Jhaljhulani Ekadashi today- Charbhuja Nath will go out for city tour | झलझूलनी एकादशी आज-नगर…

भक्तों ने सुबह सवेरे मंगला आरती के दर्शन किए
जलझूलनी एकादशी के अवसर पर प्रदेश के प्रमुख कृष्ण मंदिर कोटड़ी चारभुजा नाथ में आज जलझूलनी ग्यारस के मौके पर जल झूलन महोत्सव का आयोजन किया जाएगा।आयोजन में शामिल होने के लिए रात भर से भक्तों के पैदल आने का सिलसिला रहता है।
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भीलवाड़ा ओर आसपास के क्षेत्र से बड़ी संख्या में भक्त चारभुजा नाथ के दरबार में पैदल पहुंचते हैं ओर ठाकुर जी से अपने ओर परिवार के लिए सुख समृद्धि की कामना करते हैं ।भगवान चारभुजा नाथ उनकी सब मनोकामना पूरी करते हैं।
हजारों भक्त पैदल पहुंचते
बीती रात भीलवाड़ा से हजारों की संख्या में भक्त अपने नाथ के दर्शन करने के लिए शहर से करीब 32 किलोमीटर दूर कोटड़ी चारभुजा नाथ के लिए रवाना हुए, पूरे रास्ते में नाचते गाते और भगवान के भजनों की धुन पर भक्ति भाव से चारभुजा मंदिर पहुंचते है।पूरे रास्ते भंडारे लगाए जाते हैं। कई जगह विश्राम स्थल बनते हैं ।
मंगला आरती दर्शन ओर नगर भ्रमण के बाद लोटते है भक्त
आज का दिन कोटडी कस्बे में चारभुजा जी के महा उत्सव के रूप में आयोजित किया जाता है।मंदिर में सुबह 5 बजे ठाकुर जी की मंगला आरती के दर्शन होते हैं।दोपहर 3 बजे बाद ठाकुर जी का नगर भ्रमण होता है।इसमें शामिल होने के बाद भक्त वापस अपने-अपने घर की ओर लौट जाते हैं।
11 साल से पैदल यात्रा
ऐसे ही एक पैदल जा रहे भक्त ने बताया कि वो पिछले 11 साल से लगातार चारभुजा नाथ जी के दर्शन करने के लिए पैदल जा रहे हैं।इनका मानना है कि दर्शन से मन में एक सुकून मिलता है। ठाकुर जी के दर्शन करने पैदल जाना अपनी-अपनी आस्था का विषय है। जिसके जैसे भाव, जिसकी जैसी आस्था वो उसी प्रकार वहां पहुंचता है और भगवान के दर्शन करता है ।
नगर भ्रमण के लिए निकलती है निज प्रतिमा
कोटड़ी चारभुजा नाथ मंदिर का इतिहास अनोखा है। यह देश का पहला मंदिर है जंहा से ठाकुर जी की निज प्रतिमा स्वयं आज के दिन भक्तों को दर्शन देने के लिए निकलती है और दिन भर दर्शन देने के करीब 18 घंटे बाद निज धाम पहुंचते है। इस दौरान ठाकुर जी को जलविहार करवाया जाता है।लाखों भक्त आज के दिन दर्शन करके चारभुजा नाथ का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं ।