Former Minister Rajkumar Rinwa Bhajan Talent | Baat Khari Hai | बिजली अफसर का ‘साइड बिजनेस’,…

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आज बात खरी है में पढ़िए भगवा पार्टी के नेता पूर्व मंत्रीजी का सिंगिंग टैलेंट। तेजाजी के भजन गाकर नेताजी छा गए। पैशन को प्रोफेशन बना लें तो भी काम चल जाएगा। राजस्थान की राजनीति और ब्यूरोक्रेसी की खरी-खरी सुनिए…
1. पूर्व मंत्रीजी की भजन गायकी..
राजनीति में बड़ा कॉम्पिटिशन हो गया है। भर्ती 5 साल बाद निकलती है। जरूरी नहीं कि मौका सभी को मिले। कब किसकी किस्मत का ताला खुल जाए, और कब किसके भाग्य की कुंजी खो जाए, कुछ नहीं कहा जा सकता। ऐसे में नेताजी क्या करें? कुछ न कुछ जुगाड़ करके रखना पड़ेगा। भगवा पार्टी के नेता पूर्व मंत्री राजकुमार रिणवा ने तो रास्ता खोज लिया।
हाल ही सरदारशहर (चूरू) के भोजासर गांव में पूर्व मंत्रीजी एक कार्यक्रम में तेजाजी के भजन करते पाए गए। क्या सुरीली आवाज? क्या ही तान? क्या आलाप? वैसे नया-नया शौक नहीं है। पुराने चावल हैं।
तेजाजी के भजन गाते रहे हैं। सोशल मीडिया पर फुल एक्टिव हैं। भजन-हवन चलता रहता है। संत-महंतों की शरण में रहते हैं। एक विशुद्ध नेता को एक्टिव रहना ही चाहिए। पता नहीं कब जिम्मेदारी आन पड़े। जिम्मेदारी न मिले तो भी गायकी का टैलेंट तो है ही।
पूर्व मंत्री राजकुमार रिणवा सरदारशहर के भोजासर गांव में एक कार्यक्रम के दौरान भजन गाते हुए।
2. डिस्कॉम के अफसर का साइड बिजनेस
साइड बिजनेस तो आजकल बहुत जरूरी हो गया है। एक की सैलरी में घर चलना मुश्किल है। नेता हो या अफसर। पैसा सबका मालिक है। अजमेर डिस्कॉम के एक अधिकारी बढ़िया सैलरी पा रहे हैं।
पिछले दिनों अफसर साहब को चेन मार्केटिंग के एक प्रोग्राम में सिल्वर लेवल का पटका पहने पकड़ लिया गया। कैमरे की नजर में आ गए।
बढ़िया माहौल चल रहा था। मोमेंटो पाकर गदगद हुए जा रहे थे। कंपनी के लिए खूब मेंबर बनाए और खूब माल बिकवाया था। इस सेवा के लिए पुरस्कृत होते वक्त पार्श्व में ब्राजील गीत की धमक थी।
फूलों के हार डाले जा रहे थे। काले कोट वाले साहेबान गुणगान किए जा रहे थे। चेहरे पर मुस्कान। वीडियो ऊपर के अफसरों तक पहुंचा तो हवाइयां उड़ने लगी। अब सफाई देने में लगे हैं। कह रहे हैं कि यह काम तो पत्नी करती है।
अधीनस्थ कर्मचारियों में चर्चा है-डेढ़ लाख सैलरी के बाद ये कर सकते हैं तो हम क्यों नहीं। इधर, डिस्कॉम के एमडी ने कह दिया है-इसकी परमिशन नहीं दी जा सकती। मामला दिखवाएंगे। अब साहब का गोल्ड लेवल पर पहुंचने का सपना धूमिल होता दिख रहा है।
अजमेर डिस्कॉम के एक अधिकारी चेन मार्केटिंग के मंच पर सिल्वर लेवल का पटका पाते पकड़े गए। बाद में सफाई देनी पड़ी।
3. डायरेक्टर साहब का राजस्थान कनेक्शन
बीकानेर में फिल्म डायरेक्टर पर केस दर्ज हो गया है। ये डायरेक्टर हैं संजय लीला भंसाली। पीरियड और लीक से हटकर फिल्में बनाना इनका पैशन है। अब नई फिल्म ला रहे हैं लव एंड वॉर। लव का पता नहीं लेकिन वॉर पक्का है।
इन्होंने जोधपुर के युवक को लाइन प्रोड्यूसर के काम पर लगाया। युवक ने सारे अरेंजमेंट किए। अफसरों से बात करके शूटिंग के लिए सरकारी सुविधाएं और सिक्योरिटी दिलाई।
युवक जब पेमेंट लेने पहुंचा तो दूध में से मक्खी की तरह निकाल फेंका। बोले कि लिखित पेमेंट नहीं किया। भंसाली महोदय बीकानेर के होटल में रुके हुए थे।
युवक वहां पहुंच गया तो उसे धक्के मारकर निकाला। खूब बेइज्जती की। ये वही भंसाली हैं, जिन्होंने पद्मावत बनाई थी और महल में मारपीट का शिकार हुए थे।
फिल्म डायरेक्टर संजय लीला भंसाली के खिलाफ बीकानेर में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।
4. टेस्ला की बिना ड्राइवर वाली कार को सीधी चुनौती
एलन मस्क ने धन की नदियां बहाकर ऐसी कार बनाई जो बिना ड्राइवर के चलती है। सूरत के तीन मैकेनिकल इंजीनियर लड़के ऐसी AI बाइक भी बना रहे हैं जो बिना राइडर के चलेगी।
लेकिन देसी जुगाड़ू की बात ही अलग है। राजस्थान में तेजाजी का त्योहार। दूर-दूर से लोग आते हैं। मध्यप्रदेश से बाइकों पर कुछ लोग मेले में पहुंचे।
एक भाई ऐसा भी आया जो बाइक का हैंडल नहीं पकड़ता। पीछे की सीट पर पैर पर पैर रखकर शान से बैठता है। धोती-पगड़ी वाला युवक बिना राइडर वाली बाइक पर राजा-महाराज की तरह मेले के लिए निकला।
कई किलोमीटर बाइक ऐसे ही चलती रही। साथ के लोग वीडियो बनाते रहे। टेस्ला वाले भी सोचते हैं कि ये कैसी इंजीनियरिंग है? वैसे इस तकनीक का तोड़ सिर्फ ट्रैफिक पुलिस के पास है।
मध्य प्रदेश से तेजाजी महाराज के मेले में इस तरह पहुंचा युवक। हैंडल पकड़े बिना बाइक चलाई। यह खतरनाक है और ट्रैफिक नियमों का खुला उल्लंघन है।
5. जोधपुर में लंगड़ी एक्सप्रेस का आयोजन
डिप्टी सीएम साहिबा महलों में पलीं, लेकिन जब लंगड़ी टांग खेलने का मौका आया तो पीछे नहीं हटीं। एक पैर पर जमकर रेस लगाई। जोधपुर के रेलवे स्टेडियम में जिसने भी इस रेस को देखा वह मुस्कुराए बिना नहीं रहा।
क्या आम और क्या खास। परंपरागत खेल सभी की यादों में हैं। इसी स्टेडियम में 600 बच्चों ने लंगड़ी टांग खेलकर इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में जोधपुर का नाम दर्ज कराया। जय-जय राजस्थान।
डिप्टी सीएम दिया कुमारी जोधपुर में लंगड़ी एक्सप्रेस कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए।
वीडियो देखने के लिए ऊपर फोटो पर क्लिक करें। कल फिर मुलाकात होगी…