये फैसला फ्रेंचाईज क्रिकेट पर फोकस करने के लिए लिया था.
जेम्स टेलर – इंग्लैंड
इंग्लैंड के जेम्स टेलर को सबसे बदकिस्मत खिलाड़ियों में गिना जाता है. उन्होंने वनडे फॉर्मेट में 42 से ज्यादा की औसत से रन बनाए और अपने करियर की शानदार शुरुआत की थी, लेकिन 26 साल की उम्र में उन्हें दिल की गंभीर बीमारी (Arrhythmogenic Right Ventricular Cardiomyopathy) का पता चला. यह बीमारी जानलेवा हो सकती थी, इसलिए उन्हें तुरंत क्रिकेट छोड़ना पड़ा.
रवि शास्त्री – भारत
भारत के ऑलराउंडर रवि शास्त्री ने 1980–90 के दशक में शानदार खेल दिखाया. उन्होंने 80 टेस्ट और 150 वनडे में कुल 6900 से ज्यादा रन बनाए और 280 विकेट लिए, लेकिन सिर्फ 30 साल की उम्र में उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कह दिया. हालांकि, इसके बाद वे कमेंट्री और क्रिकेट कोचिंग में उतरे और 2017 से 2021 तक भारतीय टीम के हेड कोच रहे.
सकलैन मुश्ताक – पाकिस्तान
पाकिस्तान के दिग्गज स्पिनर सकलैन मुश्ताक को ‘दूसरा’ गेंद का मास्टर कहा जाता है. उन्होंने 49 टेस्ट में 208 और 169 वनडे में 288 विकेट झटके. वे सबसे तेज 250 ODI विकेट लेने वाले गेंदबाज भी हैं, लेकिन घुटने की चोट और आंखों की समस्या ने उन्हें 27 साल की उम्र में संन्यास लेने पर मजबूर कर दिया.